हरियाणा के भिवानी में कांग्रेस नेता एवं पूर्व केंद्रीय मंत्री चौधरी बीरेंद्र सिंह ने सामाजिक और शिक्षा के आधार पर आरक्षण का समर्थन किया। उन्होंने कहा कि सरकार को किसानों की मांग पूरी करनी चाहिए। अन्यथा किसानों का आंदोलन बड़ा रूप ले सकता है। हक की लड़ाई में वह उनके साथ हैं। उन्होंने भाजपा में रहते हुए भी किसानों की आवाज उठाई थी। पत्रकार वार्ता में चौधरी बीरेंद्र सिंह ने भाजपा को आड़े हाथों लिया। कहा कि 70 फीसदी मतदाताओं ने भाजपा से दूरी बना ली है।
कांग्रेस संगठनात्मक रूप से पार्टी को मजबूती देने में लगी
विधानसभा चुनाव के मद्देनजर उन्होंने कहा कि कांग्रेस संगठनात्मक रूप से पार्टी को मजबूती देने में लगी है। जल्द ही संगठन तैयार होगा। चौधरी बीरेंद्र सिंह ने कहा कि हरियाणा विधानसभा चुनाव में कांग्रेस के लिए इस बार सबसे बड़ा मुद्दा यही होगा कि कुछ लोग केवल राजनीतिक लाभ के लिए नूंह में फिर से यात्रा निकलवाना चाह रहे हैं। ऐसा करके वे जाति और धर्म की भावना को भड़काना चाहते हैं। कांग्रेस इसको अपना सबसे बड़ा मुद्दा बनाकर विधानसभा चुनाव मैदान में उतरेगी।
युवाओं को मौका देने का प्रयास करेंगे
उन्होंने कहा कि भाजपा धर्म और जाति के आधार पर चुनाव लड़ती है, जबकि जाति, धर्म के नाम पर राजनीति नहीं होनी चाहिए। इससे एकता खतरे में होती है।उन्होंने कहा कि प्रदेश की 90 विधानसभा सीटों पर सर्वे हो रहा है। इससे पार्टी सबसे मजबूत उम्मीदवार को तलाशेगी।
इसी आधार पर विधानसभा चुनाव में कांग्रेस पूर्ण बहुमत के साथ सरकार बनाएगी। उन्होंने कहा कि सर्वे के आधार पर अच्छे लोगों को आगे लाया जाएगा। वह अच्छे लोगों के लिए वकालत करेंगे और मंत्रिमंडल में युवाओं को मौका देने का प्रयास करेंगे। उन्होंने कहा कि गुणवत्ता और लोकप्रियता व्यवस्था में जरूरी है।
फायदा मिल जाने पर भाजपा व्यक्ति की कोई कदर नहीं करती
इसी आधार पर चुनाव मैदान में कांग्रेस अपने उम्मीदवार उतारेगी। तोशाम की विधायक किरण चौधरी के भाजपा में जाने की बात पर उन्होंने कहा कि भाजपा अपने फायदे के लिए इस्तेमाल करती है। फिर फायदा मिल जाने पर भाजपा व्यक्ति की कोई कदर नहीं करती।
उन्होंने कहा कि किरण के साथ भी उनके जैसा हाल होगा, क्योंकि भाजपा में किसी को बोलने की इजाजत नहीं है, जबकि कांग्रेस में उन्होंने टिकट बांटने और विधायक बनाने का काम किया है। इस मौके पर प्रदेश अध्यक्ष अशोक सिवाच, वीरेंद्र किरोड़ी, कृपाल सरपंच, वीरेंद्र श्योरान, एडवोकेट ब्रह्मानंद, दीपेश सारसर, राजू महरा जताई, संदीप खरकिया, सुखबीर कमांडो, मंजीत घनघस, सुरेश निमड़ी, अनूप बडेसरा आदि मौजूद रहे।
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