साइबर सुरक्षा को प्राथमिकता में शामिल करने का परिणाम
पुलिस महानिदेशक श्री शत्रुजीत कपूर ने अगस्त-2023 में अपना पदभार संभालने के बाद साइबर अपराध नियंत्रण को अपनी प्राथमिकताओं में शामिल कर लिया। उन्होंने साइबर अपराध नियंत्रण को लेकर आ रही समस्याओं के प्रत्येक पहलु का साइबर टीम के साथ बारीकी से अध्ययन किया। इसके बाद पायलट तौर पर बैंक के नोडल अधिकारी को हरियाणा पुलिस के वर्क स्टेशन में तैनात किया गया। इसके साथ ही, साइबर फ्रॉड संबंधी हेल्पलाइन नंबर पर आने वाले प्रत्येक कॉल को अटेंड करने के लिए वर्क स्टेशन पर तैनात पुलिसकर्मियों की संख्या को पहले की अपेक्षा दोगुना कर दिया गया।
बैंकों के साथ मिलकर साइबर फ्रॉड मामलों में कार्रवाई
इन प्रयासों के परिणामस्वरूप, बैंक और हरियाणा पुलिस ने एक साथ मिलकर साइबर फ्रॉड में संलिप्त बैंक खातों को फ्रीज करने की प्रतिशत दर को पहले की अपेक्षा कई गुना बढ़ा दिया। इस ट्रायल की सफलता के बाद, दो अन्य निजी बैंकों ने भी हरियाणा पुलिस के साथ मिलकर काम करना शुरू कर दिया। इन सकारात्मक परिणामों के चलते, दिन-प्रतिदिन साइबर फ्रॉड में संलिप्त बैंक खातों की प्रतिशत दर में उदाहरणात्मक बढ़ोतरी हुई। इसके साथ ही, आरबीआई के वरिष्ठ अधिकारियों तथा टेलीकॉम कंपनियों के साथ भी साइबर फ्रॉड रोकने के लिए प्रभावी कार्य योजना तैयार की गई, जिसके सकारात्मक परिणाम सामने आए।
देश में अग्रणी हरियाणा पुलिस
इन प्रयासों के चलते, सितंबर-2023 में जहां हरियाणा पुलिस देशभर में साइबर अपराध नियंत्रण को लेकर 23वें स्थान पर थी, वहीं मार्च-2024 में प्राप्त रिपोर्ट के अनुसार देशभर में पहले स्थान पर पहुंच गई है। परिणामस्वरूप, साइबर अपराध नियंत्रण को लेकर हरियाणा में किए जा रहे कार्यों को अन्य राज्यों द्वारा लागू किया जा रहा है। हरियाणा पुलिस द्वारा साइबर अपराध नियंत्रण के लिए किए गए प्रयास देश भर में प्रशंसित हो रहे हैं। राज्य ने न केवल अपने लोगों को साइबर अपराध से बचाने में सफलता प्राप्त की है, बल्कि अन्य राज्यों के लिए एक अनुकरणीय मॉडल भी बन गया है।
पुलिस महानिदेशक श्री शत्रुजीत कपूर का कहना है कि साइबर सुरक्षा को प्राथमिकता में शामिल करने के परिणामस्वरूप ही हरियाणा पुलिस ने इन उत्कृष्ट परिणाम हासिल किए हैं। उन्होंने कहा कि हम अपने प्रयासों को और अधिक मजबूत करते रहेंगे ताकि हमारे प्रदेश में साइबर अपराध पर पूर्ण नियंत्रण हो सके और लोगों को अपनी जमा पूंजी को गंवाना न पड़े।
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