रोहतक लोकसभा सीट से कांग्रेस उम्मीदवार दीपेंद्र हुड्डा ने शनिवार को अपना नामांकन पत्र दाखिल किया। इस मौके पर उनके साथ पिता और पूर्व मुख्यमंत्री भूपेंद्र सिंह हुड्डा, मां आशा हुड्डा, पत्नी श्वेता मिर्धा हुड्डा और हरियाणा प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष उदयभान मौजूद थे। हालांकि, कुमारी सैलजा, रणदीप सुरजेवाला, किरण चौधरी और बीरेंद्र सिंह जैसे वरिष्ठ नेता दीपेंद्र के नामांकन से दूर रहे।
बीरेंद्र सिंह और किरण चौधरी हरियाणा कांग्रेस के नेताओं से नाराज हैं, क्योंकि उनके बेटे बृजेंद्र सिंह और बेटी श्रुति चौधरी को हिसार और भिवानी-महेंद्रगढ़ सीट से टिकट नहीं मिला। दोनों ने इशारों-इशारों में हरियाणा कांग्रेस नेतृत्व को ही इसके लिए जिम्मेदार ठहराया है।
नामांकन दाखिल करने के बाद दीपेंद्र हुड्डा ने मौजूदा भाजपा सांसद अरविंद शर्मा पर निशाना साधा। उन्होंने कहा, "मुझे उम्मीद है कि रोहतक से हमें लोगों का आशीर्वाद मिलेगा और कांग्रेस पार्टी यहां से बड़े बहुमत से जीतेगी। आमतौर पर ऐसा होता है कि विपक्षी पार्टी का उम्मीदवार यह कहता है कि मैं ये करूंगा, जबकि सत्ता पक्ष का उम्मीदवार बताता है कि मैंने ये किया। लेकिन रोहतक में हमें लगातार यही बताना पड़ रहा है कि हमने ये किया।"
उन्होंने आगे कहा, "जब मुझे यहां से सांसद बनने का मौका मिला तो मैंने क्या किया, वो भी हम ही बता रहे हैं। आगे क्या करेंगे, वो भी हम बता रहे हैं। लेकिन मौजूदा भाजपा सांसद यह नहीं बता पा रहे हैं कि उन्होंने क्या किया है। वे रोहतक लोकसभा के लिए एक भी काम नहीं बता पा रहे हैं। 10 साल पहले जो मेट्रो का खंभा मैं जहां छोड़कर गया था, वो आज भी वहीं खड़ा है। मेट्रो को रोहतक तक लाने की हमारी कोशिश रहेगी।"
नामांकन से पहले दीपेंद्र सिंह हुड्डा ने हवन यज्ञ भी किया। वहीं, 2 मई को कुमारी सैलजा ने सिरसा लोकसभा सीट से नामांकन दाखिल किया था, लेकिन भूपेंद्र सिंह हुड्डा उनके नामांकन से दूर रहे थे। इसके बाद गुरुवार को भूपेंद्र हुड्डा कांग्रेस उम्मीदवार वरुण चौधरी के नामांकन के लिए अंबाला पहुंचे थे।
रोहतक लोकसभा के रिटर्निंग अधिकारी अजय कुमार ने बताया कि रोहतक लोकसभा सीट के लिए 11 उम्मीदवारों ने 14 नामांकन पत्र दाखिल किए हैं। 6 मई तक नामांकन पत्र दाखिल किए जा सकते हैं। भाजपा के अरविंद शर्मा भी नामांकन पत्र जमा कर चुके हैं। 5 मई को रविवार के कारण नामांकन पत्र स्वीकार नहीं किए जाएंगे। 7 मई को नामांकन पत्रों की जांच की जाएगी, और उम्मीदवार 9 मई तक नामांकन पत्र वापस ले सकते हैं।
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