प्रदेश भाजपा महामंत्री डॉ. अर्चना गुप्ता ने कहा है कि अग्नि वीर योजना का मुख्य उद्देश्य देश की सेना को युवा सेना बनाना है। अग्नि वीर योजना लागू करने से पहले देश की सेवा में औसत आयु 32 वर्ष थी जो अब कम होकर 26 वर्ष हो गई है। पूरे विश्व में सभी जगह पर सेना में औसत आयु 32 वर्ष से कम है। वह जींद में पत्रकारों के साथ बातचीत कर रही थी। इस अवसर पर उनके साथ भाजपा के जिला अध्यक्ष राजू मोर, भाजपा के जिला महामंत्री डॉ राज सैनी, मुख्यमंत्री मीडिया कोऑर्डिनेटर अशोक छाबड़ा,भाजपा के जिला मीडिया प्रभारी मनीष गोयल, नगर पार्षद सियाराम गोयल, पार्टी नेता विजय मघन व भूपेंद्र टॉक भी मौजूद थे।
विपक्ष का यह विरोध देश विरोधी
कार्य डॉ.अर्चना गुप्ता ने कहा कि वर्ष 2022 में 45896, वर्ष 2023 में 53,575 अग्निवीरों की भर्ती की गई है। वर्ष 2024 के लिए भर्ती प्रक्रिया जारी है। सरकार ने इस दौरान बेटियों को भी भारतीय सेना में शामिल किया है और आज बेटियां तीनों ही सेनाओं में काम करती हुई नजर आती हैं। अग्निवीर के माध्यम से 1985 बेटियों को सेना में शामिल किया गया है,जो सेना के तीनों अंगों में काम कर रही हैं। उन्होंने विपक्ष द्वारा अग्निवीर योजना को लेकर किए जा रहे दुष्प्रचार का कड़ा विरोध करते हुए कहा कि विपक्ष का यह विरोध देश विरोधी कार्य है।
नए बच्चे बड़ों की तुलना में तकनीक के प्रति अधिक जागरूक होते
उन्होंने कहा कि सेना को युवा होने के साथ-साथ आधुनिक तकनीक और नए-नए हथियारों से भी अवगत होना चाहिए और नए बच्चे बड़ों की तुलना में तकनीक के प्रति अधिक जागरूक होते हैं। अर्चना गुप्ता ने कहा कि 4 साल के बाद जब कोई अग्निवेश रिटायर होकर वापस आता है तो उसे 10 लाख रुपए मिलते हैं।
वित्त मंत्रालय अग्नि वीरों को अपना उद्योग या अपना कार्य स्थापित करने के लिए प्राथमिकता के आधार पर ऋण सुविधा मुहैया करवाता है। इसके अलावा अगर कोई बच्चा प्राइवेट सेक्टर में सर्विस करना चाहता है तो उसे भी प्राइवेट सेक्टर वाले प्राथमिकता के आधार पर अपने यहां रखना चाहते हैं क्योंकि उनमें अनुशासन और टीम भावना बहुत ज्यादा विकसित होती है।
भाजपा सरकार ने बेटियों को सेना में शामिल कर उन्हें सम्मान प्रदान किया
भाजपा नेत्री डॉ.अर्चना गुप्ता ने कहा कि ने कहा कि अग्निवीर की सेवा के दौरान सामान्य मौत होने पर उसे 48 लाख रुपए प्रदान किए जाते हैं और युद्ध में शहीद होने पर 92 लाख की सहायता राशि उसके परिवार को दी जाती है। इसके साथ अपंग होने की स्थिति में अलग-अलग कैटेगरी में 40, 25 और 15 लाख रुपए तथा उसके अन्य लाभ प्रदान किए जाते हैं। इसराइल और रूस में हर बच्चे को सेना में सेवा देना जरूरी है। उन्होंने कहा कि कांग्रेस ने अपने शासन में कभी भी बेटियों को सेना में शामिल नहीं होने दिया। भाजपा सरकार ने बेटियों को सेना में शामिल कर उन्हें सम्मान प्रदान किया है।
