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The Haryana Story | UPSC में शक्ति दुबे ने रैंक-1, दूसरे स्थान पर हर्षिता गोयल और तीसरे स्थान पर अर्चित डोंगरे, जानें इनकी सफलता की कहानी

UPSC में शक्ति दुबे ने रैंक-1, दूसरे स्थान पर हर्षिता गोयल और तीसरे स्थान पर अर्चित डोंगरे, जानें इनकी सफलता की कहानी

यूपीएससी सिविल सेवा परीक्षा 2024 का परिणाम जारी, कुल 1,009 उम्मीदवारों को नियुक्ति के लिए चुना गया

प्रतीकात्मक तस्वीर

संघ लोक सेवा आयोग ने यूपीएससी सिविल सेवा परीक्षा 2024 का परिणाम जारी कर दिया है। कुल 1,009 उम्मीदवारों को नियुक्ति के लिए चुना गया है। शक्ति दुबे ने अखिल भारतीय रैंक-1 हासिल की है। उन्होंने 2018 से ही सिविल सर्विसेज की तैयारी शुरू कर दी थी। दूसरे स्थान पर हर्षिता गोयल और तीसरे स्थान पर अर्चित डोंगरे हैं। यूपी के प्रयागराज की शक्ति दुबे ऑल इंडिया टॉपर बनी हैं। उन्होंने इलाहाबाद यूनिवर्सिटी से ग्रेजुएशन किया है। इसके बाद उन्होंने बनारस हिंदू विश्वविद्यालय से बायोकेमिस्ट्री में पोस्ट ग्रेजुएशन की पढ़ाई की। 2018 में पोस्ट ग्रेजुएशन पूरी होने के बाद उन्होंने सिविल सेवा की तैयारी शुरू की। 

परीक्षा में पॉलिटिकल साइंस और इंटरनेशनल रिलेशंस उसके ऑप्शनल सब्जेक्ट थे। शक्ति दुबे के पिता देवेंद्र कुमार दुबे कहते हैं, मैं बहुत खुश हूं। मैंने उसकी पढ़ाई में सिर्फ़ यही भूमिका निभाई कि उसे जो कुछ भी चाहिए था, वह सब उपलब्ध कराता रहा। बाकी सब उसकी मेहनत और भगवान का आशीर्वाद था। देवेंद्र बताते हैं कि पिछले वर्ष दो नंबर से सफलता न मिलने के बाद शक्ति थोड़ा परेशान थीं, लेकिन हार नहीं मानीं, तैयारी में लगी रहीं और सफलता प्राप्त किया। शक्ति दुबे के पिता देवेंद्र कुमार दुबे पुलिस विभाग में हैं। उनकी माता प्रेमा दुबे गृहणी हैं।

वहीं नंबर 2 पर हर्षिता गोयल रही हैं।  हर्षिता मूल रूप से हरियाणा की हैं और कई वर्षों से गुजरात के वडोदरा में रह रही हैं। हर्षिता का जन्म हरियाणा में हुआ। इसके बाद परिवार गुजरात के वडोदरा आ गया। यहीं वो बड़ी हुईं। क्वालिफिकेशन से वो एक सीए हैं। हर्षिता थैलेसीमिया और कैंसर से पीड़ित बच्चों के लिए अहमदाबाद के बीलीफ फाउंडेशन के साथ काम कर चुकी हैं। परीक्षा में राजनीति विज्ञान और इंटरनेशनल रिलेशंस उनके वैक्लपिक विषय थे। हर्षिता की माता नहीं हैं। उन्होंने कहा कि उनकी सफलता में उनके पिता और परिवार का बहुत बड़ा योगदान है।

इसके अलावा, अपनी सफलता का श्रेय उन्होंने अपने मित्रों को भी दिया, जिन्होंने तैयारी के दौरान उनका सहयोग किया। हर्षिता कहती हैं वह महिलाओं और बच्चों के लिए विशेष रूप से काम करेंगी। वहीं अर्चित पुणे (महाराष्ट्र) के रहने वाले हैं। उन्होंने अपनी स्कूली शिक्षा मुंबई से प्राप्त की और 12वीं की पढ़ाई पुणे से की। उन्होंने ने वीआईटी, वेल्लोर से इलेक्ट्रिकल और इलेक्ट्रॉनिक्स इंजीनियरिंग में बैचलर ऑफ टेक्नोलॉजी (बी.टेक) की डिग्री ली है। उनका एक ऑप्शनल सब्जेक्ट फिलॉसफी (दर्शनशास्त्र) था। 

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