दुनिया बहुत व्यस्त हो गई और तनाव बढ़ गया है, यही कारण घरों में न केवल लड़ाई झड़गे बढ़ रहे हैं, बल्कि कई बार इस तनाव का स्तर इतना अधिक होता है कि आत्महत्या जैसे खौफनाक कदम उठाए जा रहे है। वहीं इस विषय विश्लेषकों का मानना है कि आत्महत्या करने वालों में पुरुषों की तुलना में महिलाओं की संख्या ज़यादा होती है।
चूंकि हम अक्सर एक समय में दो या तीन काम कर रहे होते हैं। भागदौड़ भरी इस ज़िंदगी में अपने मन को शांत करना कठिन है।हर कोई किसी न किसी कारण डिप्रेशन और एंग्जायटी की गिरफ्त में हैं। विशेषज्ञ की मानें तो छोटे से छोटा कारण भी मौत की वजह बन रहा है।
कढ़ाई-बुनाई करना आपके लिए एक माइंड थैरेपी
ऐसे में कइयों को ध्यान मुश्किल लगता है, लेकिन कुछ क्रिएटिव एक्टिविटीज़ हैं, जिनको करने से वो आपको रुचिकर लगने लगेंगे और उस काम को करने से मन भी शांत रहेगा। ड्राइंग, पेंटिंग, सिलाई, बुनाई, कढ़ाई ऐसी कला हैं जो आपके अंदर के कलाकर को बहार निकलती हैं, एक आत्मविश्वास पैदा करती हैं। आप इन रचनात्मक कार्यों को शौक़िया तौर पर भी कर सकते हो और धीरे धीरे इस अपना व्यवसाय भी बना सकते हो।
वहीं आज के लेख में हम बार करेंगे हाथ की कढ़ाई-बुनाई की, जो शायद आपको सुनने पढ़ने में बोरिंग लगे, लेकिन जब आप इस काम को करेंगे तो निश्चित तौर पर लिए रुचिकर बन जाएगा। बिल्कुल एक गेम की तरह। अब कढ़ाई करना कैसे मन का शांत या तनाव को दूर कर सकता है ये आपको हैरतंगेज लगा रहा होगा, लेकिन ये सच है कि हाथ से कढ़ाई-बुनाई करना आपके लिए एक माइंड थैरेपी है, जो मेन्टल हेल्थ के लिए बेहद कारगार साबित हो रही है।
मेन्टल हेल्थ दुरुस्त बनती
बता दें कि हाथ की कढ़ाई और बुनाई एक आरामदायक शिल्प है जो आपको शोर से दूर रहने और ध्यानपूर्वक समय बिताने में मदद कर सकता है। जब आप कढ़ाई व बुनाई करते है तब आप अपने दिमाग के सबसे बड़े हिस्से का इस्तेमाल करते है। जिससे आपके दिमाग का ब्लड सर्कुलेशन बढ़ता है, साथ ही तंत्रिकाओ के बीच संपर्क ठीक से हो पता है इसलिए आपका दिमाग़ स्वस्थ रहता है और साथ ही मेन्टल हेल्थ भी दुरुस्त बनती है। आपको मानसिक रूप से राहत मिलती है, जिसके कारण आप बेहतर ढंग से कार्य करते है। जानिए कढ़ाई -बुनाई करने के अन्य फायदों के बारें में….
कढ़ाई मानसिक स्वास्थ्य को बेहतर बनाने के लिए एक शक्तिशाली उपकरण
कढ़ाई महज एक शिल्प नहीं है। कढ़ाई आपके मानसिक स्वास्थ्य को बेहतर बनाने के लिए एक शक्तिशाली उपकरण है। यह आज की दुनिया में मन की शांति और संतुष्टि की भावना प्रदान कर सकता है। क्या आप सुई और धागा उठाकर इस आरामदायक शिल्प को अपनाने के लिए तैयार हैं? आप अपने आस-पास की मौसम, प्रकृति, पक्षी, फल-सब्जी चाहे आपको कद्दू के लट्टे पसंद हों, लौकी से भरे ट्रग्स, या डरावने दृश्य, आप अपनी भावनाओं को उकेर सकते हो।
नींद न आने की समस्या : कढ़ाई-बुनाई करने से यह समस्या दूर हो जाती है। क्योंकि कढ़ाई-बुनाई करने में सबसे ज़्यादा दिमाग का ही इस्तेमाल होता है साथ ही ब्लड सर्कुलेशन भी बढ़ता है आपको इसके बाद अच्छी और सुकून भरी नींद आती है।
डिप्रेशन व तनाव की समस्या : अगर कढ़ाई व बुनाई आपका पसंदीदा काम है तो ये काम करने से आपको काफी राहत मिलती है। जब हम कढ़ाई करते है तो हमारा पूरा फोकस उसी काम में होता है जिसके कारण हम रोजमर्राह की चिंताओं को भूल जाते है जिसके कारण डिप्रेशन व तनाव की समस्या दूर होने में मदद मिलती है।
