हरियाणा के नूंह जिले के नगीना खंड एवं विकास कार्यालय में कार्यरत ग्राम सचिव को एसीबी गुरुग्राम की टीम ने 3 लाख की रिश्वत लेने के आरोप में रंगे हाथों गिरफ्तार किया है। आरोपी ग्राम सचिव ने सरपंच की जांच को उच्च अधिकारियों से उसके पक्ष में फैसला करने की एवज में रिश्वत की मांग की थी। एसीबी की टीम ने आरोपी को नूंह की अदालत में पेश कर एक दिन के रिमांड पर लिया है।
सरपंच की आठवीं कक्षा की मार्कशीट की एसडीएम कार्यालय में चल रही थी जांच
डीएसपी गरिमा अपराध निरोधक दस्ता गुरुग्राम ने जानकरी देते हुए बताया कि शिकायतकर्ता जुबेर निवासी फिरोजपुर झिरका ने एक शिकायत एसीबी टीम को दर्ज कराई थी, जिसमें बताया गया था कि वह फिरोजपुर झिरका एसडीएम कार्यालय में बतौर कंप्यूटर ऑपरेटर कार्यरत था। उसी दौरान गांव करहेड़ा के मौजूदा सरपंच रामफल से उनकी मुलाकात हुई।
रामपाल सरपंच की आठवीं कक्षा की मार्कशीट की जांच एसडीएम कार्यालय में चल रही थी। जांच को अपने पक्ष में करवाने के लिए सरपंच की नगीना के ग्राम सचिव हसीन से बातचीत हुई। आरोपी हसीन ने सरपंच रामफल की चल रही जांच को उसके पक्ष में करने की एवज में उच्च अधिकारियों से बात करने की बात कही। जिसमें आरोपी हसीन ने 3 लाख रुपए की रिश्वत मांगी।
हसीन को पैसे देने के लिए अपने फार्म हाउस पर बुलाया गया
शिकायतकर्ता जुबेर ने बताया कि आरोपी हसीन को पैसे देने के लिए अपने फार्म हाउस पर बुलाया गया। इससे पहले जुबेर द्वारा एसीबी टीम को इस बात की सूचना दे दी गई थी। जुबेर ने बताया जैसे ही ग्राम सचिव हसीन पैसे लेने के लिए आया इस दौरान एसीबी की टीम ने उसे 3 लाख की रिश्वत लेते रंगे हाथों गिरफ्तार कर लिया। इस सम्बन्ध में थाना भ्रष्टाचार निरोधक ब्यूरो गुरुग्राम में अभियोग दर्ज किया गया है। एसीबी की टीम ने आरोपी को अदालत में पेश कर एक दिन के रिमांड पर लिया है।
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