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The Haryana Story | आईएएफ ने बहुत ही सावधानी और समझदारी से दिया टारगेट को अंजाम, लेकिन अभी 'खत्म' नहीं हुआ 'ऑपरेशन सिंदूर’

आईएएफ ने बहुत ही सावधानी और समझदारी से दिया टारगेट को अंजाम, लेकिन अभी 'खत्म' नहीं हुआ 'ऑपरेशन सिंदूर’

वायुसेना ने कहा कि अभी ऑपरेशन चल रहा है इसलिए पूरी जानकारी बाद में दी जाएगी

'ऑपरेशन सिंदूर' आर्मी प्रेस कांफ्रेंस

भारतीय वायुसेना (आईएएफ) ने ‘ऑपरेशन सिंदूर’ में अपने काम को अच्छे से पूरा कर लिया है। आईएएफ ने यह काम बहुत ही सावधानी और समझदारी से किया है। यह सब देश के हित को ध्यान में रखकर किया गया। वायुसेना ने कहा कि अभी ऑपरेशन चल रहा है इसलिए पूरी जानकारी बाद में दी जाएगी। गत 22 अप्रैल को पहलगाम में आतंकवादी हमले के बाद भारत ने पाकिस्तान स्थित आतंकवादी ठिकानों के खिलाफ एक्शन लिया था। इसमें वायुसेना ने बड़ी भूमिका निभाई। पहले ही दिन इंडियन एयरफोर्स ने एयर स्ट्राइक के जरिए पाकिस्तान और पाकिस्तान के कब्जे वाले कश्मीर (पीओके) में 9 आतंकी ठिकानों को नष्ट कर दिया।

भारत ने ये सभी हमले अपनी हवाई सीमा के अंदर से किए

भारतीय वायुसेना ने रविवार को लोगों से कहा कि वे अटकलें न लगाएं। आईएएफ ने यह भी कहा है कि बिना जांची परखी खबरों को न फैलाएं। सेना ने इसे ‘ऑपरेशन सिंदूर’ नाम दिया। ‘ऑपरेशन सिंदूर’ में बड़ी संख्या में पाकिस्तानी आतंकवादी मारे गए। भारत ने इस ऑपरेशन के जरिए पाकिस्तान और पाकिस्तान अधिकृत कश्मीर (पीओके) में 9 आतंकी ठिकानों को निशाना बनाया। इनमें जैश ए-मोहम्मद का गढ़ बहावलपुर भी शामिल है। भारत के सटीक हमले के बाद पाकिस्तान ने 48 घंटों के लिए अपने हवाई क्षेत्र को बंद कर दिया है। भारत-पाकिस्तान सीमा पर स्थिति तनावपूर्ण है। भारत ने ये सभी हमले अपनी हवाई सीमा के अंदर से किए हैं।

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने हाई लेवल मीटिंग की

पाकिस्तान के साथ सीजफायर पर सहमति बनने के बावजूद जम्मू-कश्मीर व पंजाब में सीमाओं पर शनिवार देर शाम पड़ोसी मुल्क की ओर से गोलीबारी व ड्रोन्स अटैक की कोशिशों के बाद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने हाई लेवल मीटिंग की है। बैठक में रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह, विदेश मंत्री एस. जयशंकर, तीनों सेनाओं के प्रमुख, राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार अजीत डोभाल और चीफ ऑफ डिफेंस स्टाफ जनरल अनिल चौहान भी मौजूद रहे। 

भारत-पाक में शांति नहीं होती तो लाखों लोग मारे जाते : डोनाल्ड ट्रंप 

अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने भारत और पाकिस्तान के बीच शत्रुता समाप्त होने का स्वागत किया। उन्होंने कहा कि अगर दोनों पक्षों के बीच शांति स्थापित नहीं होती तो लाखों लोग मारे जा सकते थे। ट्रंप दोनों देशों के बीच संभावित परमाणु हमले का संदर्भ दे रहे थे। ट्रंप ने कहा कि मुझे भारत और पाकिस्तान के मजबूत और अडिग शक्तिशाली नेतृत्व पर बहुत गर्व है क्योंकि उनके पास यह जानने और समझने की शक्ति, बुद्धि और धैर्य है कि वर्तमान आक्रमण को रोकने का समय आ गया है जिसके कारण बहुत से लोग मारे जा सकते थे और बहुत कुछ नष्ट हो सकता था। ट्रंप ने इस दावे पर जोर दिया कि अमेरिका ने शांति स्थापित करने में मदद और कश्मीर पर समाधान के लिए मध्यस्थता की पेशकश भी की है। 

बाजार खुले रहे और गतिविधियां सामान्य हो रही

बॉर्डर से लगे राजस्थान, पंजाब, जम्मू-कश्मीर में रविवार सुबह हालात सामान्य दिखाई दिए। बाजार खुले रहे और गतिविधियां सामान्य हो रही हैं। भारत ने कहा है कि अगले हफ्ते संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद (यूएनएससी) में टीम भेजी जाएगी। यह पाकिस्तान के आतंकवाद को बढ़ावा देने वाले नए सबूत सौंपेगी। बता दें कि पहलगाम हमले के दिन गत 22 अप्रैल से 10 मई तक पाकिस्तान की गोलीबारी में 6 जवान शहीद हो चुके हैं, जबकि 60 घायल हैं। इसके अलावा, 25 लोगों की मौत हो चुकी है और 50 से ज्यादा घायल हैं। जम्मू-कश्मीर के कई इलाकों में पाकिस्तान की फायरिंग-शेलिंग से नुकसान हुआ है। पुंछ के मानकोट के तहसीलदार मोहम्मद मारूफ कादरी ने रिहायशी इलाकों में हुए नुकसान का जायजा लिया।

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