
मौसम की मार से किसानों का हाल बेहाल है। 13 और 14 मार्च को हुई तेज बरसात के साथ हरियाणा के कई जिलों में भारी ओलावृष्टि हुई है, जिससे सैकड़ों गांवों में किसानों की फसलों को भारी नुकसान पहुंचा है। भाकियू के जिला अध्यक्ष समय सिंह ने जानकारी देते हुए बताया कि पहले भी 28 फरवरी को जिले में भारी ओलावृष्टि में करीब 81 गांवों की फसलों को नुकसान पहुंचा था।
किसानों की चेतावनी
इतना ही नहीं इससे पहले भी दिसंबर में ओलावृष्टि के कारण काफी किसानों की फसलों को नुकसान हुआ था, लेकिन जिला प्रशासन ने अभी तक फसलों के नुकसान की गिरदावरी नहीं कराई गई है, जिसके चलते किसानों में रोष व्याप्त है। 14 मार्च को देर शाम हुई ओलावृष्टि से किसान पूरी तरह से टूट चुका है, क्योंकि उसकी 100 फ़ीसदी फसल तबाह हो चुकी है। किसानों ने चेतावनी देते हुए कहा कि अगर जल्द से जल्द किसानों को राहत नहीं मिली, तो कई किसान आत्महत्या करने को मजबूर हो सकते हैं। किसान सरकार से तत्काल हस्तक्षेप की मांग कर रहे हैं।
किसानों को आंदोलन का रास्ता अपनाना पड़ेगा
गांव रोझुवास, रोहड़ाई, लाला, मुरलीपुर, बाबडौली के साथ 50 से ज्यादा गांवों में किसानों की फसलों को नुकसान हुआ हैं। समय सिंह ने बताया कि आने वाली 20 मार्च को भारतीय किसान यूनियन के अध्यक्ष गुरनाम सिंह चढूनी रेवाड़ी आएंगे और फसलों को हुए नुकसान को लेकर बड़ा आंदोलन करेंगे। उन्होंने कहा कि कल वह जिला सचिवालय पहुंचेंगे और जिला प्रशासन से जल्द गिरदावरी करवाकर किसानों को उचित मुआवजा देने की मांग करेंगे। अब देखना होगा कि जिला प्रशासन किसानों की फ़रियाद को कबूल करते हुए गिरदावरी कार्य शुरू करेगा या फिर किसानों को आंदोलन का रास्ता अपनाना पड़ेगा।
ओलावृष्टि से किसानों की 90-95% फसलें पूरी तरह बर्बाद हो गई
वहीं कोसली क्षेत्र में भी 13 मार्च को हुई भीषण ओलावृष्टि से किसानों की 90-95% फसलें पूरी तरह बर्बाद हो गई हैं। सरसों और गेहूं की फसलें खेतों में बिछ गई हैं, जिससे किसान आर्थिक तंगी में आ गए हैं। कुछ किसानों का कहना है कि वे पहले ही कर्ज में डूबे थे और अब यह आपदा उनके लिए असहनीय हो गई है। सलों के नुकसान के कारण किसानों की होली भी फीकी रही। कुछ किसानों ने खेत ठेके पर लिए थे, जिनमें भारी नुकसान हुआ है। वहीं, एक किसान की भैंस की भी मृत्यु हो गई, जिससे उसकी परेशानी और बढ़ गई है।
प्रशासन और सरकार से गुहार
हरियाणा के जिन भी क्षेत्रों में किसानों की फसलों का बरसात और ओलावृष्टि की वजह से नुकसान हुआ है, वो सभी किसान प्रशासन से तत्काल मुआवजे की मांग कर रहे हैं। उन्होंने एडीओ, विधायक और डीसी से अपील की है कि वे मौके पर आकर स्थिति का जायजा लें और किसानों को राहत राशि दिलाने की प्रक्रिया शुरू करें।
डीसी को लिखित रिपोर्ट भेजकर किसानों को मुआवजा दिलाने की सिफारिश
वहीं कोसली में विधायक अनिल यादव ने लाल रोहड़ाई सहित अन्य प्रभावित गांवों का दौरा किया और बताया कि कुछ गांवों में 100% फसलों का नुकसान हुआ है। उन्होंने डीसी को लिखित रिपोर्ट भेजकर किसानों को मुआवजा दिलाने की सिफारिश की है। विधायक ने बताया कि जिन किसानों ने फसल बीमा नहीं कराया है, वे क्षतिपूर्ति पोर्टल पर आवेदन करें ताकि उन्हें सरकार से राहत राशि मिल सके। हालांकि, कई किसानों का कहना है कि उन्होंने पहले भी बीमा कराया था, लेकिन अभी तक मुआवजा नहीं मिला।
related
Latest stories
.webp)
अनिल विज का बड़ा बयान, कहा - हम किसी धर्म या जाति के खिलाफ नहीं, 'धर्म के नाम पर आतंक करने वालों के खिलाफ हैं'

बजट को लेकर मंत्री राव नरबीर ने कहा 'उनके 38 साल के राजनैतिक जीवन का सबसे महत्वपूर्ण बजट'

देवीलाल की प्रतिमा पर चढ़ कर रील बनाने वाले युवा हुए शर्मिंदा, मांगी माफ़ी, दिग्विजय ने वापिस ली शिकायत