जिला लोक सम्पर्क एवं जनपरिवाद समिति की बैठक में पहुंचे स्वास्थ्य मंत्री कमल गुप्ता एकाएक अधिकारियों पर भड़कते हुए बोले कि चीफ सेक्रेटरी मेरे से बड़े हैं क्या, चीफ सेक्रेटरी मेरे से बड़े नहीं है, यह बता देना उनको। एक जूनियर अधिकारी द्वारा यह कहने पर कि साहब को चीफ सेक्रेटरी ने बुलाया है और वे चण्डीगढ़ गए हुए हैं, इस पर जमकर लताड़ लगाई। दिसम्बर 2022 के बाद सोमवार को हुई इस महत्वपूर्ण बैठक में कई बड़े अधिकारी गायब रहे, जिसको लेकर मंत्री उखड़े हुए नजर आए।
मीटिंग का समय 12 बजे है, 12 बजे का मतलब........
मंत्री कमल गुप्ता ने विभागों के अध्यक्षों की अनुपस्थिति में आए जूनियर अधिकारियों को खड़ा कर जमकर लताड़ लगाई और उनसे न आने के कारण जाने। बिना बताए या परमिशन लिए बिना गैर हाजिर रहे अधिकारियों का वेतन काटने, गैर हाजिरी लगाने और एसीआर में मेंशन करने संबंधी डीसी को आदेश दिए।
मंत्री ने अधिकारियों को सख्त लहजे में कहा कि मीटिंग का समय 12 बजे है, 12 बजे का मतलब 11 बजकर 59 मिनट होना चाहिए, न कि 12 बजे के बाद कोई आए। उन्होंने समाज कल्याण अधिकारी फतेहाबाद, रतिया के बीडीपीओ, मार्केट कमेटी टोहाना के सचिव, पशुपालन विभाग के उप निदेशक व जिला खेल अधिकारी के खिलाफ कारण बताओ नोटिस जारी करते हुए अनुशासनात्मक कार्रवाई के आदेश दिए।
जूनियर खड़े हो जाएं, यदि नहीं हुए और मैंने पकड़ लिया तो सजा मिलेगी
जनपरिवाद समिति की बैठक में मंत्री डॉ.कमल गुप्ता ने पूछा कि आज की मीटिंग में किसी अधिकारी ने छुट्टी तो नहीं ली। एक नायब तहसीलदार की छुट्टी पर जाने की बात सामने आने पर मंत्री बोले कि अब अधिकारी यह बताएं कि सभी विभागाध्यक्ष यहां आए हैं, जिस विभाग के हेड नहीं आए और उनके सब कोर्डिनेटर आए हैं, वो खड़े हो जाएं। इसके बाद उन्होंने खड़े हुए करीब दर्जनभर अधिकारियों से सीनियर के न आने के कारण पूछे और कहा कि विभागाध्यक्ष यहां अपेक्षित थे, उनके जूनियर खड़े हो जाएं, यदि नहीं हुए और मैंने पकड़ लिया तो सजा मिलेगी, यदि खड़े हो जाएंगे तो कम सजा मिलेगी।
क्यों झूठ बोल रहे हो, आपके खिलाफ भी एक्शन ले लें?
जिला समाज कल्याण अधिकारी के जूनियर ने बताया कि अधिकारी यहां पर एडिशनल चार्ज पर हैं। मंत्री कमल गुप्ता ने कहा कि यह मीटिंग क्या महत्वपूर्ण नहीं है? तुरंत डीसी को गैरहाजिरी लगाकर तनख्वाह काटने के आदेश दिए और कहा कि यह बर्दाश्त नहीं होगा कि अधिकारी इस मीटिंग को सीरियस न ले।
बीडीपीओ कार्यालय से आए अधिकारी ने बताया कि बीडीपीओ छुट्टी पर हैं, लेकिन वह नहीं बता पाए कि छुट्टी किससे ली, जिस पर मंत्री ने कहा कि झूठ मत बोलना, बुरे फंसोगे। क्यों झूठ बोल रहे हो, आपके खिलाफ भी एक्शन ले लें? इसी तरह कई और अधिकारियों को भी उन्होंने हड़काया और कहा कि यदि इस बारे में मुख्यमंत्री को रिपोर्ट कर देंगे तो क्या होगा। मीटिंग का मजाक बना रखा है।
बिना शिकायतकर्ता के मीटिंग कैसे होगी, क्यों नहीं बुलाया उनको
डॉ. कमल गुप्ता ने जिला लोक संपर्क एवं जनपरिवाद समिति बैठक की अध्यक्षता करते हुए कुल 11 परिवादों की सुनवाई करते हुए मौके पर 7 परिवादों का निपटारा किया। बैठक में अधिकतर संबंधित शिकायतकर्ता ही नहीं पहुंचे, जिस पर मीटिंग में बैठे पूर्व मंत्री देवेंद्र बबली ने ऐतराज जताया और कहा कि बिना शिकायतकर्ता के मीटिंग कैसे होगी, आगे से शिकायतकर्ता को बुलाया करें।
इस पर अधिकारियों द्वारा बताया गया कि शिकायतकर्ताओं को बता दिया गया था, लेकिन मीटिंग काफी समय बाद हुई तो शायद इसलिए शिकायतकर्ता नहीं पहुंच पाए। इस पर स्वास्थ्य मंत्री ने कहा कि शिकायतकर्ता शिकायतें कर करके थक गए होंगे बेचारे, सोचते हैं कि मीटिंग में कुछ होना तो है नहीं, इसलिए नहीं आए होंगे।
कब्जा तो हट गया, लेकिन अब वहां बिजली निगम ने खंभे गाड़ दिए
शहर की शिवपुरी के पीछे क्षेत्र में गली पर कब्जे मामले में आई शिकायत में बुजुर्ग शिकायतकर्ता ने बताया कि गली में कब्जे को लेकर शिकायत दी गई और कई बार चक्कर काटे। इस पर संबंधित विभाग ने बताया कि कब्जा अब हटा दिया गया है। इस पर शिकायतकर्ता ने बताया कि कब्जा तो हट गया, लेकिन चक्कर काटने पड़े, इस पर मंत्री ने कहा कि कब्जा हटवा दिया गया, इसके लिए पहले तो बधाई, लेकिन चक्कर काटने पड़े, उसके लिए पूरी सरकार आपसे माफी मांगती है।
शिकायतकर्ता ने बताया कि कब्जा तो हट गया, लेकिन अब वहां बिजली निगम ने खंभे गाड़ दिए हैं, गली तो फिर संकरी हो गई। अब पोल हटवाने के नाम पर निगम खर्चा मांग रहा है। मंत्री ने एसडीएम व लोक संपर्क एवं परिवाद निवारण समिति के दो सदस्यों को इस मामले में जांच करने के लिए ड्यूटी लगाई तो इसी बीच पूर्व मंत्री देवेंद्र बबली ने उन्हें टोकते हुए कहा कि मंत्री पोल निगम हटवा दे, इसमें क्या है। मंत्री डॉ. गुप्ता ने बताया कि दो मेंबर की ड्यूटी लगा दी है, वो अगली मीटिंग में रिपोर्ट देंगे, इस पर पूर्व मंत्री बबली असंतुष्ट दिखे।
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