हरियाणा विधानसभा चुनाव के लिए शनिवार को सभी 90 सीटों पर वोटिंग हो चुकी है। चुनाव आयोग के आंकड़ों के मुताबिक हरियाणा में 67.96 प्रतिशत मतदान हुआ, जो 2019 के मतदान से 1.24 प्रतिशत कम है। पिछले विधानसभा चुनाव में मतदान प्रतिशत 68.2 था। वहीं मतदान प्रक्रिया होने के बाद एग्जिट पोल के नतीजे भी सामने आ गए हैं। एग्जिट पोल्स ने हरियाणा में कांग्रेस की बड़ी जीत का अनुमान लगाया है।
किसी भी सर्वे में भाजपा बढ़त बनाते हुए नहीं दिखी। 12 एग्जिट पोल के नतीजों में कांग्रेस को बहुमत मिलने की भविष्यवाणी की गई है। इसके बावजूद, एग्जिट पोल के नतीजों को खारिज करते हुए सीएम नायब सिंह सैनी और भाजपा के अन्य नेता दावा कर रहे हैं कि उनकी पार्टी तीसरी बार सरकार बनाएगी।
क्या कहते हैं एग्जिट पोल के आंकड़े
हरियाणा की 90 विधानसभा सीटों पर 5 अक्टूबर, शनिवार को को मतदान हुआ, जहां बहुमत के लिए 46 सीटों की जरूरत है। 12 एग्जिट पोल के परिणामों के अनुसार, कांग्रेस को पूर्ण बहुमत मिलने के संकेत हैं, और भाजपा 18 से 28 सीटों तक सीमित हो सकती है।अधिकांश एग्जिट पोल में कांग्रेस को 45 से 65 के बीच सीटें मिलती दिख रही हैं, जबकि, भारतीय जनता पार्टी को 18-45 के बीच सीटें आती दिख रही हैं। एग्जिटपोल्स के मुताबिक़ प्रदेश में 10 साल बाद कांग्रेस की सरकार के comeback का अनुमान लगाया जा रहा है।
क्यों कमाल नहीं दिखा पाया 'कमल'
राजनितिक विशेषज्ञों के मुताबिक़ अगर बात करें हरियाणा के किसानों की, खिलाड़ी की, दलितों की, बेरोजगार की, अग्निवीर की और पहलवानों की तो वो सरकार से ख़फ़ा हैं, ये साफ दिखाई दे रहा है। इस नाराजगी की वजह से भाजपा इस आंकड़े पर पहुंची है। अगर ये नाराजगी नहीं होती तो ये आंकड़ा नहीं होता। हरियाणा में सिर्फ एक वर्ग नहीं, बल्कि कई वर्गों नाराजगी के कारण इस बार कमल अपना कमाल दिखाने से चूकता नजर आ रहा है।
हरियाणा में सत्ता विरोधी लहर किसके खिलाफ?
हरियाणा में सत्ता विरोधी लहर मनोहर लाल खट्टर के खिलाफ थी या भाजपा के 10 साल के शासन के खिलाफ, इसे लेकर विशेषज्ञों का कहना है कि प्रदेश के जो भी वर्ग नाराज चल रहे थे, उनकी नाराजगी कम करने की कोई बड़ी कोशिश भाजपा ने नहीं की, क्योंकि लोकसभा के जो परिणाम आए, उससे वो हैरान थे, इतनी चिंता में थे कि उनकी नाराजगी दूर के बारे में सोच तक नहीं पाए।
जबकि 2019 के चुनाव में चाहे जाट, गुर्जर, दलित हो या यादव हों, उसमें बीजेपी का मत प्रतिशत 50 फीसदी भी ज्यादा है। 2024 के किसी भी चुनाव में भाजपा 50 प्रतिशत तक नहीं पहुंच पाई. बीजेपी को सिर्फ उनके ट्रेडिशनल वोटर ने वोट किया। इसके अलावा बीजेपी को कहीं भी 50 प्रतिशत से ज्यादा वोट नहीं मिले।
आखिर कांग्रेस को किस चीज से मिला फायदा ?
