एक तरफ हरियाणा में चुनाव की सरगर्मियां तेज हैं, वहीं दूसरे तरफ कांग्रेस नेता राहुल गांधी अचानक हरियाणा के करनाल जिले के गांव घोगड़ीपुर पहुंचे, जिससे हर कोई हैरान रह गया। क्योंकि यह को चुनावी या राजनीतिक दौरा नहीं था, तो फिर अचानक राहुल गांधी क्यों पहुंचे करनाल के घोगड़ीपुर।
राहुल गांधी के इस अचानक दौरे ने सभी को हैरत में डाल दिया, क्योंकि स्थानीय कांग्रेस नेताओं और पुलिस प्रशासन को इसके बारे में कोई पूर्व सूचना नहीं थी। सुबह के पांच बजे अचानक घोघड़ीपुर गांव पहुंचकर उन्होंने वहां करीब 20 मिनट बिताए। इस मुलाकात के दौरान उन्होंने अमेरिका में रहने वाले अमित के परिजनों से हालचाल पूछा और उन्हें सांत्वना दी।
अमेरिका में एक हादसे में घायल अमित से मिले थे राहुल
गांव घोगड़ीपुर के सरपंच राहुल के उनके गांव आने की खबर से बेखबर थे। सुबह राहुल गांधी के पहुंचने से समय पहले ही उन्हें पता चला कि राहुल गांधी उनके गांव आ रहे है, इस बात पर न ही उन्हें विश्वास हुआ न ही ग्रामीणों को, लेकिन जब राहुल गांधी गांव पहुंचे तो ग्रामीणों की ख़ुशी का ठिकाना नहीं रहा।
बता दें कि राहुल गांधी ने करनाल के गांव घोगड़ीपुर पहुंचकर अमेरिका में रहने वाले अमित के परिवार से मुलाकात की, अमित अमेरिका में एक सड़क हादसे में घायल हो गया हैं और उनका वहां इलाज चल रहा है। राहुल गांधी पहले भी अमेरिका में अमित से मिले थे, और अब उनकी कोशिश थी कि वह उनके परिवार के प्रति अपनी सहानुभूति व्यक्त करें।
राहुल अक्सर अपने राजनीतिक संदेश के साथ-साथ दिखाते हैं व्यक्तिगत जुड़ाव भी
हालांकि विपक्षियों द्वारा इस प्रकार का दौरा राहुल गांधी की रणनीति का हिस्सा माना जा सकता है, लेकिन राहुल मिलनसार व्यवहार डाउन टू अर्थ इमेज किसी से छिपी नहीं है। राहुल अक्सर अपने राजनीतिक संदेश के साथ-साथ व्यक्तिगत जुड़ाव भी दिखाते हैं। ऐसे मौके पर परिवारों के साथ खड़े रहना एक महत्वपूर्ण पहलू है, जो उन्हें जनता के बीच एक मानवीय छवि के रूप में स्थापित करता है।
हालांकि, इस घटना ने यह भी दर्शाया कि राजनीतिक गतिविधियों में कभी-कभी अनियोजित तरीके से भी जुड़ाव बनाया जा सकता है। राहुल गांधी का यह दौरा न केवल अमित के परिवार के लिए महत्वपूर्ण था, बल्कि कांग्रेस पार्टी के लिए भी एक सकारात्मक संदेश देने का प्रयास था। इस तरह के कदम उनकी राजनीति में मानवीय पहलू को सामने लाते हैं और उन्हें जनता से और करीब लाते हैं।
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