हरियाणा लोकसभा के चुनाव में भाजपा ने भजनलाल परिवार को छोड़ दिया है। इस परिवार ने पिछले कई चुनावों में हिसार सीट पर दावेदारी की थी, लेकिन इस बार उन्हें टिकट नहीं मिला। इसके बजाय भाजपा ने पूर्व केंद्रीय मंत्री चौधरी देवीलाल के बेटे रणजीत चौटाला को टिकट दे दिया।
भजनलाल परिवार से किनारा
भजनलाल परिवार को लोकसभा चुनाव में टिकट नहीं देकर भाजपा ने उन्हें राजनीतिक मोर्चे से किनारा कर दिया है। भजनलाल के बेटे कुलदीप बिश्नोई लंबे समय से हिसार लोकसभा सीट पर दावेदारी कर रहे थे। 2009 से 2019 तक वह चार लोकसभा चुनाव लड़ चुके हैं। मगर इस बार भाजपा ने उन्हें टिकट नहीं दिया।
कुलदीप बिश्नोई का दर्द
कुलदीप बिश्नोई ने अपने समर्थकों के जरिए अपना दर्द व्यक्त किया है। उन्होंने कहा कि भाजपा हाईकमान में उनकी दावेदारी को नहीं मानी गई और पूर्व केंद्रीय मंत्री चौधरी देवीलाल के बेटे रणजीत चौटाला को टिकट दे दिया। कुलदीप ने भाजपा के इस फैसले पर खुलकर अपना गुस्सा जताया भी है। वह अब रणजीत चौटाला के चुनाव प्रचार में भाग नहीं ले रहे हैं।
भव्य बिश्नोई को भी नहीं मिला मंत्री पद
हरियाणा में भाजपा सरकार बनने के दौरान भी भजनलाल परिवार को झटका लगा था। उसवक्त उन्हें उम्मीद थी कि कुलदीप बिश्नोई के बेटे भव्य बिश्नोई को मंत्री पद मिलेगा, लेकिन ऐसा नहीं हुआ। भाजपा ने मनोहर लाल खट्टर को हटाकर नायब सैनी को मुख्यमंत्री बना दिया। भव्य बिश्नोई ने इस पर अपना दुख जताया और लिखा था कि "राजनीति में आपकी लोकप्रियता ही अक्सर आपकी सबसे बड़ी कमजोरी साबित होती है।"
कांग्रेस का दांव
भाजपा ने भले ही भजनलाल परिवार को लोकसभा चुनाव से दूर कर दिया हो, लेकिन कांग्रेस उनका फायदा उठाने की कोशिश कर सकती है। कांग्रेस कुलदीप बिश्नोई की नाराजगी को देखते हुए उनके भाई चंद्रमोहन को हिसार से टिकट दे सकती है। हालांकि अभी कांग्रेस ने किसी उम्मीदवार का ऐलान नहीं किया है। साथ ही, भाजपा छोड़कर कांग्रेस में आए पूर्व केंद्रीय मंत्री बीरेंद्र सिंह के बेटे बृजेंद्र सिंह को भी हिसार से टिकट मिलने की उम्मीद है।
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