सिरसा की सांसद कुमारी सैलजा ने कहा कि बैंंक खाते में बैलेंस न होने पर सरकारी बैंकों ने खाताधारकों के खाते से 8500 करोड़ रुपये की राशि वसूल की है, ये आम जनता पर सरकार का सबसे बड़ा अत्याचार है। बैंकों ने इसे नया धंधा बना लिया है, क्या बैंक सरकार का चेहरा चमकाने के लिए ही इस प्रकार चंदा वसूल कर रहे है।
सरकार एक ओर उद्योगपति कर्जदारों के करोड़ों के कर्जे माफ कर रही है तो दूसरी ओर आम जनता का मिनिमम बैलेंस के नाम पर अकाउंट साफ कर रही है। सरकार किसी न किसी माध्यम से खुशहाल जिंदगी जीने के लोगों के सपनों को हर रोज चकनाचूर कर रही है। भविष्य को लेकर जो भी रकम खाते में जमा करता है उसे सरकार जबरन छीन रही है। सरकार के इस अत्याचार का जवाब देश की जनता जरूर देकर रहेगी और इसका प्रमाण सरकार को विधानसभा चुनाव में देखने को मिल जाएगा।
बैंक खाताधारकों पर कैंची चला रहे
मीडिया को जारी बयान में कुमारी सैलजा ने कहा कि केंद्र और प्रदेश की भाजपा सरकार किसी न किसी बहाने से आम जनता की जेब काटने में लगी हुई है, महंगाई लोगों की खुशी और खुशहाल जिंदगी को चट कर चुकी है, बेरोजगार की ग्रहण युवाओं को सता रहा है।
अब सामने आया है कि बैंक खाताधारकों पर कैंची चला रहे है, बैंक खाते में बैलेंस न होने पर सरकारी बैंकों ने खाताधारकों के खाते से 8500 करोड़ रुपये की राशि वसूल की है। देश के सरकारी बैंकों ने खाते में मिनिमम बैलेंस न होने पर 05 सालों में खाताधारकों पर 8500 करोड़ की पेनल्टी लगाई है, बैंकों द्वारा पेनल्टी के रूप में वसूल की जाने वाली राशि में 34 प्रतिशत की वृद्धि हुई है। यह खुलासा केंद्र के वित्त मंत्री ने एक लिखित प्रश्न के उत्तर में लोकसभा में दिया है।
इस बारे में बैंक को खाताधारक को सूचित करना चाहिए
उन्होंने कहा कि अगर खाते में मिनिमम राशि नहीं है तो इस बारे में बैंक को खाताधारक को सूचित करना चाहिए, ग्राहक को एक माह का समय देने का प्रावधान है। उन्होंने कहा है कि बचत खाता केवल न्यूनतम शेष राशि न बनाए रखने पर पेनल्टी लगाने से नेगेटिव बैलेंस में न बदला जाए।
उन्होंने कहा कि पंजाब नेशनल बैंक ने पिछले पांच सालों में सबसे ज्यादा 1538 करोड़ की वसूली की है, जबकि एसबीआई ने 640 करोड़, इंडियन बैंक ने 1466 करोड, बीओबी ने 1250 करोड़, केनरा बैंक ने 1157 करोड़, बीओआई ने 827 करोड़ रुपये की राशि वसूल की है। ऐसा लग रहा है कि बैंक कर्ज लेकर भागे लोगों की राशि आम जनता से वसूल कर घाटा पूरा करने में लगे हुए है।
कुमारी सैलजा ने वकील साहिब के निधन पर जताया शोक
कुमारी सैलजा ने शाह मस्ताना बिलोचिस्तानी डेरा जगमालवाली के गद्दीनशीन संत वकील साहिब (बहादुरचंद) के परमात्मा में विलीन होने की दुखद सूचना प्राप्त हुई। उनके निधन से समाज और देश को अपूरणीय क्षति हुई है, उन्होंने संगत को धर्म की राह पर सच्चाई के साथ चलने की सीख दी। हजारों भटके हुए युवाओं को समाज की मुख्यधारा में शामिल किया। संत वकील साहिब को उनकी शिक्षाओं, उनके द्वारा दी गई दीक्षाओं को लेकर सदैव याद रखा जाएगा। उन्होंने ईश्वर से प्रार्थनी की है पुण्यात्मा को अपने श्री चरणों में स्थान दे।
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