"उद्योगों को शुरू करने से लेकर सभी प्रकार की अनुमति लेने तक की प्रक्रिया को और सरल बनाया जाए, ताकि प्रदेश में ज्यादा से ज्यादा उद्योग लगे जिससे रोजगार को भी बढ़ावा मिले।'' उक्त निर्देश हरियाणा के उद्योग एवं वाणिज्य मंत्री राव नरबीर सिंह ने बुधवार को चंडीगढ़ में एचएसआईडीसी, उद्योग एवं वाणिज्य विभाग के वरिष्ठ अधिकारियों के साथ विभागों की कार्यप्रणाली पर समीक्षा बैठक के दौरान अधिकारियों को दिए। इस मौके पर उन्होंने कहा कि देश में उद्योग स्थापित करने के लिए हरियाणा से बेहतर कोई राज्य नहीं है। उन्होंने औद्योगिक रूप से पिछड़े ब्लॉक सी और डी में नए औद्योगिक टाउनशिप विकसित करने पर जोर दिया।
समय-समय पर दौरा कर गुणवत्ता की जांच जरूर करें
नरबीर सिंह ने कहा कि औद्योगिक टाउनशिप और एचएसआईडीसी की औद्योगिक संपदा में निवेशकों की बजाय निर्माता उद्यमी आए। जल्द उत्पादन शुरू हो इस पर काम करना चाहिए, क्योंकि कई बार निवेशक निवेश करके औद्योगिक प्लॉट को खाली छोड़ देता है और समय पर विकास नहीं हो पता।
उन्होंने अधिकारियों को निर्देश दिए कि जहां भी विकास कार्य चल रहे हों, वहाँ संबंधित अधिकारी समय-समय पर दौरा कर गुणवत्ता की जांच जरूर करें। इसके अलावा जहां भी औद्योगिक टाउनशिप स्थापित है, वहाँ भी दौरा कर समस्याओं का जल्द समाधान करें। उन्होंने कहा कि एचएसआईडीसी अपने इंजीनियरिंग विंग को और मजबूत करें। स्वयं की लैब बनाकर अपने स्तर पर गुणवत्ता की जांच करें।
ग्लोबल सिटी की डीपीआर जल्द से जल्द तैयार करवाई जाए
उन्होंने कहा कि केएमपी एक्सप्रेस वे की गुणवत्ता में कमी है, इसे डीएलपी पीरियड में ठेकेदार से ठीक करवाया जाए। ग्लोबल सिटी की डीपीआर जल्द से जल्द तैयार करवाई जाए। इसी प्रकार जो भी लंबित परियोजनाएं हैं उसे भी तत्परता के साथ सिरे चढ़ाया जाए। बैठक के दौरान विभाग के एसीएस अरुण कुमार गुप्ता, महानिदेशक सीजी रजनी कांथन, एचएसआईडीसी के प्रबंधक निदेशक सुशील सारवान, उद्योग एवं वाणिज्य विभाग के अतिरिक्त निदेशक मनीष लोहान व राजेश अग्रवाल सहित कई वरिष्ठ अधिकारी मौजूद रहे।
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