सत्ता और विपक्ष के बीच शुरू हुई आरोप-प्रत्यारोप की लड़ाई अब और तेज होती जा रही है। जननायक जनता पार्टी (JJP) के नेता दिग्विजय चौटाला द्वारा मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी पर लगाए गए आरोपों का भाजपा ने पलटवार किया है। मुख्यमंत्री ने साफ कहा है कि अगर कोई दुष्यंत चौटाला पर भ्रष्टाचार के आरोप लगाते हुए एप्लिकेशन देता है, तो भाजपा उनकी जांच कराएगी।
दुष्यंत ने भी मुख्यमंत्री को बताया फेलियर
पिछले दिनों JJP के राष्ट्रीय महासचिव दिग्विजय चौटाला ने मीडिया में बयान दिया था कि सरकार का मुखोटा बदला है, लेकिन सरकार पुरानी है। उन्होंने कहा था, "बोतल बदली है, मगर शराब पुरानी है। अब भी सरकार पूर्व सीएम मनोहर लाल चला रहे हैं। उनके ईशारों पर ही प्रदेश को लूटा जा रहा है।" JJP प्रमुख दुष्यंत चौटाला ने भी हिसार अनाज मंडी का दौरा किया और मुख्यमंत्री नायब सैनी पर निशाना साधते हुए कहा, "आज के दिन हैफेड की खरीद को मंडी के आढ़तियों से हटकर अपने एजेंट को देने से दिखता है कि चुनिंदा लोगों से कार्य करवाना चाह रहे हैं। नए मुख्यमंत्री का फेलियर है, अब तक वह अपनी नई जिम्मेदारी को संभाल नहीं पाए हैं।"
CM ने किया पलटवार, भ्रष्टाचार आरोपों की जांच का दिया भरोसा
मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी ने पत्रकार वार्ता में कहा, "अगर एप्लीकेशन आती है तो दुष्यंत पर लगे भ्रष्टाचार के आरोपों की जांच करवाएंगे। दुष्यंत पर उन्हीं के पार्टी के नेताओं ने विधानसभा में आरोप लगाए थे। यह गंभीर मामला है, अगर विधायकों की तरफ से एप्लीकेशन आती है तो वह जांच करवाएंगे।" दुष्यंत पर भ्रष्टाचार के आरोप शुरू से ही लगते रहे हैं। उनके अपने ही विधायक विधानसभा में भ्रष्टाचार के आरोपों पर उन्हें घेर चुके हैं। उनके चाचा अभय चौटाला भी हिसार एयरपोर्ट के नजदीक जमीन खरीद, शराब घोटाले और रजिस्ट्री घोटाले के आरोप लगा चुके हैं। नारनौंद के JJP विधायक रामकुमार गौतम भी भ्रष्टाचार के आरोप दुष्यंत पर लगा चुके हैं। दोनों के बीच विधानसभा में बहस तक हो चुकी है।
भाजपा-JJP गठबंधन का अंत, चुनावी मैदान में टकराव तय
हरियाणा में 2019 के विधानसभा चुनाव में JJP ने 10 सीटें जीती थीं। भाजपा को बहुमत से कम सीटें मिलीं, इसलिए दोनों दलों ने गठबंधन किया था। लेकिन लोकसभा चुनाव में भाजपा द्वारा सीटें नहीं देने पर गठबंधन टूट गया। अब आगामी विधानसभा चुनावों में दोनों एक-दूसरे के खिलाफ मैदान में उतरेंगे।
JJP में भी फूट, आधे विधायक दुष्यंत के खिलाफ
JJP के सिंबल पर चुनाव लड़कर विधायक बने पूर्व मंत्री देवेंद्र बबली, बरवाला से विधायक जोगी राम, नरवाना विधायक रामनिवास सुरजाखेड़ा, गुहला चीका से विधायक ईश्वर सिंह और नारनौंद से विधायक रामकुमार गौतम JJP से बागी होकर भाजपा के साथ खड़े हैं। इन विधायकों की नाराजगी JJP में तवज्जों ना मिलना और दुष्यंत व दिग्विजय पर भ्रष्टाचार को लेकर रही है।
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