चंडीगढ़ में आयोजित प्रेस कॉन्फ्रेंस को संबोधित करते हुए किसानों के दिल्ली कूच पर अपनी तीखी प्रतिक्रिया देते हुए सीएम मनोहर लाल खट्टर ने किसान आक्रमण करने जा रही एक सेना की तरह दिल्ली की ओर कूच करने की कोशिश कर रहे है। अपनी मांगों को मनवाने के लिए किसानों का ये तरीका गलत है। उन्होंने कहा कि किसान सेना की तरह ट्रैक्टर, ट्रॉली, अर्थ मूवर और एक साल का राशन लेकर आगे बढ़ रहे है। उन्होंने कहा कि दिल्ली जाना सबका लोकतांत्रिक अधिकार है, लेकिन जाने से पहले मोटिव तो स्पष्ट करें। पिछले किसान आंदोलन में क्या हालात हुए थे वो सबके सामने हैं।
दिल्ली चलो आह्वान पर आपत्ति नहीं, तरीके पर आपत्ति
खट्टर ने किसानों के दिल्ली चलो के आह्वान पर कहा कि हर किसी को राष्ट्रीय राजधानी जाने का लोकतांत्रिक अधिकार है। किसान जिस भी मोटिव से दिल्ली कूच कर रहे हैं वो ठीक है, पर हमें उनके तरीके पर आपत्ति है। हमें उनके दिल्ली जाने पर कोई आपत्ति नहीं है। ट्रेन, बस और उनके अपने साधन है। लेकिन ट्रैक्टर एक कृषि उपकरण है ना कि परिवहन का साधन। पंजाब सरकार उन्हें रोक सकती थी लेकिन उन्होंने ऐसा नहीं किया।
दिल्ली सरकार का कहना है कि वे किसानों के आंदोलन के समर्थन में है। खट्टर ने अब निरस्त किए जा चुके कृषि कानूनों के खिलाफ किसानों के पहले के आंदोलन का भी उल्लेख किया और कहा कि उन्होंने एक साल तक टिकरी और सिंघु बॉर्डर पर डेरा डाला और आमजन को परेशानी पहुंचाई। उन्होंने किसानों के ‘दिल्ली चलो’ आह्वान पर एक सवाल पर कहा आज भी कई वीडियो हैं जिसमें लोग अपील कर रहे हैं कि किसानों को रुक जाना चाहिए, क्योंकि उनके कारोबार पर असर पड़ेगा।
किसान संतुष्ट है या नहीं, यह तो पंजाब को ही देखना चाहिए : सीएम
इस दौरान सीएम मनोहर लाल ने पंजाब सरकार पर निशाना साधते हुए कहा कि पंजाब का अनुभव अभी नया-नया है। हरियाणा जैसी परेशानी झेलेगा, तब समझ आएगा। हमारा किसान संतुष्ट है या नहीं, यह तो पंजाब को देखना चाहिए। सीएम मनोहर लाल ने कहा कि बॉर्डर सील होने से लोग परेशान होते हैं। पंजाब के किसानों की समस्याओं का हल पंजाब सरकार को ही निकालना है। पंजाब सरकार किसानों की समस्याओं को हल नहीं कर रही है। सीएम ने कहा कि किसान अपनी समस्या पंजाब सरकार के सामने रखें। उन्होंने कहा कि पंजाब के किसान अपनी समस्या मान सरकार के सामने रखें और पंजाब सरकार उनकी समस्याओं को ठीक से सुने।
हरियाणा सरकार किसानों को दे रही है लाभ
हरियाणा सरकार भी किसानों को लाभ दे रही है। देसी गाय के गोबर से प्राकृतिक खेती करने के लिए हरियाणा में सरकार प्रोत्साहन राशि दे रही है। साथ ही बागवानी के लिए 140 करोड़ रुपए सरकार ने जारी किए हैं। किसानों से सरकार पराली खरीद रही है। सीएम ने बताया कि किसानों को कई योजनाओं में सब्सिडी दी गई है। मेरा पानी मेरी विरासत योजना के तहत 25.10 करोड रुपए दिए गए हैं। वहीं हरियाणा बजट को लेकर मुख्यमंत्री ने कहा कि हरियाणा का बजट जनहित में होगा। साथ ही उन्होंने कहा कि चुनावी साल में बजट से ज्यादा महत्वपूर्ण मेनिफेस्टो होता है।