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The Haryana Story | 13 फ़रवरी को दिल्ली मार्च के लिए किसान है तैयार।

13 फ़रवरी को दिल्ली मार्च के लिए किसान है तैयार।

लंगर के लिए ट्रेक्टर ट्रोलों में सामान लोड

प्रतीकात्मक तस्वीर

किसान कार्यकर्ता 13 फ़रवरी को दिल्ली मार्च के लिए अपनी कमर कस चुके हैं। किसान अपनी लंबे समय से एमएसपी की गारंटी, पेंशन और कर्ज़ माफ़ी जैसे मुद्दों के लिए सरकार पर दबाव बनाने हेतु ये मार्च करने जा रहे हैं।

ट्रैक्टर ट्रोलो में लंगर के लिए सामान तैयार

किसान यूनियन ने कार्यकर्ताओं को ट्रैक्टर ट्रोलों में लंगर के लिए कंबल, राशन, दवाइयाँ, टेंट, पानी और अन्य सामान लोड करने के लिए कहा है। इससे साफ़ ज़ाहिर होता है कि अगर मार्च लंबा खींचेगा तो किसान पूरी तरीक़े से तैयार हैं। ऐसे में तसवीर सिंह ,बीकेयू के प्रवक्ता का कहना है कि “किसान हर तरीक़े की स्थिति का सामने करने के लिए तैयार है और उसी को ध्यान में रखते हुए सारी तैयारियां की गई है। आंदोलन को सफल बनाने के लिए समय-समय पर बैठकें की जा रही है और कार्यकर्ताओं को ड्यूटी सौंप दी गई है।” 

शांतिपूर्ण मार्च आयोजित करना चाहते हैं

उन्होंने बताया कि वह अलग अलग राज्यों में ट्रैक्टर मार्च निकाल रहे हैं ताकि लोगों को परिस्थितियों से जागरूक किया जा सके। उनका कहना था कि वह 13 फ़रवरी को शांतिपूर्ण मार्च आयोजित करना चाहते हैं लेकिन सरकार कुछ अन्य योजनाएं बना रही है। उन्होंने बताया कि किसानों के घरों पर नोटिस और पुलिस अधिकारियों को भेजना सरकार ने शुरू कर दिया। 

उन्होंने कहा “हम जनता से अपील करते हैं, ख़ास कर के उन लोगों से जिन्हें शादियों में जाना है और जिनकी निर्धारित फ़्लाइटस है।वे इसी अनुसार अपनी दिल्ली की यात्रा की योजना बनाए क्योंकि सरकार किसानों को रोकने के प्रयास में 12 फ़रवरी से 14 फ़रवरी तक यातायात की आवाजाही पर रोक लगा सकती है। अगर किसी यात्री को राष्ट्रीय राजमार्ग पर असुविधा होती है तो सरकार इसके लिए ज़िम्मेदार होगी। 

हरियाणा में किसानों को रोकने की तैयारी 

इसी के चलते हरियाणा पुलिस ने पंजाब के किसानों को अंबाला में प्रवेश करने से रोकने के लिए शंभू बॉर्डर पर तैयारी शुरू कर दी है। पंजाब के बीकेयू एकता सिद्धपुर से जुड़े किसानों का एक समूह वहाँ का जायज़ा करने भी पहुँचा। किसानों का कहना है कि हरियाणा सरकार को उन्हें दिल्ली पहुँचने से नहीं रोकना चाहिए। सरकार ने पिछले आंदोलन के दौरान भी किसानों को रोकने का प्रयास किया था। उन्होंने कहा कि अब उनके पास आंदोलन का अनुभव है और वह किसी भी क़ीमत पर दिल्ली पहुँच कर रहेंगे।

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