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The Haryana Story | ऑडिटिंग उत्तरदायित्व तय करने का एकमात्र उपाय नहीं, बल्कि यह अब 'परिवर्तनशीलता लाने वाली ताकत है'

ऑडिटिंग उत्तरदायित्व तय करने का एकमात्र उपाय नहीं, बल्कि यह अब 'परिवर्तनशीलता लाने वाली ताकत है'

ऑडिट दिवस के उपलक्ष्य में मनाया लेखा परीक्षा सप्ताह

प्रतीकात्मक तस्वीर

हरियाणा के राज्यपाल बंडारू दत्तात्रेय ने मंगलवार सांयकाल चंडीगढ़ में आयोजित चौथे ऑडिट दिवस के उपलक्ष्य में, मनाए गए लेखा परीक्षा सप्ताह के समापन समारोह में बतौर मुख्य अतिथि शिरकत की। इस दौरान हरियाणा विधानसभा अध्यक्ष हरविन्द्र कल्याण भी कार्यक्रम में उपस्थित रहे। दत्तात्रेय ने समारोह में भारतीय लेखापरीक्षा एवं लेखा विभाग में योगदान देने के लिए 16 अधिकारियों को पुरस्कार देकर सम्मानित किया, जिसमें 14 पुरुष और 2 महिला अधिकारी शामिल हैं।

इस संस्था ने पुरानी धारणाओं को बदल दिया

राज्यपाल ने अपने संबोधन में कहा कि नियंत्रक और महालेखा परीक्षक (कैग) समय के साथ शासन और लोक प्रशासन के गतिशील परिदृश्य के अनुरूप विकसित और पल्लवित हुआ है। अब यह केवल त्रुटियाँ मात्र खोजने वाली संस्था नहीं रही है अपितु अब इस संस्था ने पुरानी धारणाओं को बदल दिया है। कैग ने उन्नति के उद्देश्य से प्रणालीगत सुधार की दिशा में मजबूती से कदम उठाए हैं। उन्होंने कहा कि ऑडिटिंग उत्तरदायित्व तय करने का एक उपाय मात्र नहीं रहा बल्कि अब यह एक परिवर्तनकारी ताकत के रूप में विकसित हो रहा है। 

कठिन से कठिन डेटासेट में विसंगतियों का पता लगाने में सहायता करते

सार्वजनिक संस्थानों के कामकाज में पारदर्शिता लाकर, ऑडिटिंग अब एक महत्वपूर्ण फीडबैक देने की व्यवस्था के रूप में भी कार्य कर रही है।बंडारू दत्तात्रेय ने भारतीय लेखापरीक्षा और लेखा विभाग की सराहना करते हुए कहा कि सीएजी (कैग) ने अपनी क्षमताओं को बढ़ाने के लिए कृत्रिम बुद्धिमत्ता, बिग डेटा एनालिटिक्स और भौगोलिक सूचना प्रणाली जैसी अत्याधुनिक तकनीकों को अपनाया है। कृत्रिम बुद्धिमत्ता से संचालित साधन अब कठिन से कठिन डेटासेट में विसंगतियों का पता लगाने में सहायता करते हैं। इससे समय पर सटीक मूल्यांकन संभव हो पाता है।

साइबर सुरक्षा जैसे जटिल क्षेत्रों से निपटने का संकल्प लिया

उन्होंने कहा कि इस तकनीकी विकास के माध्यम से भारत ने संयुक्त राष्ट्र के सतत विकास लक्ष्यों के प्रति अपनी प्रतिबद्धता, स्थिरता और साइबर सुरक्षा जैसे जटिल क्षेत्रों से निपटने का संकल्प लिया है और इस प्रतिबद्धता ने हमारे लेखा परीक्षकों को सशक्त बनाया है।

उन्होंने कहा कि सरकार वर्तमान में डिजिटल इंडिया और आत्मनिर्भर भारत जैसी महत्वाकांक्षी पहलों से जुड़े क्षेत्रों में तेजी से कार्य कर रही है। ऐसी मज़बूत पहलों सहित पूर्ण पारदर्शिता के साथ कार्य करने में कैग महत्वपूर्ण और सक्रीय भूमिका निभाएगी। भविष्य में यह कैग, राष्ट्र-निर्माण में एक विश्वसनीय और दृढ़ भागीदार बना रहेगा।

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