इनेलो नेता अर्जुन चौटाला ने रानियां हल्के का किया दौरा। रानियां से अर्जुन चौटाला ने चुनावी ताल ठोकी। इनेलो विधायक अभय चौटाला के पुत्र अर्जुन चौटाला का दावा है रानियां की जनता इनेलो के साथ खड़ी है। रानियां से विधानसभा चुनाव की जीत का आगाज करेंगे। वहीं अर्जुन चौटाला ने पुरे विश्वास के साथ दावा कि इस बार इनेलो और बसपा की सरकार बनेगी, चूंकि कांग्रेस और भाजपा ने हरियाणा प्रदेश को बर्बाद किया है और जनता परिवर्तन के मूड में है।
भाजपा ने प्रदेश में कोई विकास नहीं करवाया
प्रदेश का युवा कांग्रेस और भाजपा की नीतियों से परेशान हो चुका है। हरियाणा की जनता अब अभय चौटाला के रूप में मजबूत नेता चाहती है। कांग्रेस और भाजपा ने अपने राज में प्रदेश में कोई विकास कार्य नहीं करवाए है। पिछले 10 साल में भाजपा ने प्रदेश में कोई विकास नहीं करवाया। हरियाणा के विकास केवल पूर्व मुख्यमंत्री ओम प्रकाश चौटाला ने ही करवाया है।
हुड्डा ने भाजपा से पहले ही सेटिंग कर ली
कांग्रेस ने राज्यसभा चुनाव से हार के डर से बनाई दूरी। विनेश फोगाट को कांग्रेस द्वारा राज्यसभा का उम्मीदवार बनाना चाहिए था। ईडी के डर से भूपेंद्र सिंह हुड्डा ने राज्यसभा चुनाव में अपना उम्मीदवार नहीं उतारा। हुड्डा ने भाजपा से पहले ही सेटिंग कर ली है। कभी भी भूपेंद्र सिंह हुड्डा जेल जा सकते है।
भूपेंद्र सिंह हुडा ने जनता के विश्वास को तोड़ रहे है। 31 विधायक होने के बावजूद भी कांग्रेस ने राज्यसभा चुनाव के लिए अपना उम्मीदवार क्यों नहीं उतारा हुड्डा स्पष्ट करें। विपक्षी विधायक भी भूपेंद्र सिंह हुड्डा का साथ देने को राजी था। अर्जुन चौटाला का दावा हरियाणा में कांग्रेस और भाजपा से कोई मुकाबला नहीं है।
54 सीटों पर त्रिकोणीय मुकाबला देखने की संभावना
हरियाणा प्रदेश में 54 सीटों पर त्रिकोणीय मुकाबला देखने की संभावना है। जब भी हरियाणा में त्रिकोणीय मुकाबला होता है तब इनेलो को फायदा मिलता है। हरियाणा में इनेलो और बसपा की 54 सीटें आएंगी। भूपेंद्र सिंह हुडा कांग्रेस में जनता की बजाए अपने फायदे के लिए बैठे है। अपना आखिरी चुनाव की बात कहकर प्रदेश की जनता को इमोशनल करना चाहते है।
अपने बेटे दीपेंद्र हुड्डा को राजनीति में सेट करना चाहते है भूपेंद्र सिंह हुड्डा। अर्जुन चौटाला ने जजपा पर निशाना साधा। जनता के बीच अपना जनाधार खो चुकी है जजपा। जजपा ने जनता से विश्वासघात किया। अपने अपने लालच के लिए ही जजपा से नेता जुड़े थे। अब जजपा के नेताओं का लालच खत्म हो गया अब विधायक पार्टी छोड़ रहे है।
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