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गुरुग्राम सीट पर दावेदारी के लिए भाजपा नेताओं में मचा घमासान

गुरुग्राम सीट पर दावेदारी के लिए भाजपा नेताओं में मचा घमासान

कोई दे रहा पार्टी आलाकमान को चुनौती तो किसी ने बताया खुद पर मंत्री का हाथ, वर्तमान विधायक पर जनसभा में भाजपा नेता ने कसा तंज, टिकट बंटवारे से पहले भाजपा नेता दिखा रहे पार्टी आलाकमान को कड़े तेवर

प्रतीकात्मक तस्वीर

इन दिनों शहर में गुरुग्राम विधानसभा सीट पर टिकट को लेकर नेताओं की बाढ़ आई हुई है। पूरे शहर में भाजपा नेताओं द्वारा होर्डिंग लगाकर गुरुग्राम विधानसभा सीट पर अपनी प्रबल दावेदारी ठोकी जा रही है। कोई खुले तौर पर पार्टी के साथ बगावत करने को तैयार है तो कोई अंदरखाने अपनी तैयारी करने में जुटा हुआ है।

इसी कड़ी में कुछ नेताओं द्वारा अपनी जनसभाओं के दौरान इन बगावती सुरों को तेज किया जा रहा है और टिकट पर अपनी दावेदारी प्रबल बताते हुए पार्टी आलाकमान को खुले तौर पर चुनौती भी दी जा रही है। 

पार्टी के लिए मैंने बहुत मेहनत की

गांव वजीराबाद में आयोजित हुई एक जनसभा के दौरान भाजपा नेता मुकेश शर्मा के सुर भी कुछ बगावती देखने को मिले। गांव वजीराबाद में आयोजित एक कार्यक्रम के दौरान मुकेश शर्मा पहलवान द्वारा जनसभा को संबोधित करते हुए कहा कि भारतीय जनता पार्टी के लिए मैंने बहुत मेहनत की है। विधानसभा चुनाव के लिए भाजपा की टिकट का बंटवारा केंद्रीय मंत्री राव इंद्रजीत सिंह ने करना है। 

भाजपा नेता ने कहा ''किसी में हिम्मत नहीं है जो मेरा नाम इस लिस्ट से काट दे''

राव की लिस्ट में सबसे पहला नाम मेरा है और किसी में हिम्मत नहीं है जो मेरा नाम इस लिस्ट से काट दे। अगर किसी ने काट भी दिया तो भी मुझे कोई फर्क नहीं पड़ता। मैं निर्दलीय चुनाव लडूंगा और फिर भी राव इंद्रजीत सिंह का हाथ मेरे उपर ही रहेगा। उन्होंने पार्टी आला कमान को अपने बगावती तेवर दिखाते हुए दावा किया कि वह गुरुग्राम विधानसभा सीट से चुनाव हर हालत में जीत रहे हैं।

कार्यक्रम के दौरान दिखाए अपने तीखे तेवर

दरअसल, भाजपा नेता मुकेश शर्मा पहलवान गुरुग्राम विधानसभा से चुनाव की तैयारी कर रहे हैं। इसी को लेकर वह विधानसभा क्षेत्र में चुनावी कार्यालय खोलने के साथ ही जनसभाओं को संबोधित कर रहे हैं। उन्होंने वजीराबाद गांव में आयोजित कार्यक्रम के दौरान अपने तीखे तेवर दिखाए। उन्होंने कहा कि 25 साल से वह पार्टी की सेवा कर रहे हैं और प्रदेश में आने वाले सभी राष्ट्रीय नेताओं के स्वागत में उन्होंने कोई कसर नहीं छोड़ी।

ऐसे में उन्हें पार्टी की टिकट मिलना तय है। ऐसा नहीं है कि इस बार टिकट मिलने के बाद चुनाव जीतना आसान होगा बल्कि टिकट मिलने के बाद भी संघर्ष करना होगा। उन्होंने जनता के बीच दावा किया कि गुरुग्राम विधानसभा क्षेत्र में उन्होंने सबसे अधिक कार्य किया है जिसके कारण वह राव इंद्रजीत सिंह के चहेते बने हैं। 

गुरुग्राम सीट पर हर भाजपा नेता दिखा रहा अपनी प्रबल दावेदारी 

अलबत्ता गुरुग्राम विधानसभा सीट पर हर भाजपा नेता अपनी प्रबल दावेदारी दिखा रहा है। शहर भी नेताओं की गुरुग्राम विधानसभा सीट की दावेदारी के होर्डिंग से अटा पड़ा है। किसी ने खुले तौर पर टिकट न मिलने पर बगावत करने का ऐलान कर दिया है तो कोई अंदरखाने ही अपनी तैयारी तेज कर चुका है। अब देखना यह होगा कि पार्टी की तरफ से किस स्थानीय नेता पर अपना विश्वास दिखाया जाता है या इन सभी नेताओं को दरकिनार कर कोई पैराशूट कैंडिडेट मैदान में उतारा जाता है। यह तो आने वाला समय ही बताएगा।

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