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The Haryana Story | कुरुक्षेत्र के आध्यात्मिक, सांस्कृतिक, पर्यटन और तीर्थ स्थलों के बारे में अब एक छत के नीचे मिलेगी सूचना

कुरुक्षेत्र के आध्यात्मिक, सांस्कृतिक, पर्यटन और तीर्थ स्थलों के बारे में अब एक छत के नीचे मिलेगी सूचना

आध्यात्मिक और सांस्कृतिक नगरी कुरुक्षेत्र के इतिहास की सूचना अब कुरुक्षेत्र विकास बोर्ड (केडीबी) के पर्यटन सूचना केन्द्र में मिल पाएगी

प्रतीकात्मक तस्वीर

हरियाणा की आध्यात्मिक और सांस्कृतिक नगरी कुरुक्षेत्र के पर्यटन एवं तीर्थ स्थलों की तमाम सूचनाएं व इससे सम्बंधित इतिहास की सूचना अब कुरुक्षेत्र विकास बोर्ड के पर्यटन सूचना केन्द्र में मिल पाएगी। इस पर्यटन सूचना केन्द्र को अब पर्यटकों के लिए खोल दिया गया है। अहम पहलू यह है कि मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी के आदेशानुसार आगामी 3 माह में सभी पर्यटन सूचना केन्द्र शुरू कर दिए जाएंगे।

केडीबी के पहले पर्यटन सूचना केन्द्र का उद्घाटन किया

ज्योतिसर गीता स्थली, बस स्टैंड और रेलवे स्टेशन पर भी पर्यटन सूचना केन्द्र खोलने की योजना है। कुरुक्षेत्र की उपायुक्त नेहा सिंह, केडीबी के मानद सचिव उपेन्द्र सिंघल, केडीबी के मुख्य कार्यकारी अधिकारी एवं एसडीएम लाडवा पंकज सेतिया ने मंत्रोच्चारण के बीच केडीबी के पहले पर्यटन सूचना केन्द्र का उद्घाटन किया।

देश विदेश से आने वाले पर्यटकों के लिए एक विशेष बॉक्स उपलब्ध करवाया जाएगा

इसके उपरांत, उपायुक्त ने सैल्फ हैल्प ग्रुप द्वारा पर्यटन सूचना केन्द्र में बनाए गए हस्त शिल्पी कक्ष, कैफेटेरिया, डिजिटल डाक्यूमेंट्री कक्ष, पर्यटन विश्राम केन्द्र के साथ-साथ अन्य कक्षों का भी अवलोकन किया। इस दौरान उपायुक्त नेहा सिंह ने केडीबी की तरफ से देश विदेश से आने वाले पर्यटकों के लिए एक विशेष बॉक्स में ब्रह्मसरोवर का जल, पवित्र ग्रंथ गीता, ज्योतिसर के वट वृक्ष का पत्ता और प्रसाद आदि शामिल है, की वितरण प्रक्रिया का आगाज किया। यह बॉक्स केडीबी की तरफ से महज 230 रुपए की दर से उपलब्ध करवाया जाएगा।

स्थलों के बारे में देश, विदेश से आने वाले पर्यटक सहजता से जान सकेंगे

आज शुरू किये गए इस पर्यटन सूचना केन्द्र में देश विदेश से आने वाले पर्यटकों के तमाम दिक्कतों का समाधान करते हुए गाइड, 48 कोस के तीर्थों की जानकारी, महाभारत कालीन पर्यटन स्थल, डिजिटल कक्ष में महाभारत पर आधारित डाक्यूमेंट्री सहित विश्राम गृह, रेलवे व हवाई जहाज टिकट की बुकिंग सुविधा भी उपलब्ध करवाई जाएगी। पर्यटन सूचना केन्द्र के माध्यम से पर्यटकों को एक ही छत के नीचे तमाम सुविधाएं मिल पाएंगी। इस सूचना केन्द्र से पर्यटकों को 9वीं व 11वीं शताब्दी में उत्खनन से मिली प्राचीन मूर्तियों को रैपिलिका का भी दी जाएगी। इससे कुरुक्षेत्र के आध्यात्मिक, सांस्कृतिक, पर्यटन और तीर्थ स्थलों के बारे में देश, विदेश से आने वाले पर्यटक सहजता से जान सकेंगे।

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