हरियाणा में 30 -31 मार्च को किसी भी पेट्रोल पंप पर पेट्रोल-डीजल नहीं मिलेगा। पेट्रोल पंप डीलर्स 3 मांगों को लेकर हड़ताल रखेंगे। इनमें पहली मांग कमीशन बढ़ाने को लेकर है, दूसरी मांग सरकार द्वारा रेट घटाने के कारण हुए नुक्सान की भरपाई की और तीसरी मांग कई राज्यों में बेस आयल को डीजल बता कर बेचने वालो के खिलाफ कार्रवाई की मांग। इसे लेकर सभी पेट्रोल पंप डीलरों में गहरा रोष है। कमीशन में बढ़ोतरी करने के लिए कई बार सरकारी एजेंसियों से बातचीत का दौर भी चलाया, लेकिन किसी भी तरह की सुनवाई नहीं की गई। इसलिए अब पंप बंद करने का फैसला लिया है। हालांकि, इस फैसले से आम जनता को परेशानियों सामना पड़ सकता है। वहीं, दूसरी ओर ट्रांसपोर्ट से जुड़े कारोबार भी इस से प्रभावित होंगे।
हड़ताल अनिश्चित समय में भी हो सकती है तब्दील
एसोसिएशन के प्रदेशाध्यक्ष संजीव चौधरी ने कहा कि एक अर्से से सभी पेट्रोल पंप डीलर्स सरकारी एजेंसियों से तेल कमीशन में बढ़ोतरी की मांग कर रहे हैं। जब पेट्रोल लगभग 65 रुपये था, तब से दो रुपए प्रति लीटर डीजल और तीन रुपए पेट्रोल पर कमीशन दिया जा रहा है। अब तेल लगभग 100 रुपए के आसपास है, पर फिर भी कमीशन नहीं बढ़ाया गया। सरकारी वाहन, एंबुलेंस व पुलिस के वाहनों को ही तेल मिलेगा उन्होंने आगे कहा कि पेट्रोल पंप डीलरों की हड़ताल को देखते केंद्रीय तेल एजेंसियों ने कल, गुरुवार को दिल्ली में एक अहम बैठक भी बुलाई। जहां पर एजेंसियों के नुमाइंदों से तेल कमीशन पर चर्चा की। इस बैठक में कोई उचित समाधान नहीं निकला गया। इन दो दिनों के बाद ये हड़ताल अनिश्चित समय में तब्दील भी हो सकती है।
सरकारी वाहन, एंबुलेंस व पुलिस के वाहनों को ही तेल मिलेगा
पेट्रोल पंप एसोसिएशन जींद का कहना है कि उनकी मांगें यदि जल्द नहीं मानी गई मांगे तो एसोसिएशन पूरे भारत में अनिष्चित कालीन हड़ताल भी कर सकती है। एसोसिएशन का कहना है कि सरकार की नीतियों के चलते उन्हें नुकसान हो रहा है। इसके विरोध में वह हड़ताल कर रहे हैं। इस दौरान सरकारी वाहन, एंबुलेंस व पुलिस के वाहनों को ही तेल मिलेगा।
पेट्रोल व डीजल के दाम बढ़े, लेकिन कमीशन में कोई बदलाव नहीं
सरकार द्वारा पिछले चार सालों में पेट्रोल व डीजल के दाम बढ़े हैं, लेकिन उनकी कमीशन में कोई बदलाव नहीं हुआ है। दाम के मुताबिक उनकी कमीशन में बढ़ोतरी की जानी चाहिए, परंतु सरकार व कंपनी लगातार इसे घटा रही है। पिछले कई महीनों से पेट्रोल पंपों पर एक्साइज ड्यूटी व वैट बढ़ा रही है। इस वेट से ग्राहकों को नुकसान तो है ही, बल्कि पेट्रोल पंप संचालकों को ही काफी नुकसान उठाना पड़ रहा है। उन्होंने सरकार से आग्रह किया कि वह आम जनता और पेट्रोल पंप संचालकों को देखते हुए वैट और एक्साइज ड्यूटी को और घटाना चाहिए। .
related
Latest stories
ये किसान व आढ़ती को ख़त्म करने का 'षड्यंत्र' नहीं तो क्या है? सदन में भाजपा पर गरजे आदित्य
सरकार द्वारा 'आंकड़े न कभी छुपाए जाते हैं, न कभी छुपाए जाएंगे', जानिए मुख्यमंत्री सैनी ने ऐसा क्यों कहा
'वे नहीं जानती कि पराली क्या होती है' दिल्ली सीएम पर बड़ोली का तंज - बोले पहले खेतों में जाकर पराली देखनी चाहिए