दो दिन पहले कांग्रेस पार्टी से इस्तीफा दे चुके हरियाणा के पूर्व मंत्री कैप्टन अजय सिंह यादव अपने बयान की वजह से एक बार फिर से सुर्खियों में है। जहां एक तरफ इस्तीफे के बाद अजय यादव कांग्रेस पार्टी के नेताओं पर लगातार हमलावर रहे हैं, यहां तक कि उन्होंने अपने एक्स हेंडल पर पोस्ट करते हुए राहुल गांधी के लिए कहा था कि बड़े लीडर का बेटा होना उनका मौलिक अधिकार नहीं है, इसके अलावा अजय यादव ने कांग्रेस को चापलूसों की पार्टी भी कहा है।
अब अजय यादव अपने बयान से पलट गए हैं, उन्होंने अपने एक्स हेंडल पर लिखा है कि वह जन्मजात कांग्रेसी है। यादव ने यू-टर्न लेते हुए वह "जन्म से कांग्रेसी" हैं और "अपनी आखिरी सांस तक" कांग्रेसी ही रहेंगे। पूर्व मंत्री ने कहा कि उनके बेटे और पूर्व विधायक चिरंजीव राव ने उन्हें "बीती बातों को भूलने" और पार्टी के लिए काम करने के लिए "मजबूर" किया।
बेटे ने अतीत भुलाकर आगे बढ़ने के लिए कहा
अजय यादव ने पोस्ट के जरिये कहा, "मैंने अपने नेता स्वर्गीय राजीव गांधी जी और सोनिया गांधी के साथ काम किया है, मैं उनके स्नेह को नहीं भूल सकता। मैं जन्म से कांग्रेसी हूं और अपनी आखिरी सांस तक कांग्रेसी ही रहूंगा।" अजय यादव ने कहा है कि उनके बेटे चिरंजीव यादव ने उन्हें अतीत भुलाकर आगे बढ़ने के लिए प्रेरित किया है। उनके बेटे चिरंजीव राव ने उन्हें पार्टी के पक्ष में काम करने के लिए समझाया है।
इस्तीफे के दौरान लिखा था पार्टी आलाकमान से निराश हूं
गौरतलब है कि इससे पहले गुरुवार को दक्षिण हरियाणा से कांग्रेस के कद्दावर नेता एवं ओबीसी सेल के राष्ट्रीय अध्यक्ष एवं पूर्व मंत्री कैप्टन अजय सिंह यादव ने कांग्रेस की प्राथमिक सदस्यता से इस्तीफा दे दिया था। पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे को भेजे पत्र में कैप्टन ने बताया था कि मेरे साथ खराब व्यवहार करने के लिए पार्टी आलाकमान से निराश हूं।
जन्मजात कांग्रेसी हैं और आखिरी सांस तक कांग्रेसी बने रहेंगे
अब कैप्टन अजय यादव ने अपने एक्स हेंडल पर पोस्ट करते हुए लिखा है, वह जन्मजात कांग्रेसी हैं और आखिरी सांस तक कांग्रेसी बने रहेंगे।" एक्स हेंडल पर राहुल गांधी को टैग करते हुए अजय यादव ने लिखा, "मैं इस बात से परेशान था कि OBC विभाग के लिए की गई मेरी मेहनत को हाईकमान ने सराहा नहीं था।" अजय यादव ने कहा कि कुछ कठोर शब्दों ने उन्हें भीतर तक तोड़ दिया, जिसके बाद उन्होंने पार्टी से इस्तीफा देने का फैसला कर लिया था।
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