प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने तेलंगाना के करीमनगर में आयोजित जनसभा में अडाणी-अंबानी का नाम लेते हुए राहुल गांधी पर निशाना साधते हुए कहा कि पिछले 5 सालों से कांग्रेस के शहजादे दिन-रात एक ही माला जपते थे। 5 उद्योगपति, अंबानी और अडाणी, लेकिन जब से चुनाव घोषित हुआ है, इन्होंने अंबानी-अडाणी को गाली देना बंद कर दिया है…क्यों? प्रधानमंत्री ने कहा- मैं कांग्रेस के शहजादे से पूछना चाहता हूं कि उन्होंने अडाणी और अंबानी से कितना माल उठाया है? काला धन के बोरे भर के रुपए मारे हैं? कांग्रेस पार्टी को चुनाव के लिए उन उद्योगपतियों से कितना माल मिला? क्या टेंपो भरकर माल पहुंचा है? वहीं प्रधानमंत्री के इस बयान पर कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे, राहुल गांधी, प्रियंका गांधी सहित कई नेताओं ने पानी प्रतिक्रिया दी है।
प्रधानमंत्री अपने मित्रों पर ही हमलावर हो गए : खड़गे
पीएम के बयान पर कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे ने कहा- वक्त बदल रहा है। दोस्त दोस्त ना रहा। तीन चरणों के चुनाव पूरे हो जाने के बाद आज प्रधानमंत्री अपने मित्रों पर ही हमलावर हो गए हैं। इससे पता चल रहा है कि मोदी की कुर्सी डगमगा रही है। यही परिणाम के असली रुझान हैं। कांग्रेस पार्टी ने सोशल मीडिया पर राहुल की संसद में वो तस्वीर शेयर की जिसमें वो मोदी और अडाणी का फोटो दिखा रहे हैं। कांग्रेस ने लिखा- सवाल ऐसे करो कि भ्रष्टाचारी भी सफाई देने लगे। सवाल अब भी वही है- मोदी का अडाणी से रिश्ता क्या है?
क्या यह आपका व्यक्तिगत अनुभव है? : राहुल गांधी
एक्स पर राहुल गांधी ने 46 सेकंड का एक वीडियो जारी किया, जिसमें उन्होंने पूछा कि क्या मोदी जी व्यवसायियों द्वारा भेजे जा रहे पैसे के बारे में अपने "व्यक्तिगत अनुभव" से बोल रहे थे। वहीं राहुल गांधी ने प्रधानमंत्री के बयान ''मैं कांग्रेस के शहजादे से पूछना चाहता हूं कि उन्होंने अडाणी और अंबानी से कितना माल उठाया है?'' पर सवाल किया कि ''ये आपका पर्सनल एक्सपीरियंस है क्या'' राहुल ने पूछा मोदी जी, क्या आप थोड़ा डरे हुए हैं? आम तौर पर आप बंद कमरे में अडानी और अंबानी के बारे में बात करते हैं, लेकिन पहली बार आपने सार्वजनिक रूप से अडानी और अंबानी के बारे में बात की है। ये तो आप भी जानते हैं कि टेम्पो में पैसे देते हैं। क्या यह आपका व्यक्तिगत अनुभव है?” राहुल गांधी ने पूछा, “एक काम करो-सीबीआई, ईडी को उनके पास भेजो और पूरी जांच करो और डरो मत।”
इन दोनों के पास इतना काला धन है तो इनके खिलाफ क्यों कार्रवाई नहीं
वहीं मोदी के इस बयान पर कांग्रेस के अन्य नेताओं ने भी पीएम मोदी को घेरते हुए कहा कि “हम दो हमारे दो” के “पप्पा” अपने ही बच्चों पर हमलावर हो रहे हैं। 8 नवंबर 2016 को टीवी पर मोदीजी ने ख़ुद नोट बंदी का ऐलान किया और कहा इससे काला धन आएगा, 8 साल बाद मोदी कह रहे है कि टेम्पो भर-भर काला धन आ रहा है। दो मुख्यमंत्रियों को जेल में बैठा दिया है, ईडी और सीबीआई जांच हुई। तो इन दोनों के पास इतना काला धन है, टेम्पो और बोरे भर-भर के इतना काला धन है, तो इनके खिलाफ क्यों कार्रवाई नहीं हो रही ? ईडी और सीबीआई कुम्भकर्ण के माफिक सो क्यों रहे हैं ? तीसरी बात जो पिछले 10 सालों में निजीकरण हुआ है, किसको बेची गई है सारी सार्वजनिक संपत्ति अडानी और अम्बानी को ही तो काला धन कहाँ से आ रहा है ? कांग्रेस नेताओं का कहना है कि असली बात ये है कि पीएम मोदी बौखलाए हुए हैं परेशानी में हैं और जान गए गए हैं कि 4 तारीख को स्पष्ट और निर्णायक बहुमत नहीं मिलने वाला। इसलिए आज अपने ही दो खास मित्रों के खिलाफ आपने इतने गंभीर आरोप लगाए हैं।
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