जयहिंद सेना प्रमुख नवीन जयहिंद पानीपत वासियों को 19 मई को पहरावर में मनाए जा रहे भगवान परशुराम जन्मोत्सव का चूल्हा न्यौत देने पहुंचे। इस मौक़े पर जयहिंद ने पानीपत की संजय कॉलोनी में भगवान परशुराम जन्मोत्सव के असवर पर आयोजित जनसभा को सम्बोधित कर कहा कि आगामी 19 मई को पहरावर में भगवान परशुराम जन्मोत्सव मनाया जाएगा और यहां पहुंचे सभी भक्तों का चूल्हा न्योता है।
121 फीट भगवान परशुराम मंदिर मूर्ति निर्माण की रखी जाएगी नींव
परिवार सहित 19 को पहरावर जरूर पहुंचे। देश में अयोध्या में श्री राम की सबसे बड़ी मूर्ति लगाई गई हैं और पहरावर में 121 फीट भगवान परशुराम मंदिर मूर्ति निर्माण की नींव रखी जाएगी। भगवान परशुराम की मूर्ति न्याय, मान-सम्मान और स्वाभिमान की प्रतीक होगी। सामाजिक योद्धाओं (36 बिरादरी) को जिन्होंने पहरावर की जमीन के लिए संघर्ष किया और समाज के हक की आवाज उठाते है उन्हे भगवान परशुराम जन्मोत्सव पर सम्मानित किया जायेगा।
भ्रष्ट, बेईमान और झूठे लोग इस कार्यक्रम में न आए
जयहिंद ने कहा 36 बिरादरी में अगर किसी के साथ भी अन्याय हो रहा हो तो उन्हे आवाज उठानी चाहिए और हमेशा दूसरों की भलाई के लिए तैयार रहना चाहिए। ग़रीब कमजोर की लड़ाई लड़ने वाला ही परशुराम का असली चेला होता है और जो आवाज नहीं उठा सकते वह किसी भी भगवान के भक्त नहीं हो सकते।
जयहिंद ने साथ ही कहा कि यह कार्यक्रम पूरी तरह से गैर -राजनीतिक और सामाजिक रहेगा। किसी भी तरह से राजनीतिक बयानबाजी इस कार्यक्रम नहीं होगी। साथ ही स्टेज पर नेताओं को नहीं 36 बिरादरी के उन योद्धाओं को स्थान और सम्मान मिलेगा जिन्होंने समाज के हक़ की लड़ाई के लिए फरसा उठाया। उस लड़ाई में तन -मन धन से साथ दिया। भ्रष्ट, बेईमान और झूठे लोग इस कार्यक्रम में न आए।
समस्याओं के समाधान की लड़ाई वे लड़ेंगे
जयहिंद ने कहा कि इस मौके पर देशी घी का भंडारा किया जाएगा और 36 बिरादरी के लोग प्रसाद ग्रहण करने पहुंचेंगे। प्रदेश ही नहीं बल्कि दूसरे राज्यों से भी परशुराम भक्त इस जन्मोत्सव में हिस्सा लेने पहुंचेंगे। साथ ही जयहिंद ने कहा कि जन्मोत्सव में लोग अपनी शासन और प्रशासन से जुड़ी समस्याओं लेकर आयेंगे। समाधान की लड़ाई वे लड़ेंगे। देवी -देवताओं के आशीर्वाद से लोगों की आवाज़ उठाने का काम कर रहे है और आगे भी करते रहेंगे।
पिछली साल भी सैकड़ों लोग अपनी समस्या लेकर जन्मोत्सव में आये थे और उनकी लगभग सभी समस्याओं का समाधान करवाया था। 19 मई को पहरावर में पूरे राज्य से 36 बिरादरी का भाईचारा आए, अपनी समस्या साथ लाए और भगवान परशुराम का आशीर्वाद व प्रसाद ग्रहण करें। इस मौके पर ब्राहमण समाज के प्रधान राम रत्तन शर्मा, बलराम, सोएब आलम सहित कई गणमान्य मौजूद रहे।
related
Latest stories
ये किसान व आढ़ती को ख़त्म करने का 'षड्यंत्र' नहीं तो क्या है? सदन में भाजपा पर गरजे आदित्य
सरकार द्वारा 'आंकड़े न कभी छुपाए जाते हैं, न कभी छुपाए जाएंगे', जानिए मुख्यमंत्री सैनी ने ऐसा क्यों कहा
'वे नहीं जानती कि पराली क्या होती है' दिल्ली सीएम पर बड़ोली का तंज - बोले पहले खेतों में जाकर पराली देखनी चाहिए