loader
देवेंद्र कादियान को जजपा ने सौंपी करनाल की चुनावी जंग

देवेंद्र कादियान को जजपा ने सौंपी करनाल की चुनावी जंग

युवा उम्मीदवार कादियान का सामना पूर्व सीएम मनोहर लाल खट्टर से होगा

Representational Image

जननायक जनता पार्टी (जजपा) ने करनाल लोकसभा सीट से पूर्व मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर के विरुद्ध देवेंद्र कादियान को उम्मीदवार बनाया है। देवेंद्र कादियान पूर्व उपमुख्यमंत्री दुष्यंत चौटाला के रिश्तेदार भी हैं। 45 वर्षीय देवेंद्र इनेलो पार्टी के पूर्व विधायक स्व. सतबीर सिंह कादियान के पुत्र हैं। उनके पिता सतबीर सिंह कादियान इनेलो शासन काल में हरियाणा विधानसभा के स्पीकर और इफ्को के चेयरमैन भी रहे थे। पार्टी नेतृत्व ने चुनावी रणनीति के तहत इस सीट पर युवा उम्मीदवार को मैदान में उतारा है। देवेंद्र कादियान 2019 विधानसभा चुनाव में भी जजपा के टिकट पर पानीपत ग्रामीण सीट से लड़े थे और भाजपा के मजबूत उम्मीदवार को कड़ी टक्कर दी थी।

चुनौतीपूर्ण मुकाबला

जजपा के युवा उम्मीदवार देवेंद्र कादियान का सामना पूर्व मुख्यमंत्री और भाजपा के वरिष्ठ नेता मनोहर लाल खट्टर से होगा। साथ ही कांग्रेस उम्मीदवार भी इस सीट पर उनकी चुनौती बनेंगे। हालांकि, कादियान के पिछले प्रदर्शन और जमीनी कनेक्शन को देखते हुए यह मुकाबला काफी रोचक होने वाला है।

राजनीतिक विरासत और अनुभव

देवेंद्र कादियान का परिवार राजनीति में काफी समय से सक्रिय रहा है। उनके पिता स्व. सतबीर सिंह कादियान इनेलो के दौर में विधानसभा के स्पीकर रहे थे। देवेंद्र कादियान ने अपना राजनीतिक सफर 1998 में ही छात्र राजनीति से शुरू कर दिया था। वे इनसो के सक्रिय कार्यकर्ता रहे और 2004 में कुरुक्षेत्र विश्वविद्यालय में छात्र संघ के चुनाव की तैयारी कर रहे थे, लेकिन चुनाव नहीं हो पाए। 2019 में उन्होंने जजपा के टिकट पर पहली बार पानीपत ग्रामीण विधानसभा सीट से चुनाव लड़ा और 47,500 वोट हासिल किए। जजपा के टिकट पर विधानसभा चुनाव लड़ने के बाद उन्हें पार्टी में प्रदेश उपाध्यक्ष की जिम्मेदारी भी मिली।

जनता के बीच जमीनी कनेक्शन

चुनाव प्रचार के दौरान देवेंद्र कादियान का ज़ोर जनता से सीधा जुड़ाव बनाने पर रहेगा। वे लोकसभा क्षेत्र के हर गांव में जाकर लोगों से मुलाकात करेंगे और उनकी समस्याएं जानेंगे। साथ ही उन्हें विकास और रोजगार के नए आश्वासन देंगे। 

चुनावी जंग के केंद्र में 

इस लोकसभा चुनाव में भी करनाल लोकसभा सीट एक बार फिर चर्चा में रहेगी। यहां एक तरफ पूर्व मुख्यमंत्री जैसे वरिष्ठ नेता हैं, तो दूसरी तरफ युवा उम्मीदवार देवेंद्र कादियान उनकी चुनौती बनेंगे। कादियान के पिछले प्रदर्शन और राजनीतिक विरासत को देखते हुए यह मुकाबला काफी दिलचस्प होने वाला है। 

Join The Conversation Opens in a new tab
×