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The Haryana Story | हरियाणा पुलिस ने साइबर अपराधियों पर किया हमला, बैंकों के साथ मिलकर की कार्रवाई

हरियाणा पुलिस ने साइबर अपराधियों पर किया हमला, बैंकों के साथ मिलकर की कार्रवाई

साइबर अपराधियों की पहचान कर किया 70,000 मोबाइल नंबरों को ब्लॉक, 11 बैंक कर्मियों को पहुंचाया जेल

प्रतीकात्मक तस्वीर

साइबर अपराध पर हरियाणा पुलिस का सर्वांगीण अभियान

हरियाणा पुलिस ने साइबर अपराध पर लगाम लगाने के लिए एक व्यापक अभियान छेड़ा है। इस अभियान के तहत, पुलिस ने इंडियन साइबर क्राइम कोर्डिनेशन सेंटर (आई4सी) के साथ मिलकर काम किया है। राज्य में साइबर अपराध की रोकथाम के लिए पुलिस ने 1 अप्रैल से 10 अप्रैल तक 'ऑपरेशन साइबर आक्रमण' चलाया। इस अभियान के तहत, साइबर अपराधियों की लोकेशन ट्रैक करके 84 अपराधियों को गिरफ्तार किया गया, जिनमें सबसे अधिक नूंह जिले से पकड़े गए। 

बैंक अधिकारियों के साथ मिलकर की कार्रवाई

ऑपरेशन के दौरान, हरियाणा पुलिस ने देश के 20 बैंकों के प्रतिनिधियों के साथ मिलकर कार्य किया। इस संयुक्त प्रयास के तहत, साइबर अपराध में शामिल 70,000 मोबाइल नंबरों को ब्लॉक करवाया गया। साथ ही, पुलिस ने साइबर अपराधियों को बैंक खातों के बारे में जानकारी उपलब्ध कराने वाले 11 बैंक कर्मचारियों को भी गिरफ्तार किया। पुलिस महानिदेशक शत्रुजीत कपूर ने बैंक अधिकारियों को चेतावनी दी कि यदि किसी भी साइबर फ्रॉड की वजह से किसी व्यक्ति को अपनी जमा पूंजी गंवानी पड़ती है, तो उनके खिलाफ कार्रवाई की जाएगी।

बैंक खातों पर सख्त नियंत्रण

पुलिस महानिदेशक ने बैंकों से कहा कि वे आरबीआई की गाइडलाइंस का सख्ती से पालन करें और ईकेवाईसी प्रक्रिया को ठीक से करें, ताकि फर्जी बैंक खाते न खोले जा सकें। उन्होंने कहा कि बैंक कर्मचारियों की संलिप्तता पाई जाने पर उनके खिलाफ कठोर कार्रवाई की जाएगी। इस दौरान, बैंकों द्वारा साइबर फ्रॉड की गई राशि को फ्रीज करने में की जा रही प्रगति पर भी चर्चा हुई। स्टेट बैंक ऑफ इंडिया द्वारा वर्तमान में लगभग 31 प्रतिशत राशि को फ्रीज किया जा रहा है, जिसकी सराहना की गई। पुलिस महानिदेशक ने स्टेट बैंक ऑफ इंडिया की टीम को बधाई दी और कहा कि वे अन्य बैंकों के साथ भी इस प्रयास को साझा करें।

हरियाणा पुलिस का साइबर हेल्पलाइन 1930

बैठक के बाद सभी बैंक अधिकारियों को हरियाणा पुलिस के साइबर हेल्पलाइन 1930 के वर्कस्टेशन का दौरा कराया गया। बैंक अधिकारियों ने वहां स्थापित किए गए वर्क स्टेशनों के माध्यम से साइबर फ्रॉड रोकने की प्रक्रिया के बारे में विस्तार से जानकारी प्राप्त की। इस दौरान, कोटक महिंद्रा बैंक ने तुरंत अपने नोडल अधिकारी की नियुक्ति हरियाणा पुलिस के कंट्रोल रूम में कर दी, जो बैंक अधिकारियों पर छोड़ी गई छाप को दर्शाता है।

साइबर अपराधियों द्वारा अपनाए जा रहे तरीके

पुलिस महानिदेशक ने बताया कि साइबर अपराधी रोजाना नए-नए तरीके अपना रहे हैं। वे लोगों को इन्वेस्टमेंट, नौकरी, वर्क फ्रॉम होम आदि के नाम पर फंसाते हैं। कुछ अपराधी खुद को सीबीआई, ईडी या ट्राई का अधिकारी बताकर लोगों को धमकाते हैं। उन्होंने आमजन से अपील की कि वे किसी भी प्रकार के प्रलोभन में ना आएं और तथ्यों की जांच पड़ताल करें। साइबर फ्रॉड होने पर वे जल्द से जल्द हेल्पलाइन नंबर 1930 पर संपर्क करें।

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