अग्निवीर योजना के प्रति युवाओं में खासा उत्साह
उन्होंने कहा कि कांग्रेस,आम आदमी पार्टी और तृणमूल कांग्रेस ने एक प्रोपेगेंडा के तहत भ्रामकता फैलाने का काम किया कि चार साल बाद युवा क्या करेगा, लेकिन उसने यह नहीं सोचा कि 4 साल बाद वह युवा एक सफल युवा होगा जो 25% तो सेना में ही शामिल हो जाएगा और जो बाहर आएगा उनमें से बहुत से लोगों की सरकारी नौकरी लग जाएगी और जो रह जाएंगे उनमें से कुछ प्राइवेट सेक्टर में और कुछ अपना स्टार्टअप इंडिया या स्टैंड अप इंडिया शुरू करने की स्थिति में होंगे। उन्होंने कहा कि बहुत से देश में सेना में शॉर्ट सर्विस कमिशन लागू है, क्योंकि इससे राष्ट्र निर्माण होता है। उन्होंने कहा कि अग्निवीर योजना के प्रति युवाओं में खासा उत्साह है।
एक लाख 20 हजार युवाओं को नौकरी देने का काम किया
भाजपा की प्रदेश महामंत्री अर्चना गुप्ता ने केंद्र और प्रदेश सरकार को हर मोर्चे पर सफल सरकार बताया। उन्होंने साफ कहा कि हम विपक्ष द्वारा फैलाए गए भ्रम के जाल को तोड़ नहीं पाए। उन्होंने कहा कि हुड्डा के राज में 10 साल में हरियाणा में 50 से 60000 युवाओं को नौकरी मिली थी लेकिन भाजपा ने अपने साढ़े 9 साल के शासन में 1 लाख 20 हजार युवाओं को नौकरी देने का काम किया है।
अर्चना गुप्ता ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में नोट बंदी से लेकर अग्निवीर योजना तक हर योजना देश के लोगों के हित में बनाई गई है। उन्होंने कहा कि कांग्रेस ने ताशकंद समझौता कर भारत की जमीन पाकिस्तान को सौंपने का काम किया था लेकिन आज स्थिति यह है कि चीन भी भारत से डरता है।
काठ की हांडी बार-बार नहीं चढ़ती
भाजपा की प्रदेश महामंत्री अर्चना गुप्ता ने हरियाणा में तीसरी बार बीजेपी की सरकार बनने का दावा करते हुए कहा कि काठ की हांडी बार-बार नहीं चढ़ती। अब प्रदेश की जनता कांग्रेस के बहकावे में आने वाली नहीं है। प्रदेश महामंत्री ने कहा कि कांग्रेस के राज में नौकरी हासिल करने के लिए या तो मां को अपना जेवर बेचना पड़ता था या बाप को अपना जमीन का किला बेचना पड़ता था, लेकिन भाजपा सरकार ने इस बात को सुनिश्चित किया कि नौकरी के लिए केवल शिक्षा जरूरी हो उसके बाद किसी को न तो विधायक और मंत्री के चक्कर काटने पड़ें और न ही जमीन या जेवर बेचने की जरूरत पड़े।
related
Latest stories
ये किसान व आढ़ती को ख़त्म करने का 'षड्यंत्र' नहीं तो क्या है? सदन में भाजपा पर गरजे आदित्य
सरकार द्वारा 'आंकड़े न कभी छुपाए जाते हैं, न कभी छुपाए जाएंगे', जानिए मुख्यमंत्री सैनी ने ऐसा क्यों कहा
'वे नहीं जानती कि पराली क्या होती है' दिल्ली सीएम पर बड़ोली का तंज - बोले पहले खेतों में जाकर पराली देखनी चाहिए