गन्नौर में अब न्याय होगा। मेरे साथ हुई नाइंसाफी और विश्वासघात का बदला गन्नौर हलके की जनता अपनी वोट की चोट से लेगी। उनका चुनाव अब गन्नौर की 36 बिरादरी लड़ रही है और यही यही उनकी सफलता है। ऐसा पहली बार ऐसा हुआ है जब चुनाव में एक दूसरे की मदद करने वाले आज खुद आमने-सामने है, उनका आमजन के हितों से कभी भी कोई सरोकार नहीं रहा और न जनता के सुख-दुख में शामिल हुए है। आज मौजूदा स्थिति ये है कि कांग्रेस व भाजपा प्रत्याशी आपस में मिले है। उनके मकसद और सोच के मुताबिक उनमें से किसी की हार जीत हो जाए, कोई फर्क नहीं पड़ता, लेकिन आपके बेटे-आपके भाई को राजनीति में बर्दाश्त नहीं कर पा रहे है।
अब लोगों को बरगला रहे हैं .....
उक्त बातें गनौर से निर्दलीय उम्मीदवार देवेंद्र कादियान ने हलके के विभिन्न गांवों में आयोजित जनसभाओं को संबोधित करते हुए कही। उन्होंने कहा कि गन्नौर से भाजपा विधायक अपने पांच साल के कार्यकाल में में शहर की लाइफ लाइन कहे जाने वाली सड़क का छोटा सा टुकड़ा ठीक नहीं करा सकीं। उन्होंने कहा कि कांग्रेस नेता पिछला चुनाव हारने के बाद हलके से गायब ही रहे, अब लोगों को बरगला रहे हैं कि सत्ता में आएंगे तो विकास की गंगा बहा देंगे।
गनौर को नई पहचान देना उनका सपना
कादियान ने कहा कि साढ़े आठ साल तक गन्नौर हलके की जनता के बीच रहकर जनसेवा में अनेकों काम करके दिखाए है, जिसका हर वर्ग के लोगों को फायदा मिल रहा है। वह समाजसेवा से राजनीति में क्षेत्र में चहुंमुखी विकास करने का सपना लेकर आएं हैं। कादियान ने कहा कि गनौर की बेहतरी के लिए उन्होंने बहुत कुछ सोच रखा है। इसमें गनौर को नई पहचान देना और युवाओं से लेकर महिलाओं के भविष्य को संवारना भी शामिल है।
उन्होंने कहा कि इस बार हलके की जनता ने उन्हें विधायक चुना तो हर वर्ग का भला करेंगे। उन्होंने कहा गन्नौर क्षेत्र में सबसे पहले गरीब तबके व जरूरतमंद की सहायता करने के साथ लड़कियों की शिक्षा पर बेहतर कार्य करन का भरसक प्रयास कर रहे है और उनका यह प्रयास भी रंग लाया है। हर साल बोर्ड परीक्षा में मेधावी छात्रों को स्कूटी, लैपटॉप, मोबाइल व साइकिल इत्यादि से सम्मानित करना, उनका ऐसा कदम रहा जिससे बच्चों में पढ़ाई के प्रति एक लग्न पैदा हुई है और परीक्षा परिणामों में सुधार हुआ है।
समस्याओं के समाधान के लिए युद्ध स्तर पर काम शुरू होगा
देवेंद्र ने कहा निशुल्क एंबुलेंस सेवा भी उनका एक मुख्य प्रोजेक्ट है। मुझे किसी काम से खुशी मिले या न मिले कोई फर्क नहीं पड़ता, लेकिन जब रात को सोने से पहले मोबाइल फोन में एंबुलेंस ग्रुप देखता हूं और उसमें पता लगता कि आज कितने लोगों को एंबुलेंस सेवा का फायदा मिला। ये सब देख मन को बहुत सुकून की महसूस होता है। उन्होंने कहा कि मेरा जीवन अब मेरा नहीं है, बल्कि हलके की जनता को पूरी तरह से समर्पित कर दिया है।
कादियान ने कहा कि गन्नौर की तरक्की और विकास के रास्ते 5 अक्टूबर को यहां की जनता गैस सिलेंडर के निशान का बटन दबाकर खोलेगी और 8 अक्टूबर को वह दिन होगा, जब गन्नौर जीतेगा और इस जीत के साथ ही यहां की समस्याओं के समाधान के लिए युद्ध स्तर पर काम शुरू होगा। इस दौरान ग्रामीणों ने कादियान का फूलमाला, पगड़ी पहनाकर व ढोल नगाड़े बजाकर जोरदार स्वागत करते हुए उन्हें भारी बहुमत से विजयी बनाने का आशीर्वाद दिया।
कादियान की सेवाएं उनका व्यवहार हलके की जनता को कर रहा प्रभावित
वहीं गनौर की ग्राउंड रिपोर्ट के अनुसार लोगों का मानना है कि पार्टी प्रत्याशी चुनाव में जहां ज्यादातर पार्टी की नीतियों के दम पर वोट मांगते है, लेकिन देवेन्द्र 36 बिरादरी का उम्मीदवार है जो अपनी व्यक्तिगत छवि और सामाजिक कार्यों, सेवाओं के आधार पर वोट की अपील कर रहा है और कहीं न कहीं देवेंद्र कादियान की सेवाएं उनका व्यवहार आज हलके की जनता को प्रभावित भी कर रहा है।
लोगों का कहना है कि जिस बंदे ने बिना किसी पद, पोजीशन के अपने पैसे से, सेवा भाव से हलके में बहुत से काम किए हैं, जिससे हर वर्ग को लाभ मिला है, तो अगर देवेंद्र विधायक बना तो निश्चित रूप से गनौर के हालात बदलेंगे और लोगों की समस्याएं भी दूर होंगी। देवेंद्र कादियान ने हलके के विभिन्न गांवों में जनसंपर्क अभियान चलाकर लोगों से वोट की अपील की।
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