बुनाई से बढ़ता है आत्मविश्वास : जब हम अपनी क्रिएटिविटी के जरिये कुछ नया या ख़ूबसूरत बनाते है इस दौरान हम कुछ नया रचते हैं तो हम संतुष्टि महसूस करते है। और साथ ही आपको सुखद अनुभूति मिलती है। इससे आपका आत्मविश्वास बढ़ता है।
अकेलापन दूर करने में मददगार : कढ़ाई व बुनाई हम किसी क्लास या ग्रुप में करते है तो कई नए लोगो के संपर्क में आते है जिससे हम उनके और नजदीक जा पाते हैं हम अपने मन की कई बातें दुसरो से कह पाते हैं और उनकी सुनते है, यह अकेलापन दूर करने में मददगार होता है।
माइंडफुलनेस, कढ़ाई और स्वास्थ्य
अध्ययनों से पता चला है कि माइंडफुलनेस-आधारित उपचार चिंता और अवसाद को कम करते हैं, यहां तक कि रक्तचाप को कम करते हैं, और नींद में सुधार करते हैं। जब आप कढ़ाई का अभ्यास करते हैं तो आप सचेत हो सकते हैं। कपड़े में सुई और धागा डालने से आप ध्यान केंद्रित करते हैं। जैसे-जैसे आप स्वाभाविक रूप से अपने टांकों की लय, आपके द्वारा इस्तेमाल किए जा रहे रंगों, आपके द्वारा प्रस्तुत किए जा रहे रूपांकनों पर ध्यान केंद्रित करते हैं, आप बस इसी कार्य के प्रति सजग हो जाते हैं।
आप घुसपैठ करने वाले नकारात्मक और तनाव बढ़ाने वाले विचारों को शांत करते हैं। चाहे आप गर्मियों में बरामदे में बैठे हों या ठंड के महीनों में आग के पास, प्रकृति से उनके संबंध और कई रंगीन विवरणों के साथ रंगीन पतंगों की कढ़ाई आपके सिलाई के ध्यान को आकर्षित करेगी और आपके शोरगुल वाले दिमाग को शांत करेगी। मन हो शांत हाथ की कढ़ाई की कला स्वाभाविक रूप से आपको धीमा कर देती है। आप तय करते हैं कि आगे कौन सा मोटिफ सिलना है, अपने फ्लॉस का रंग चुनना, सुई में धागा डालना, और फिर एक-एक सिलाई करके पैटर्न बनाना।
कढ़ाई के साथ, आप सिर्फ़ हाथ से सिला हुआ कोई टुकड़ा ही नहीं बना रहे हैं, आप हाथ से कढ़ाई की कई तकनीकों में भी महारत हासिल कर रहे हैं। यहाँ दिखाई गई फ्रेंच गाँठ उन टांकों में से एक है जिसे बनाना एक खुशी की बात है। कढ़ाई रचनात्मक होने का एक संतोषजनक तरीका है। हममें से अधिकांश लोगों में सृजन करने, कुछ नया अस्तित्व में लाने की इच्छा होती है।
खुद को अभिव्यक्त करने का एक तरीका
अपने हाथों से कुछ बनाना, कपड़े पर अंकित छवि को बनावट युक्त और तैयार वस्तु में परिवर्तित करना। कढ़ाई आपको खुद को अभिव्यक्त करने का एक तरीका देती है। कला सदैव से अभिव्यक्ति का एक सशक्त माध्यम रही है और कढ़ाई भी इसका अपवाद नहीं है।
चाहे आप प्रकृति से प्रेरित कोई कलाकृति या कोई मजेदार उद्धरण सिल रहे हों, आपकी कढ़ाई परियोजनाएं उन भावनाओं को व्यक्त करने का माध्यम बन सकती हैं, जिन्हें शब्दों में व्यक्त करना कठिन होता है। वास्तव में, कई चिकित्सक अभिव्यक्ति पूर्ण चिकित्सा के रूप में कढ़ाई जैसी कलाओं की सलाह देते हैं, जिससे व्यक्तियों को सुरक्षित, आरामदायक तरीके से अपनी भावनाओं को तलाशने और व्यक्त करने में मदद मिलती है।
दिन की शुरुआत खुशी-खुशी करें और एक अच्छी दिनचर्या से करें
- बहुत जल्दी हताश न हों. छोटी बातों पर भी खुश होना सीखें
- अधिक समय मोबाइल में न बिताकर बल्कि परिवार के बीच में बैठें और घर के सदस्यों से बातचीत करें
- अपनी दिनचर्या में व्यायाम और योगा को जरूर शामिल करें
- अच्छा और हेल्दी खाना खाएं
- परिवार के साथ पिकनिक मनाने के लिए बाहर घूमने जाएं
- अगर घर में बच्चे हैं तो कुछ समय उनके साथ खेलने कूदने में बिताएं
- किसी भी बात को अधिक न सोचें
- अगर आपके दिमाग में कोई बात चल रही है तो अपने परिजन या दोस्तों से शेयर करें
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