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Instant Energy : बदलता मौसम..कमजोर प्रतिरोधक क्षमता...  बुखार होने पर कमजोरी, कैसे पाएं इंस्टेंट एनर्जी

Instant Energy : बदलता मौसम..कमजोर प्रतिरोधक क्षमता... बुखार होने पर कमजोरी, कैसे पाएं इंस्टेंट एनर्जी

मानसून में बुखार होना एक आम समस्या बन चुकी है, मानसून में तापमान में अचानक बदलाव आता है। इस वजह से शरीर की रोग प्रतिरोधक क्षमता कमजोर हो जाती है, इंस्टेंट एनर्जी चाहते हैं, तो इस लेख में बताए गए आसान उपाय आपके बहुत काम आएंगे

प्रतीकात्मक तस्वीर

मौसम में बदलाव होते ही आपको कई तरह के रोग होने की संभावना बढ़ जाती है। दरअसल, रोग प्रतिरोधक क्षमता के कमजोर होने पर व्यक्ति को संक्रमण की वजह से बुखार, सर्दी, गला दर्द और टाइफाइड जैसे रोग हो सकते हैं। इस वक्त मानसून में बुखार होना एक आम समस्या बन चुकी है। मानसून के दौरान वातावरण में नमी बढ़ जाती है और इस वजह से वायरस, बैक्टीरिया और अन्य रोगाणुओं को पनपने के ल‍िए अनुकूल वातावरण म‍िल जाता है। ये रोगाणु मानसून में आसानी से फैलते हैं और संक्रमण का कारण बन सकते हैं। 

बढ़ जाता है फंगल और बैक्टीरियल संक्रमण का खतरा   

मानसून में तापमान में अचानक बदलाव आता है। इस वजह से शरीर की रोग प्रतिरोधक क्षमता कमजोर हो जाती है। यह सर्दी, खांसी और फ्लू जैसे वायरल संक्रमण का कारण बन सकता है। इस वजह से बुखार आता है। मानसून में नमी बढ़ने से फंगल और बैक्टीरियल संक्रमण का खतरा बढ़ जाता है, जिससे सांस से संबंधित संक्रमण हो सकते हैं, जिनमें बुखार एक सामान्य लक्षण होता है। बुखार होने पर कमजोरी महसूस होती है। कमजोरी को दूर करने के लिए अगर आप इंस्टेंट एनर्जी चाहते हैं, तो इस लेख में बताए गए आसान उपाय आपके बहुत काम आएंगे।

बुखार के दौरान इन कारणों से आती है कमजोरी 

  • बुखार के दौरान शरीर को संक्रमण से लड़ने के लिए ज्‍यादा एनर्जी की जरूरत होती है। इस प्रक्रिया में शरीर की ऊर्जा का ज्‍यादा इस्‍तेमाल होता है और इस वजह से बुखार के बाद ऊर्जा की कमी महसूस होती है।
  • बुखार के दौरान शरीर में पसीना ज्यादा आता है और इस वजह से पानी और इलेक्ट्रोलाइट्स की कमी हो जाती है। यह कमजोरी का एक मुख्य कारण हो सकता है।
  • बुखार के दौरान शरीर का मेटाबॉलिज्म बढ़ जाता है, जिससे शरीर में पोषक तत्वों की जरूरत बढ़ जाती है।
  • बुखार के बाद मेटाबॉलिज्म सामान्य होने में समय लेता है, जिससे शरीर कमजोर महसूस कर सकता है।
  • बुखार के कारण मांसपेशियों में थकान हो जाती है, जिससे कमजोरी महसूस हो सकती है।
  • बुखार के दौरान या उसके बाद भूख कम हो जाती है, जिससे शरीर को पर्याप्त पोषण नहीं मिल पाता और कमजोरी आ जाती है।
  • बुखार आमतौर पर किसी संक्रमण का संकेत होता है। संक्रमण से उबरने के बाद भी शरीर को पूरी तरह ठीक होने में समय लगता है, जिससे कमजोरी का अनुभव हो सकता है। 

 

बुखार के बाद इंस्टेंट एनर्जी पाने के ल‍िए क्‍या करें?

  • इंस्टेंट एनर्जी के ल‍िए नारियल पानी प‍िएं। यह इलेक्ट्रोलाइट्स से भरपूर होता है और शरीर को हाइड्रेट करके तुरंत ऊर्जा प्रदान करता है।
  • ताजे फलों का रस, विशेष रूप से संतरा या मौसमी का रस, विटामिन-सी और शुगर का अच्छा स्रोत है, जो तुरंत ऊर्जा देता है।
  • ग्लूकोज का पानी तुरंत ऊर्जा प्रदान करने का एक तेज तरीका है। इसे पीने से शरीर को तुरंत ग्लूकोज मिलता है।
  • केले, सेब और अंगूर जैसे फल तुरंत ऊर्जा देते हैं क्योंकि ये प्राकृतिक शुगर और फाइबर से भरपूर होते हैं।
  • ओटमील में कार्बोहाइड्रेट और फाइबर होते हैं, जो धीरे-धीरे पचते हैं और लंबे समय तक ऊर्जा बनाए रखते हैं।
  • बादाम, अखरोट और किशमिश जैसे ड्राई फ्रूट्स इंस्टेंट एनर्जी का अच्छा स्रोत होते हैं।
  • उबले हुए अंडे प्रोटीन और जरूरी विटामिन्स से भरपूर होते हैं, जो ऊर्जा स्तर को तुरंत बढ़ाते हैं।
  • बुखार के बाद शरीर को पुनः ऊर्जा प्राप्त करने के लिए पर्याप्त नींद की जरूरत होती है। नींद के दौरान शरीर के डैमेज सेल्स रिपेयर होते हैं और ऊर्जा स्तर में सुधार होता है।
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