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The Haryana Story | एसीबी की बड़ी कार्रवाई : पानीपत एडीसी ऑफिस में तैनात असिस्टेंट प्रोजेक्ट ऑफ़िसर को 'मोटी रिश्वत' लेते रंगे हाथ दबोचा

एसीबी की बड़ी कार्रवाई : पानीपत एडीसी ऑफिस में तैनात असिस्टेंट प्रोजेक्ट ऑफ़िसर को 'मोटी रिश्वत' लेते रंगे हाथ दबोचा

आरोपी अधिकारी ने बांध गांव के ठेकेदार से 18 लाख रुपए के बिल पास करने की एवज में करीब दो लाख रुपए की रिश्वत की मांग की थी

प्रतीकात्मक तस्वीर

एंटी करप्शन ब्यूरो (एसीबी) की टीम ने भ्रष्टाचार के खिलाफ कार्रवाई करते हुए एडीसी कार्यालय में तैनात असिस्टेंट प्रोजेक्ट ऑफ़िसर को रिश्वत लेते हुए रंगे हाथ गिरफ्तार किया है। एंटी करप्शन ब्यूरो (एसीबी) ने एडीसी कार्यालय में तैनात सहायक परियोजना अधिकारी (एपीओ) ईश्वर सिंह को जिला सचिवालय स्थित कार्यालय से 1.75 लाख रुपए की रिश्वत लेते रंगे हाथों गिरफ्तार किया है।

टीम ने ठेकेदार को रिश्वत के लिए 1.75 लाख रुपये को पाउडर लगाकर दिया

जानकारी देते हुए अधिकारियों ने बताया कि आरोपी अधिकारी ने बांध गांव के ठेकेदार से 18 लाख रुपए के बिल पास करने की एवज में करीब दो लाख रुपए की रिश्वत की मांग की थी। ठेकेदार 15 हजार रुपये दो दिन पहले दे चुका था। एंटी करप्शन ब्यूरो के प्रभारी इंस्पेक्टर सतपाल सिंह यहां पर ठेकेदार बालकिशन की शिकायत के आधार पर अपनी टीम के साथ मंगलवार दोपहर बाद करीब साढ़े तीन बजे जिला सचिवालय पर पहुंचे। ड्यूटी मजिस्ट्रेट की देखरेख में टीम ने ठेकेदार को रिश्वत के लिए 1.75 लाख रुपये को पाउडर लगाकर दिया। 

बिल पास करने की एवज में दो लाख रुपये की मांग की थी

ठेकेदार बालकिशन ए.पी.ओ. ईश्वर सिंह के कार्यालय में पहुंचे। यहां उनको रिश्वत के पैसे देकर ए.सी.बी. की टीम को इशारा कर दिया। टीम ने ए.पी.ओ. ईश्वर सिंह को उनके कार्यालय में ही रंगे हाथों गिरफ्तार कर लिया। ठेकेदार बालकिशन ने बताया कि उन्होंने बांध गांव में खेतों के खाल (पानी पक्के नाले) बनाए थे। उनके करीब 18 लाख रुपये के दो बिल थे। ए.पी.ओ. ईश्वर सिंह ने बिल पास करने की एवज में दो लाख रुपये की मांग की थी। उन्होंने आठ लाख रुपये का एक बिल पास कर दिया था। अब करीब 9.65 लाख रुपये का बिल बाकी था। जिन्हें पास करने के लिए रिश्वत मांगी गई थी।

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