इंडियन नेशनल लोकदल ने अभय सिंह चौटाला को कुरुक्षेत्र सीट पर अपना प्रत्याशी बनाया है। वहीं माना जा रहा है कि जननायक जनता पार्टी प्रधान महासचिव दिग्विजय सिंह चौटाला को चुनावी रण में उतार सकती है। ऐसे में अब कुरुक्षेत्र की धरती पर चाचा-भतीजे के बीच चुनावी रण होना संभव है। गौरतलब है कि लोकसभा चुनाव की नजदीकियों के साथ राजनीतिक पार्टियों में हलचल का दौर शुरू हो चुका है। हरियाणा में भी सभी 10 लोकसभा सीटों पर पार्टियों के उम्मीदवारों के चयन का दौर अंतिम छोर पर है।
भाजपा के शेष 4 नामों पर मुहर लगाने का कार्य अधूरा
भाजपा जहां अपने 6 उम्मीदवारों को मैदान में उतार चुकी है, वहीं शेष 4 नामों पर मुहर लगाने का कार्य अधूरा नजर आ रहा है। वहीं कांग्रेस पार्टी आजकल में अपने प्रत्याशियों के नामों से पर्दा उठा सकती है। उधर इंडियन नेशनल लोकदल ने प्रधान महासचिव अभय सिंह चौटाला को कुरुक्षेत्र सीट से चुनावी रण में उतारा है। वहीं चर्चा है कि जननायक जनता पार्टी प्रधान महासचिव दिग्विजय सिंह चौटाला को कुरुक्षेत्र सीट से चुनाव लड़वा सकती है।
पूर्व सीएम मनोहर के सामने अपना मजबूत प्रत्याशी उतारने की फिराक में है जेजेपी
माना जा रहा है कि चाचा-भतीजे की इस जोड़ी के बीच पहले भी कई बार बयानबाजियों से नाराजगी साफ झलकती नजर आई हैं, लेकिन अब कुरुक्षेत्र की धरती पर चाचा-भतीजे के बीच चुनावी रण संभव माना जा रहा है। चुनाव के चलते दोनों नेता खुलकर एक-दूसरे के सामने होंगे। वहीं करनाल सीट पर जजपा पूर्व मुख्यमंत्री मनोहर लाल के सामने अपना मजबूत प्रत्याशी उतारने की फिराक में है।
जेजेपी 5 सीटों पर भाजपा और कांग्रेस के खिलाफ मजबूत चेहरों को उतारेगी
गौरतलब है कि हरियाणा में भाजपा से गठबंधन टूटने के बाद जननायक जनता पार्टी ने लोकसभा चुनाव को लेकर रणनीति तैयार कर ली है। कई बैठकों के बाद पार्टी के शीर्ष नेताओं और कार्यकर्ताओं ने मिलकर निर्णय लिया है कि प्रदेश की 5 लोकसभा सीटों पर पार्टी भाजपा और कांग्रेस के खिलाफ मजबूत चेहरों को उतारेगी। इन सीटों में हिसार, भिवानी, सिरसा, कुरुक्षेत्र और सीएम सिटी करनाल शामिल है। इन सब सीटों में करनाल पर पार्टी का विशेष फोकस रहेगा। बता दें कि सीएम सिटी करनाल से भाजपा ने पूर्व सीएम मनोहर लाल को चुनावी रण में उतारा है। जजपा इस सीट के जरिए प्रदेश में संदेश देना चाहती है कि उसका भाजपा से कोई गठबंधन नहीं है।
हिसार और कुरुक्षेत्र सीट पर दुष्यंत परिवार के दो सदस्य आजमा सकते हैं किस्मत
