
पेरिस इंटरनेशनल ओलम्पिक से शतरंज एशिया महाद्वीप के महासचिव ब्रह्मचारी कुलदीप शतरंज ने बताया कि अंतरराष्ट्रीय ओलंपिक कमेटी (IOC) द्वारा जारी किए गए नए नियमों ने खेल जगत में महिला सशक्तिकरण को मजबूती देने की दिशा में बड़ा कदम उठाया है। इस ऐतिहासिक पहल के तहत अब सभी राष्ट्रीय खेल महासंघों में महिलाओं को 50% वोटिंग अधिकार मिलेगा और उनके लिए पदों को आरक्षित किया गया है। इस बदलाव के चलते भारत समेत दुनियाभर के खेल संघों में बड़ी हलचल देखी जा रही है।
महिलाओं को बराबरी का हक, परिवारवाद पर रोक
पेरिस इंटरनेशनल ओलम्पिक से शतरंज एशिया महाद्वीप के महासचिव ब्रह्मचारी कुलदीप शतरंज ने बताया कि IOC के नए दिशा-निर्देशों के अनुसार, अब किसी खेल महासंघ के वर्तमान या पूर्व अध्यक्ष / महासचिव के परिवार की महिला सदस्य चुनाव नहीं लड़ सकेगी। इस कदम से खेल संघों में परिवारवाद पर अंकुश लगेगा और सामान्य पृष्ठभूमि की प्रतिभाशाली महिलाओं को आगे आने का अवसर मिलेगा।
हरियाणा शतरंज एसोसिएशन (HCA) की अग्रणी पहल
IOC के निर्देशों का सबसे त्वरित और प्रभावी पालन हरियाणा शतरंज एसोसिएशन (HCA) ने किया है। महाभारत के 'भीष्म पितामाह' और 'शक्तिमान' के नाम से प्रसिद्ध अभिनेता मुकेश खन्ना के नेतृत्व वाली HCA ने प्रदेश के सभी 22 जिलों में यह नियम अनिवार्य रूप से लागू कर दिया है। अब से यदि किसी जिले में पुरुष अध्यक्ष होगा, तो महासचिव महिला होगी और इसके विपरीत भी यही नियम लागू रहेगा।
IOC में पहली महिला अध्यक्ष, वैश्विक बदलाव की शुरुआत
मार्च 2025 में पहली बार IOC की कमान एक महिला को सौंपी गई, जो अपने आप में ऐतिहासिक है। इसके बाद महिलाओं को विश्व स्तर पर 50% वोटिंग अधिकार देने का निर्णय लिया गया है। अब IOC इन नियमों को सभी सदस्य देशों में अनिवार्य रूप से लागू करवा रही है।
बॉक्सिंग फेडरेशन ऑफ इंडिया में हाई-प्रोफाइल टक्कर
उन्होने बताया कि बॉक्सिंग फेडरेशन ऑफ इंडिया (BFI) के आगामी चुनावों में भी यह नया नियम लागू होगा। पूर्व केंद्रीय खेल मंत्री अनुराग ठाकुर और स्पाइसजेट के चेयरमैन अजय सिंह आमने-सामने हैं। चुनाव जल्द ही गुरुग्राम, हरियाणा में होने प्रस्तावित हैं। इस मुकाबले को लेकर देशभर के खेल प्रेमियों में उत्सुकता है।
नई अंतरराष्ट्रीय मान्यता: वर्ल्ड बॉक्सिंग की स्थापना
पेरिस इंटरनेशनल ओलम्पिक से शतरंज एशिया महाद्वीप के महासचिव ब्रह्मचारी कुलदीप शतरंज ने बताया कि हाल ही में IOC ने एमेच्योर इंटरनेशनल बॉक्सिंग एसोसिएशन की मान्यता रद्द कर 'वर्ल्ड बॉक्सिंग' नामक नई संस्था को अंतरराष्ट्रीय मान्यता दी है। भारत में इंडियन एमेच्योर बॉक्सिंग फेडरेशन की मान्यता समाप्त कर BFI को मान्यता दी गई है। इस नई संस्था के तहत राष्ट्रीय स्तर पर महिला प्रतिनिधित्व सुनिश्चित किया जा रहा है।
खेल संघों में व्यापक बदलाव की तैयारी
भारत में वर्तमान में भारतीय ओलंपिक संघ (IOA) से मान्यता प्राप्त 40 राष्ट्रीय खेल महासंघ हैं। अब इन सभी में महासचिव या अध्यक्ष पद में से एक महिला को अनिवार्य रूप से शामिल किया जाएगा। पहले तीन में से ज्यादातर वोट पुरुषों के होते थे, जिससे महिलाएं हाशिये पर थीं। अब यह असमानता दूर होगी।
निष्कर्ष: IOC का यह कदम न केवल खेल प्रशासन में लैंगिक समानता सुनिश्चित करेगा, बल्कि नई पीढ़ी की महिलाओं को नेतृत्व में आने का अवसर भी देगा। भारत जैसे देश में जहां पारिवारिक वर्चस्व और पुरुष प्रधानता आम रही है, वहां यह बदलाव क्रांतिकारी साबित हो सकता है।
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