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The Haryana Story | कांग्रेस की कोशिश :  मानव व लोकतंत्र पर भारी ना पड़े "मशीन'', जरूरत पड़ी तो....??

कांग्रेस की कोशिश : मानव व लोकतंत्र पर भारी ना पड़े "मशीन'', जरूरत पड़ी तो....??

बिहार के पहले मुख्यमंत्री के जयंती समारोह में पहुंचे भूपेंद्र सिंह हुड्डा, पटना के सदाकत आश्रम पहुंचने पर हुड्डा का जोरदार स्वागत

प्रतीकात्मक तस्वीर

पूर्व मुख्यमंत्री भूपेंद्र सिंह हुड्डा का आज पटना के सदाकत आश्रम पहुंचने पर जोरदार स्वागत किया गया। हुड्डा यहां बिहार के पहले मुख्यमंत्री स्वर्गीय कृष्ण सिंह की जयंती समारोह में शिरकत करने पहुंचे थे।

इस मौके पर पत्रकारों के सवालों का जवाब देते हुए पूर्व मुख्यमंत्री ने कहा कि हरियाणा के चुनावी नतीजों पर पार्टी मंथन कर रही है। पार्टी की तरफ से चुनाव में गड़बड़ी की आशंका को लेकर चुनाव आयोग को भी शिकायत की गई है। वहां से अगर संतोषजनक जवाब नहीं मिला तो कांग्रेस कोर्ट का रुख करेगी। क्योंकि ईवीएम में गड़बड़ी को लेकर कई विधानसभा सीटों से उम्मीदवारों द्वारा शिकायत दर्ज करवाई गई है। 

चुनाव आयोग के जवाब का इंतजार

कांग्रेस पूरी कोशिश करेगी कि मशीन मानव व लोकतंत्र पर भारी ना पड़े और किसी भी तरीके से लोकतांत्रिक प्रक्रियाओं के साथ खिलवाड़ ना हो। हरियाणा विधानसभा चुनाव में कांग्रेस की हार पर प्रदेश के पूर्व सीएम भूपेंद्र सिंह हुड्डा ने कहा कि अभी वे चुनाव आयोग के जवाब का इंतजार कर रहे हैं। जरूरत पड़ी तो कोर्ट भी जाएंगे, कहीं मशीन मानव पर भारी न पड़ जाए। हुड्डा सोमवार को बिहार के पटना में पत्रकारों से बातचीत कर रहे थे। 

कांग्रेस माहौल के बावजूद क्यों 37 सीटों पर सिमटकर रह गई

उल्लेखनीय है कि प्रदेश में हुए चुनाव में कांग्रेस माहौल के बावजूद वह 37 सीटों पर सिमटकर रह गई, वहीं भाजपा ने 48 सीटें जीतकर पूर्ण बहुमत पा लिया। इसके बाद कांग्रेस ईवीएम में गड़बड़ी का आरोप लगा रही है। इसको लेकर कांग्रेस दिल्ली में चुनाव आयोग से मिल चुकी है, जिसमें 20 सीटों पर परिणाम में गड़बड़ी की शिकायत की गई है। अभी तक आयोग की ओर से इसका कोई जवाब नहीं आया है।

उधर, कांग्रेस ने हरियाणा विधानसभा चुनाव में हार के कारणों को तलाशने के लिए आलाकमान की तरफ से बनाई गई फैक्ट फाइडिंग कमेटी के सदस्यों ने शनिवार को ऑनलाइन मीटिंग के जरिये विधानसभा चुनाव हारे 50 से ज्यादा उम्मीदवारों से वन टू वन बात की थी। बातचीत में बड़ी संख्या में उम्मीदवारों ने ईवीएम के रोल से साफ इनकार किया। उम्मीदवारों ने दो-टूक कहा, हार के लिए ईवीएम को जिम्मेदार नहीं ठहरा सकते। 

क्या ये रहे हार के पीछे के कारण 

कांग्रेस की हार के पीछे पार्टी के अपने नेता ही जिम्मेदार रहे। उम्मीदवारों ने हार का मुख्य कारण गुटबाजी, भितरघात और मिस मैनेजमेंट को बताया है। उम्मीदवारों ने फैक्ट फाइंडिंग कमेटी को बताया कि वरिष्ठ नेताओं के बीच तालमेल नहीं था। कई उम्मीदवारों ने सिरसा की सांसद कुमारी सैलजा की नाराजगी को भी हार की वजह बताया।

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