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The Haryana Story | खेती कर महिलाओं को रोजगार दे रही पूजा आर्य, सालाना 30 लाख रुपए का मुनाफा कमा रहे पति-पत्नी

खेती कर महिलाओं को रोजगार दे रही पूजा आर्य, सालाना 30 लाख रुपए का मुनाफा कमा रहे पति-पत्नी

महिला किसान के पति करते थे धान और गेहूं की खेती मुनाफा कम होने की वजह से पत्नी के कहने पर बदला फसल चक्र, तीन नेट हाउस लगाकर खीरे, रंग बिरंगी शिमला मिर्च, मशरूम की खेती से कमा रहे लाखों

प्रतीकात्मक तस्वीर

हरियाणा के करनाल जिले के घरौंडा स्थित इंडो इजराइल सब्जी उत्कृष्टता केंद्र में तीन दिवसीय 11वें सब्जी एक्सपो का शुभारंभ हरियाणा के कृषि एवं कल्याण मंत्री श्याम सिंह राणा द्वारा किया गया। इस किसान मेले में हरियाणा, पंजाब, राजस्थान और उत्तर प्रदेश सहित विभिन्न राज्यों से बागवानी किसानों ने अपने उत्पादों का प्रदर्शन किया। उन्होंने सब्जी मेले का भ्रमण किया. सब्जियों की आधुनिक तकनीक को देखा. साथ ही सब्जी मेले में आए किसानों से बातचीत की।

बागवानी और कृषि देश की अर्थव्यवस्था के लिए बहुत महत्वपूर्ण

कार्यक्रम को सम्बोधित करते हुए कृषि मंत्री श्याम सिंह राणा ने कहा कि बागवानी और कृषि देश की अर्थव्यवस्था के लिए बहुत महत्वपूर्ण है, यह एक वैश्विक अर्थव्यवस्था का हिस्सा है। हमें अपने देश की अर्थव्यवस्था को पांचवें स्थान से तीसरे स्थान पर लाने के लिए हर क्षेत्र का विकास करना होगा,प्रदेश में बागवानी को बढ़ावा देने के लिए गन्नौर में आधुनिक सब्जी मंडी का निर्माण किया जा रहा है। 

सरसों की सरकारी खरीद को लेकर मैंने तीन मंडियों का दौरा किया

अगले 1 साल के अंदर इसका निर्माण कार्य पूरा हो जाएगा। हरियाणा सरकार बागवानी, मछली पालन, डेयरी और फूलों की खेती को बढ़ावा देने की दिशा में काम कर रही है। पंजाब सरकार को भी हरियाणा की तरह किसानों की फसल एमएसपी पर खरीदनी चाहिए। बजट सत्र में नकली बीज और दवाई पर लगाम लगाने के लिए कानून कड़े किए गए हैं। सरसों की सरकारी खरीद को लेकर मैंने तीन मंडियों का दौरा किया। सरसों की खरीद ठीक तरीके से चल रही है। 

3 नेट हाउस लगाकर लाखों रुपए का सालाना मुनाफा कमा रही

वहीं इस मेले में करनाल के घरौंडा सब्जी उत्कृष्टता केंद्र में 11 वे मेगा सब्जी एक्सपो किसान मेले का आयोजन किया जा रहा है जिसमें प्रदेश पर से प्रगतिशील किसान पहुंच रहे हैं। ऐसे में कैथल जिले के गाँव क्लासर की रहने वाली प्रगतिशील महिला किसान पूजा आर्य भी इस मेले में अपना स्टाल लगाने पहुँची है। महिला किसान जिस तरह से 3 नेट हाउस लगाकर न सिर्फ लाखों रुपए का सालाना मुनाफा कमा रही है। बल्कि उसने आसपास की तकरीबन 20 महिलाओं को रोजगार देकर एक मिसाल पेश की है।

उसके तीन फार्म पर 15 से 20 महिलाएं करती है काम

महिला किसान ने बताया 2018 से वह फार्मिंग कर रही है 3 नेट हाउस में संरक्षित खेती करती है जिसमे वह खीरा, शिमला मिर्च,और सीजन वाइस मशरूम की खेती करती है। महिला किसान ने बताया उसके तीन फार्म पर 15 से 20 महिलाएं काम करती है। उन्होंने बताया नेट हाउस में खीरे लगाना उनकी मुख्य खेती है। एक नेट हाउस के10 लाख रुपए सालाना मुनाफा कमा रही है। 

शिमला मिर्च की खेती करने के बारे में जानकारी देते हुए बताया

महिला किसान ने शिमला मिर्च की खेती करने के बारे में जानकारी देते हुए बताया सबसे पहले शिमला मिर्च की पौध को तैयार किया जाता है अगस्त में नेट हाउस में शिमला मिर्च की पौध को लगा दिया जाता है जनवरी फरवरी में तैयार हो जाती है। उसके बाद फरवरी में नेट हाउस में खीरे लगा दिया जाता है 4-5 महीने की खीरे की फसल होती है। दो फसलें होती है नेट हाउस में अगर खीरा लगाना चाहते हैं तो खीर भी लगा सकते हैं, अगर शिमला मिर्च लगाना चाहते हैं तो शिमला मिर्ची लगा सकते हैं।

20 महिलाओं को रोजगार भी दिया

महिला किसान ने बताया उनके पति पहले गेहूं और धान की खेती किया करते थे लेकिन उसमें मुनाफा नहीं हुआ करता था, उसके बाद मैंने अपने पति के साथ मिलकर फसल चक्र बदला और खीरा शिमला मिर्च और सीजन वाइस मशरूम की खेती की उसमें काफी मुनाफा हुआ इसके बाद अब हम तीन नेट हाउस में खेती कर सालाना 30 लाख रुपए की कमाई कर रहे हैं और 20 महिलाओं को रोजगार भी दिया हुआ है।

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