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The Haryana Story | करनाल में शहीदी दिवस पर लगी शहीदों की प्रदर्शनी, लेफ्टिनेंट विनय नरवाल को समर्पित 'Wall of Valour' बनी आकर्षण का केंद्र

करनाल में शहीदी दिवस पर लगी शहीदों की प्रदर्शनी, लेफ्टिनेंट विनय नरवाल को समर्पित 'Wall of Valour' बनी आकर्षण का केंद्र

शहीदी दिवस पर करनाल के एक प्राइवेट स्कूल में शहीदों की याद में विशेष प्रदर्शनी का आयोजन किया गया, इस प्रदर्शनी का उद्देश्य युवाओं और बच्चों को वीर सैनिकों की गाथा से अवगत कराना था

शहीदी दिवस के अवसर पर मंगलवार को करनाल के एक प्राइवेट स्कूल में शहीदों की याद में विशेष प्रदर्शनी का आयोजन किया गया। इस प्रदर्शनी का उद्देश्य युवाओं और बच्चों को उन वीर सैनिकों की गाथा से अवगत कराना था, जिन्होंने देश की रक्षा के लिए अपने प्राणों की आहुति दी। कार्यक्रम का सबसे बड़ा आकर्षण रहा ‘वीरता की दीवार’ (Wall of Valour), जिसे करनाल के बेटे और नौसेना के लेफ्टिनेंट विनय नरवाल को समर्पित किया गया। विनय नरवाल ने पहलगाम आतंकी हमले में अपनी जान गंवाई थी। उस दौरान वह अपनी पत्नी के साथ वहां घूमने गए हुए थे। उनकी शहादत के बाद देश ने आतंकियों को मुंहतोड़ जवाब देने के लिए ऑपरेशन सिंदूर चलाया, जिसमें कई आतंकी ठिकानों को ध्वस्त किया गया।

वे हथियार भी शामिल थे जो ऑपरेशन सिंदूर के दौरान इस्तेमाल किए गए थे

प्रदर्शनी में दिखाए गए हथियार और दस्तावेजइस प्रदर्शनी में सेना, नौसेना और वायुसेना से जुड़े हथियारों, दस्तावेजों और उपकरणों को प्रदर्शित किया गया। इसमें वे हथियार भी शामिल थे जो ऑपरेशन सिंदूर के दौरान इस्तेमाल किए गए थे। साथ ही हरियाणा पुलिस के जवानों द्वारा इस्तेमाल किए जाने वाले हथियार और संसाधन भी प्रदर्शनी का हिस्सा रहे। बच्चों और स्थानीय लोगों को विस्तार से बताया गया कि किस प्रकार हमारे सैनिक सीमा पर तैनात रहकर दिन-रात देश की रक्षा करते हैं। 

विनय नरवाल की बहन ने भी किया रक्तदान

सेना के अधिकारी ने बताया कि भारतीय सेना के पास ऐसे आधुनिक हथियार है जो बिना इंटरनेट के दुश्मन को अपना निशान बना सकते है। भारतीय सेना ने इन हथियारों का इस्तेमाल ऑपरेशन सिंधुर में करते हुए दुश्मन को धूल चटाने का काम किया। कार्यक्रम में ब्लड डोनेशन कैंप भी आयोजित किया गया। जिसमें समाजसेवियों और युवाओं ने बढ़-चढ़कर हिस्सा लिया। इस रक्तदान शिविर में विनय नरवाल की बहन ने भी रक्तदान किया। रक्तदान को महापुण्य कार्य मानते हुए बड़ी संख्या में लोगों ने इसमें भाग लिया और अपनी सहभागिता दर्ज करवाई।

Wall of Valour’ बनी प्रेरणा का केंद्र

स्कूल प्रांगण में बनाई गई ‘Wall of Valour’ में लेफ्टिनेंट विनय नरवाल की तस्वीर, उनकी नौसेना की ड्रेस और कैप, सेना–नौसेना–वायुसेना से जुड़ी तस्वीरें लगाई गईं। इस दीवार के सामने खड़े होकर हर कोई भावुक नज़र आया। आयोजकों का कहना था कि यह दीवार आने वाले समय में बच्चों और युवाओं के लिए प्रेरणा का स्रोत बनेगी और उनमें देश सेवा का जज़्बा जगाएगी।

स्पीकर हरविंदर कल्याण के उद्गार

मीडिया से बातचीत में विधानसभा स्पीकर हरविंदर कल्याण ने कहा कि विनय नरवाल हरियाणा की शान हैं। उन्होंने पहलगाम हमले में शहादत दी, जिसे कभी भुलाया नहीं जा सकता। कल्याण ने कहा कि ऑपरेशन सिंदूर के माध्यम से भारतीय सेना ने कम समय में आतंकियों को करारा जवाब दिया। उन्होंने वॉल ऑफ वेलर की पहल को सराहते हुए कहा कि यह आने वाली पीढ़ियों के लिए प्रेरणा का केंद्र बनेगी।

परिवार का भावुक पल

विनय नरवाल के पिता राजेश नरवाल ने कहा कि शहीदी दिवस के मौके पर स्कूल द्वारा की गई यह पहल अपने आप में अनूठी है। उन्होंने कहा कि स्कूल ने बीते एक महीने से उनसे संपर्क में रहकर विनय से जुड़ी सामग्री एकत्र की और उसे प्रदर्शनी व वॉल ऑफ वेलर में शामिल किया। यह देखकर रोमांच और गर्व की अनुभूति हो रही है। उन्होंने कहा कि बच्चों को शहीदों के बारे में जानना बेहद जरूरी है ताकि उनमें देश सेवा की भावना जागे।

गणमान्य लोग रहे मौजूद

कार्यक्रम में हरियाणा विधानसभा स्पीकर हरविंदर कल्याण, विधायक जगमोहन आनंद, करनाल की मेयर रेनू बाला गुप्ता, भाजपा नेता सहित अनेक गणमान्य लोग मौजूद रहे। वहीं, विनय नरवाल के माता-पिता, बहन और दादा भी विशेष रूप से पहुंचे। सभी ने विनय नरवाल को भावभीनी श्रद्धांजलि दी और उनके योगदान को हमेशा याद रखने का संकल्प लिया। नौसेना की ओर से प्रतिनिधि ने वॉल ऑफ़ वेलर को एक ship wheel भेंट किया और अपनी यूनिट की ओर से मोमेंटो भी प्रदान किया।

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