एग्जिट पोल के आंकड़ों की मानें तो कांग्रेस की सरकार बनना लगभग तय दिख रही है। इसे कांग्रेस के नेतृत्व का करिश्मा माना जाए या भाजपा के खिलाफ विरोध की लहर का असर? इसको लेकर राजनीतिक विश्लेषकों का मानना है कि हरियाणा के लोग भाजपा के 10 साल के शासन से ऊब गए थे। दूसरा जो मुख्यमंत्री की कुर्सी पर बैठे है, उनका जनता से कैसा व्यवहार है ? मनोहर लाल खट्टर को कई मौकों पर लोगों से अनुचित व्यवहार करते हुए देखा था, जबकि पूर्व सीएम भूपेंद्र सिंह हुड्डा का लोगों के प्रति सहज व्यवहार देखा गया। दोनों मुख्यमंत्रियों के 10-10 साल के राज की बात करें तो लोग हुड्डा को सही मानते हैं।
भाजपा ने एग्जिट पोल के नतीजों को बताया अविश्वसनीय
वहीं विधानसभा चुनावों को लेकर भाजपा और कांग्रेस के बीच तीखी प्रतिक्रिया देखने को मिल रही है। 12 एग्जिट पोल के नतीजों में कांग्रेस को बहुमत मिलने की भविष्यवाणी की गई है, जिसे भाजपा ने खारिज कर दिया है। नायब सैनी और पार्टी अध्यक्ष मोहन बड़ौली ने कहा कि 8 अक्टूबर को नतीजों के बाद राज्य में भाजपा पूर्ण बहुमत से सरकार बनाएगी। उन्होंने एग्जिट पोल के नतीजों को अविश्वसनीय बताते हुए भाजपा की जीत का दावा किया। दूसरी ओर, कांग्रेस एग्जिट पोल से उत्साहित है और पार्टी का मानना है कि प्रदेश में भाजपा के खिलाफ जनविरोध इतना मजबूत था कि उन्हें एग्जिट पोल से भी ज्यादा सीटें मिल सकती हैं।
एग्जिट पोल के नतीजों पर नेताओं की प्रतिक्रियाएं
सीएम सैनी : हरियाणा के सीएम नायब सिंह सैनी ने एग्जिट पोल के नतीजों पर कहा, प्रदेश में पूरे बहुमत के साथ एक बार फिर बीजेपी सरकार बनाएगी। प्रदेश के लोगों ने 10 सालों में जिन कार्यों को देखा है उसे देखकर कह सकते हैं कि हरियाणा में भाजपा की सरकार बनेगी। उन्होंने कह यहां हर वर्ग के लिए काम हुआ है। प्रदेश को क्षेत्रवाद और परिवारवाद से मुक्ति दिलाई गई है। हमें पूरा विश्वास है कि उसे देखते हुए 8 अक्टूबर को बीजेपी पूर्ण बहुमत के साथ सरकार बनाएगी।
अनिल विज : एग्जिट पोल को लेकर बीजेपी प्रत्याशी अनिल विज ने कहा, "एग्जिट पोल की पोल पहले ही खुल चुकी है। लोग अभी भी अपना वोट डाल रहे हैं और लाइन में खड़े हैं। आखिरी व्यक्ति का वोट डालना बाकी है। वोट अभी तक सामने नहीं आया है. एग्जिट पोल गलत साबित होगा और 8 अक्टूबर को बीजेपी की सरकार बनेगी।
भूपेंद्र सिंह हुड्डा : हरियाणा चुनाव के एग्जिट पोल पर अपनी प्रतिक्रिया देते हुए पूर्व सीएम और कांग्रेस के वरिष्ठ नेता भूपेंद्र सिंह हुड्डा ने कहा, "एग्जिट पोल तो अब आए हैं, मैंने ये बातें सुबह ही बता दी थी। मैं पिछले कितने दिनों से कह रहा हूं कि जब से कैंपेन शुरू किया है कि कांग्रेस के पक्ष में लहर चल रही है।उन्होंने कहा अबकी बार हरियाणा में कांग्रेस की सरकार। इस बार कांग्रेस भारी बहुमत के साथ कांग्रेस सत्ता में आ रही है। इस बार 60 आएंगी या 70 सीटें आएंगी यह मैं नहीं बता सकता, लेकिन यह जरूर कहूंगा कि कांग्रेस भारी बहुमत से सरकार बनाने जा रही है।
कुमारी सैलजा : हरियाणा में बहुमत से कांग्रेस की सरकार बनने जा रही है। इसके लिए तीन फैक्टर हैं, राहुल गांधी की मेहनत, भाजपा की एंटी इनकम्बेंसी है और उसके बाद जमीनी स्तर पर जो नेता हैं उनकी मेहनत है, लेकिन खासतौर से राहुल गांधी ने जो देशभर में माहौल तैयार किया। हरियाणा में जो यात्रा की, नई ऊर्जा आई, उससे लोगों में विश्वास पैदा हुआ।
दीपेंद्र हुड्डा : भाजपा के 10 साल के नेतृत्व में हरियाणा विकास और खुशहाली की पटरी से उतर गया है। बीजेपी ने हरियाणा में जाति और धर्म के आधार पर हरियाणा की जनता में आपसी भेदभाव कर अपनी राजनीतिक रोटी सेंकने का प्रयास किया था, जबकि जनता के लिए कोई काम नहीं किया। पूरे हरियाणा से हमारे पास जो रिपोर्ट आ रही है उससे पचा चलता है कि हर वर्ग ने कांग्रेस के पक्ष में मतदान किया है. यहां मजबूती से कांग्रेस की सरकार बनने जा रही है।
अशोक तंवर : हरियाणा और जम्मू-कश्मीर के लिए एग्जिट पोल आए हैं और सभी एग्जिट पोल के अंदर में कांग्रेस पार्टी बड़े बहुमत की ओर अग्रसर है। ये दिखाता है कि राहुल गांधी की यात्रा और उन्होंने जो आवाज मजबूती से उठाई उसका असर हमें देखने को मिला. हरियाणा में अकेले हमें बहुमत है।
विनेश फोगाट : हरियाणा की जनता के लिए खुशी का दिन है। सभी ने बढ़चढ़ कर मतदान में हिस्सा लिया है। जिस बदलाव की तरफ हरियाणा देख रहा था लोगों ने वह बदलाव किया है। लोगों ने जो 10 साल में झेला है उसका यह रिजल्ट है।
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