वहीं लगातार हुई जजपा की बैठक में नेताओं और कार्यकर्ताओं ने हरियाणा के पूर्व उप मुख्यमंत्री दुष्यंत चौटाला को यही सलाह दी है। जजपा कार्यकर्ताओं की राय पर विचार के बाद शीर्ष नेतृत्व ने तय किया है कि जजपा हरियाणा की 5 सीटों पर मजबूत चेहरों को टिकट देकर चुनावी रण में उतारेगी। हालांकि जजपा इस उधेड़बुन में है कि इन संभावित सीटों पर कांग्रेस और भाजपा किन उम्मीदवारों पर अपना कार्ड खेलेंगी। उधर कयास लगाया जा रहा है कि पूर्व उप मुख्यमंत्री दुष्यंत चौटाला स्वयं लोकसभा चुनाव नहीं लड़ेंगे। प्रदेश की दो सीटों हिसार और कुरुक्षेत्र पर उनके परिवार के सदस्यों को उतारा जा सकता है। इन दोनों सीटों पर दुष्यंत चौटाला परिवार के दो सदस्य अपनी किस्मत आजमा सकते हैं।
दुष्यंत चौटाला लोकसभा चुनाव को लेकर ज्यादा सतर्क दिखाई दे रहे हैं
हिसार से दुष्यंत चौटाला और भिवानी से डॉ. अजय सिंह चौटाला स्वयं सांसद रह चुके हैं, जबकि सिरसा लोकसभा सीट ताऊ देवीलाल से जुड़ी है, इसलिए इन सीटों पर मजबूत उम्मीदवार उतारने की रणनीति तैयार की जा रही है। दुष्यंत चौटाला लोकसभा चुनाव को लेकर ज्यादा सतर्क दिखाई दे रहे हैं, इसलिए वह कई बार जजपा नेताओं और कार्यकर्ताओं के साथ बैठक कर चुके हैं। बताया जा रहा है कि जजपा के वरिष्ठ उपाध्यक्ष के नाते हरियाणा के पूर्व उप मुख्यमंत्री दुष्यंत चौटाला ने प्रदेश की सभी 10 लोकसभा सीटों पर चुनाव लड़ने को लेकर पार्टी कार्यकर्ताओं के मन को पढ़ने का काम किया है। दुष्यंत चौटाला ने दिल्ली में हिसार, चंडीगढ़ और भिवानी में हर लोकसभा क्षेत्र के वरिष्ठ नेताओं के साथ बैठक कर विस्तार से चर्चा की है। इन बैठकों में अधिकतर नेताओं और कार्यकर्ताओं का मानना है कि करनाल, हिसार, भिवानी, सिरसा और कुरुक्षेत्र लोकसभा सीट पर जीत के इरादे के साथ चुनावी रण में उतरना आवश्यक है।
जजपा इन चेहरों पर लगा सकती है दांव
माना जा रहा है कि जजपा हिसार की लोकसभा सीट पर दुष्यंत चौटाला की माता एवं बाढड़ा से जजपा विधायक नैना सिंह चौटाला पर कार्ड खेल सकती है। कुरुक्षेत्र सीट पर जजपा के प्रधान महासचिव दिग्विजय सिंह चौटाला को चुनावी रण में उतारा जा सकता है। दिग्विजय चौटाला कुरुक्षेत्र से इनेलो के प्रधान महासचिव अभय सिंह चौटाला यानि रिश्ते में अपने चाचा के सामने चुनावी रण में अपनी किस्मत आजमाएंगे। इससे पहले अभय सिंह चौटाला वर्ष 2004 में भी कुरुक्षेत्र से चुनावी रण में उतर चुके हैं। इसके बाद वर्ष 2019 में उनके बेटे अर्जुन चौटाला भी अपनी किस्मत आजमा चुके हैं। वहीं दिग्विजय सिंह चौटाला की बात करें तो वह पहले सोनीपत लोकसभा सीट से पूर्व मुख्यमंत्री भूपेंद्र सिंह हुड्डा के सामने लोकसभा चुनाव लड़ चुके हैं। उधर जजपा से भिवानी-महेंद्रगढ़ सीट पर नांगल चौधरी के पूर्व विधायक राव बहादुर सिंह का नाम चुनाव के लिए सामने आ रहा है।
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