लोकसभा चुनाव में कांग्रेस और बीजेपी की 50-50 की हार-जीत के बाद अब बारी है विधानसभा चुनाव की। ऐसे में कांग्रेस हो या बीजेपी सभी दलों ने अपनी धरातल पर काम करना शुरू कर दिया है। छोटे से बड़े स्तर पर बैठकों के दौर खुरु हो चुके है। उल्लेखनीय है कि लोकसभा चुनाव के दौरान हरियाणा में कांग्रेस ने 2019 के मुताबिक इस बार अच्छा प्रदर्शन करते हुए 5 सीटों पर जीत दर्ज की, जिससे विधानसभा चुनाव की जीत की उम्मीद से आगामी योजनाएं बनाई जा रही हैं। वहीं बीजेपी 5 सीट हारने के बाद हर के कारणों और जनता को लुभाने के लिए नई योजनाओं की घोषणा में जुटी है।
न्याय पत्र बनाने के लिए करीब 45 बैठकें हुई
इसी बीच हरियाणा के कांग्रेस प्रभारी दीपक बाबरिया ने पत्र जारी कर कहा कि है कि मौजूदा बीजेपी सरकार से पीड़ित इन सभी वर्गों और हितधारकों से संवाद करके उनकी अपेक्षाओं, उम्मीदों को पूरा करने के लिए आने वाले दिनों में कांग्रेस के न्याय पत्र द्वारा एक रोड मैप निश्चित किया जा रहा है। न्याय पत्र बनाने के लिए करीब 45 बैठकें हो चुकी है। उन्होंने कहा कि आप सभी से अनुरोध है कि कांग्रेस के न्याय पत्र के लिए सुझाव दें। इस न्याय पत्र के केंद्र में हरियाणा का आमजन रहेगा।
40 वर्षों में सबसे ज्यादा मत प्रतिशत कांग्रेस को इस लोकसभा चुनाव में मिला
दीपक बाबरिया ने पत्र जारी कर कहा कि प्रिय साथियों, हाल में हुए लोकसभा चुनावों में हरियाणा में कांग्रेस पार्टी के शानदार प्रदर्शन और सफलता के लिए आप सभी को बहुत-बहुत बधाई एवं शुभकामनाएं। इस चुनाव की सबसे खास बात ये रही कि हरियाणा में पिछले 40 वर्षों में सबसे ज्यादा मत प्रतिशत कांग्रेस को इस लोकसभा चुनाव में मिला है।
अन्य राज्यों के नतीजों को देखें तो उनमें हरियाणा कांग्रेस ने सबसे ज्यादा 47.6% वोट लेकर पहले नंबर पर अपनी उपस्थिति दर्ज कराई है। साथ ही इनकी तुलना 2019 के नतीजों से की जाए तो कांग्रेस के वोटों में सभी राज्यों से ज्यादा 19.7% वोटों की वृद्धि हुई है। पूरे प्रदेश में हरियाणा वासियों ने दिल खोलकर कांग्रेस पार्टी का साथ और समर्थन दिया।
कांग्रेस 10 से बढ़कर 31 पर आई और बीजेपी 79 से 40 सीटों पर सिमटी
उन्होंने कहा कि प्रदेश के सभी 10 लोकसभा क्षेत्रों में कांग्रेस के वोट प्रतिशत में रिकॉर्ड बढ़ोतरी हुई और भाजपा के वोट प्रतिशत में रिकॉर्ड गिरावट आयी है। केवल लोकसभा क्षेत्रों में ही नहीं प्रदेश के सभी 90 विधानसभा क्षेत्रों में कांग्रेस का वोट बढ़ा है और भाजपा का वोट घटा है। 2024 के लोकसभा चुनाव में हरियाणा की 90 में से 46 विधानसभा हलकों में कांग्रेस आगे रही। जबकि, 2019 के लोकसभा चुनाव में कांग्रेस को केवल 10 सीटों पर और बीजेपी को 79 पर बढ़त मिली।
लेकिन, इसके बाद हुए विधानसभा चुनाव में कांग्रेस 10 से बढ़कर 31 पर आ गई और बीजेपी 79 से 40 सीटों पर सिमट गई। इस बार आगामी विधानसभा चुनाव में कांग्रेस को कितनी भारी जीत मिलेगी, इसका अंदाजा आसानी से लगाया जा सकता है। आदरणीय राहुल गांधी के नेतृत्व में कांग्रेस पार्टी में पुरे देश में आम लोगों की भावनाओं को मूर्त करते हुए राहुल जी की दी हुई पांच गारंटियों का भारी प्रचार प्रसार किया।
ई-मेल पर भेजें सुझाव
वहीं उन्होंने बताया कि मुझे पता है कि प्रदेश के सभी 90 विधानसभा क्षेत्रों से टिकटार्थी और कांग्रेस नेतृत्व से अपनी बात कहने वाले कांग्रेस जनों की बड़ी संख्या है, लेकिन सभी से अलग-अलग मिल पाने के लिए चुनाव के पहले 2 महीनों का समय पर्याप्त नहीं है। इसलिए हमने आप सभी की सुविधा के लिए ई-मेल एड्रेस जारी किये हैं इन ई-मेल पर आप अपना विवरण, सुझाव आदि भेज सकते हैं। पार्टी दफ्तर की तरफ से आपकी बाल को शीर्ष नेतृत्व तक पहुंचाया जाएगा और जरूरी होने पर आपसे मुलाकात का भी प्रयास किया जाएगा। मुलाकात के लिए कार्यालय न. 9718318352 पर भी संपर्क भी कर सकते हैं।
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