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एक हो सकता है चौटाला परिवार, अजय चौटाला ने दिए जेजेपी और इनेलो के एक होने के संकेत

एक हो सकता है चौटाला परिवार, अजय चौटाला ने दिए जेजेपी और इनेलो के एक होने के संकेत

जजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष अजय सिंह चौटाला का बड़ा बयान - चौटाला साहब (ओपी चौटाला) अगर पहल करें तो जननायक जनता पार्टी (जेजेपी) इनेलो के साथ आने को तैयार

हरियाणा में बीजेपी और जेजेपी का गठबंधन टूटने बाद प्रदेश की राजनीति काफी उथल-पुथल चल रही है। वहीं जल्द ही जननायक जनता पार्टी (जेजेपी) और इंडियन नेशनल लोकदल (इनेलो) एक हो सकती है, जिसका जेजेपी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अजय सिंह चौटाला ने संकेत दिया। जजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष अजय सिंह चौटाला ने आज एक बड़ा बयान देते हुए कहा कि चौटाला साहब (ओपी चौटाला) अगर पहल करें तो जननायक जनता पार्टी (JJP) इनेलो के साथ आने को तैयार है। उल्लेखनीय है कि अजय चौटाला भिवानी-महेंद्रगढ़ लोकसभा क्षेत्र से जजपा के प्रत्याशी राव बहादुर सिंह के पक्ष में दादरी के कई गांवों में पहुंचे थे।

अब फैसला ओपी चौटाला पर निर्भर

वहीं उन्होंने इस दौरान पत्रकारों से रू-ब-रू होते हुए कहा कि अब मिलाप के लिए ये चौटाला साहब पर ही निर्भर करता है। जजपा प्रदेशाध्यक्ष निशान सिंह के पार्टी छोड़ने के सवाल पर उन्होंने कहा कि पहले उन्होंने कभी किसी तरह की नाराजगी उनके समक्ष जाहिर नहीं की। वहीं मालूम हो रहा है जजपा के 3 विधायकों में से 2 विधायक जल्द ही बीजेपी में शामिल हो सकते हैं। सूत्रों के मुताबिक चुनाव से पहले इन लोगों को भाजपा में शामिल करने की पूरी रणनीति तैयार है।

वे कल बुलाएं तो वे कल चले जाएंगे

गौरतलब है कि कुछ दिन पहले ओपी चौटाला ने भी कहा था कि 'कुछ लोग सत्ता के लालच में पार्टी छोड़कर चले गए थे, रास्ता भटक गए थे, अब वो पछता रहे हैं और वापस भी आना चाहते हैं'। जब उनसे सवाल किया गया कि अगर ओमप्रकाश चौटाला पहल करेंगे तो वे एक हो सकते हैं। इस पर अजय चौटाला ने कहा कि अगर वे कल बुलाएं तो वे कल चले जाएंगे। जिस दिन अलग हुए थे उस दिन भी यही कहा था कि एक दिन ऐसा आएगा कि ओपी चौटाला को रीथिंक करेंगे। अगर वे दोबारा विचार करते हैं तो हमें कोई दिक्कत नहीं।

2018 में हुए थे इनेलो से अलग, 12 मार्च 2024 टूटा को जेजेपी-भाजपा का गठबंधन

उल्लेखनीय है कि जननायक जनता पार्टी का गठन 9 दिसंबर 2018 को हुआ था। दुष्यंत चौटाला ने इंडियन नेशनल लोकदल (इनेलो) से अलग होकर नई पार्टी का गठन किया था। पार्टी के गठन की पीछे चौटाला परिवार की सियासी लड़ाई रही है। इसके बाद वर्ष 2019 में दोनों पार्टियों ने लोकसभा व विधानसभा चुनाव लड़े। लोकसभा में दोनों को एक भी सीट नहीं मिली। वहीं विधानसभा चुनाव में जेजेपी के 10 व इनेलो का एक विधायक बना। बहुमत न होने पर भाजपा ने जजपा के साथ गठबंधन किया। करीब साढ़े 4 साल तक गठबंधन की सरकार चली। इस दौरान दुष्यंत चौटाला खुद डिप्टी सीएम बने और अनूप धानक को श्रम एवं रोजगार राज्यमंत्री और देवेंद्र बबली को पंचायत मंत्री बनवाया, लेकिन लोकसभा चुनाव में सीट शेयरिंग पर बात न बनने पर 12 मार्च 2024 को भाजपा और जेजेपी का गठबंधन टूट गया।

चुनाव से पहले जेजेपी में बगावत शुरू

भाजपा से गठबंधन टूटने के साथ ही जजपा में मनमुटाव बढ़ा और 10 में से 5 विधायक नाराज चल रहे हैं। इनमें पूर्व मंत्री देवेंद्र बबली, ईश्वर सिंह, जोगीराम सिहाग, रामनिवास सुरजाखेड़ा और रामकुमार गौतम शामिल हैं। भाजपा सरकार में बदलाव के बाद जब विधानसभा में बहुमत साबित करने का वक्त आया तो जजपा ने व्हिप जारी कर विधायकों से सदन में वोटिंग में शामिल न होने को कहा था। इसके बावजूद पांचों विधायक सदन में पहुंचे थे, हालांकि कुछ देर सदन में रहने के बाद वह वापस चले गए थे। हरियाणा में लोकसभा चुनाव से पहले जननायक जनता पार्टी में बगावत शुरू हो गई है। प्रदेश अध्यक्ष निशान सिंह ने पार्टी छोड़ दी है। उन्होंने अभी पार्टी हाईकमान को मौखिक रूप से पार्टी छोड़ने की जानकारी दी है। जल्द ही लिखित इस्तीफा राष्ट्रीय अध्यक्ष अजय चौटाला को सौपेंगे।

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