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1952 से मतदान करते आ रहे है 109 वर्षीय रामकिशन सहरावत, इस बार भी बूथ पर पैदल चलकर जाएंगे मतदान करने

1952 से मतदान करते आ रहे है 109 वर्षीय रामकिशन सहरावत, इस बार भी बूथ पर पैदल चलकर जाएंगे मतदान करने

रामकिशन सहरावत ने 1952 के आम चुनाव में किया था पहला मतदान, तब से लेकर वह लोकसभा, विधानसभा, पंचायत, जिला परिषद के चुनाव में करते आ रहे हैं अपने मत का प्रयोग

गांव करहंस निवासी 109 वर्षीय रामकिशन सहरावत

हरियाणा में आगामी 25 मई को लोकसभा चुनाव के लिए मतदान होने जा रहा है, जिसको लेकर युवा -वृद्ध सबमें ख़ासा उत्साह देखने को मिल रहा है। इसी के दृष्टिगत पानीपत के समालखा क्षेत्र के गांव करहंस निवासी 109 वर्षीय वृद्ध किसान रामकिशन सहरावत से चर्चा हुई, जो हर बार की तरह इस बार भी बड़े उत्साह के साथ अपने मतदान का प्रयोग करने जा रहे है। 

अतीत के झरोखों से कुछ यादों को किया तरोताज़ा

गांव करहंस निवासी रामकिशन सहरावत ने अपने अतीत के झरोखों से कुछ यादों को तरोताज़ा करते हुए बताया कि वर्ष 1915, गांव में किसान परिवार में उनका जन्म हुआ था। वह चार भाई है, जिनमें दो का देहांत हो गया था। सबसे छोटे भाई महासिंह की उम्र 90 वर्ष के आसपास है। उसके पिता धर्म सिंह वर्ष 1965 में कांग्रेस पार्टी के प्रधान थे और इसके बाद गांव के सरपंच चुने गए थे। उस समय जैलदारी प्रथा हुआ करती थी।

देवीलाल व बंसीलाल बहुत ही अच्छे नेता थे

उनके पांच बेटे हैं जिनमें से दो बेटों का देहांत हो गया था। 1947 में देश का विभाजन हुआ था, तब उनकी उम्र 30-32 साल की थी। 1952 के आम चुनाव में उन्होंने पहला मतदान किया था तब से लेकर वह लोकसभा, विधानसभा, पंचायत, जिला परिषद के चुनाव में अपने मत का प्रयोग करते आ रहे हैं। बरसों पहले बेल्ट पेपर के जरिए पर्दा लगाकर मतदान किया जा रहा था, लेकिन आज के इस आधुनिक युग में ईवीएम मशीन से अपने मत का प्रयोग करते आ रहे हैं। किसानों के मसीहा पूर्व उप प्रधानमंत्री चौधरी देवीलाल व पूर्व मुख्यमंत्री बंसीलाल बहुत ही अच्छे नेता थे पूर्व मुख्यमंत्री बंसीलाल सभी के हक में फैसले लेते थे, जबकि पूर्व प्रधानमंत्री चौधरी देवीलाल ने 100 रुपए से पेंशन की शुरुआत की थी जो धीरे-धीरे बढ़कर 500 तक पहुंच गई।

पार्टी कोई मायने नहीं रखती पार्टी के अंदर नेता अच्छे होने चाहिए

रामकिशन सहरावत ने बताया कि पार्टी कोई मायने नहीं रखती पार्टी के अंदर नेता अच्छे होने चाहिए, जो मिलकर काम करें उसी को मतदान करना चाहिए। जो हालात पहले थे अब वह नहीं रहे। पहले दूध दही लस्सी घी का सेवन व शाम के समय सामाजिक मुद्दों पर सभी ग्राम वासी चर्चा करते थे। पांचवी पीढ़ी में करीब 22 वर्षीय पडपौतरी देख रहे हैं। वृद्ध ने बताया कि 80 साल खेतों में उन्होंने हल चलाया बैलों से उनका असीम प्यार रहा है। उन्होंने बताया कि सुबह के समय पानी पीने के बाद दूध का सेवन करते हैं। 24 घंटे में केवल एक रोटी का सेवन करते आ रहे हैं।

मतदान करने बूथ पर पैदल चलकर जाएंगे रामकिशन सहरावत

रामकिशन सहरावत की आंखों से रोशनी कम हो गई हो, लेकिन वह सेहतमंद है। इस बार भी लोकसभा चुनाव को लेकर वह गांव में बनाए गए बूथ पर पैदल चलकर अपने मत का प्रयोग करेंगे। इससे पहले सभी को अधिक से अधिक मतदान करने के लिए जागरूक करते आ रहे हैं। वहीं किसान रामकिशन सहरावत के बेटे बलबीर सहरावत ने बताया कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के कुशल नेतृत्व में देश उन्नति व तरक्की की ओर अग्रसर है। आज पूरे विश्व में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का डंका बज रहा है।

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