निर्वाचन आयोग ने लोकसभा चुनाव के सातवें चरण और अंतिम चरण के लिए कल होने वाले मतदान की तैयारियां पूरी कर ली हैं। बिहार, चंडीगढ़, हिमाचल प्रदेश, झारखंड, ओडिशा, पंजाब, उत्तर प्रदेश और पश्चिम बंगाल सहित 8 राज्यों/केन्द्र शासित प्रदेशों के 57 संसदीय क्षेत्रों में मतदान होना है। साथ ही ओडिशा राज्य विधानसभा की शेष 42 सीटों के लिए भी मतदान होगा। इसके साथ ही पिछले महीने की 19 तारीख को शुरू हुए दुनिया के सबसे बड़े मतदान मैराथन की शानदार समाप्ति हो जाएगी, जिसमें पहले ही लोकसभा की 486 सीटों के लिए 6 चरणों में मतदान हो चुका है। 28 राज्यों/केन्द्र शासित प्रदेशों की सभी संसदीय सीटों के लिए मतदान सुचारु और शांतिपूर्ण तरीके से पूरा हो गया है। वोटों की गिनती 4 जून को होगी।
मतदान दलों को मशीनों और चुनाव संबंधित सामग्री के साथ संबद्ध मतदान केन्द्रों पर भेज दिया गया है। मतदान केन्द्र मतदाताओं के स्वागत के लिए तैयार हैं, जहां छाया, पेयजल, रैम्प और शौचालय सहित सभी बुनियादी सुविधाएं उपलब्ध कराई गई हैं, ताकि मतदान आरामदायक और सुरक्षित वातावरण में सुनिश्चित किया जा सके। संबंधित मुख्य कार्यकारी अधिकारियों और राज्य मशीनरी को निर्देश दिया गया है कि वे जहां भी गर्म मौसम या बारिश का पूर्वानुमान हो, वहां उससे निपटने के लिए पर्याप्त उपाय करें।
भारी गर्मी के बावजूद, पिछले चरणों में मतदान केन्द्रों पर मतदाताओं की भारी संख्या देखने को मिली है। पिछले दो चरणों में, महिला मतदाताओं का मतदान प्रतिशत पुरुष मतदाताओं से अधिक रहा है। आयोग ने मतदाताओं से मतदान केन्द्रों पर अधिक संख्या में आने और जिम्मेदारी और गर्व के साथ मतदान करने का आह्वान किया है।
चरण 7 के तथ्य:
1. आम चुनाव 2024 के सातवें चरण के लिए 1 जून, 2024 को 8 राज्यों/केन्द्र शासित प्रदेशों के 57 संसदीय निर्वाचन क्षेत्रों (सामान्य-41; एसटी-03; एससी-13) के लिए मतदान होगा। मतदान सुबह 7 बजे शुरू होगा और मतदान समाप्ति का समय संसदीय क्षेत्र के अनुसार अलग-अलग हो सकता है।
2. ओडिशा विधानसभा के 42 विधानसभा क्षेत्रों (सामान्य=27; एसटी=06; एससी=09) पर भी एक साथ मतदान होगा।
3. लगभग 10.9 लाख मतदान अधिकारी 1.09 लाख मतदान केन्द्रों पर 10.06 करोड़ से अधिक मतदाताओं का स्वागत करेंगे।
4. 10.06 करोड़ से अधिक मतदाताओं में लगभग 5.24 करोड़ पुरुष, 4.82 करोड़ महिला और 3574 थर्ड जेंडर मतदाता शामिल हैं।
5. घर पर मतदान की वैकल्पिक सुविधा 85+ और दिव्यांग मतदाताओं के लिए उपलब्ध है।
6. मतदान और सुरक्षा कर्मियों को लाने-ले जाने के लिए 13 विशेष रेलगाड़ियों और हिमाचल प्रदेश के लिए 8 हेलीकॉप्टर उड़ानों की व्यवस्था की गई है।
7. 172 पर्यवेक्षक (64 सामान्य पर्यवेक्षक, 32 पुलिस पर्यवेक्षक, 76 व्यय पर्यवेक्षक) मतदान से कई दिन पहले ही अपने निर्वाचन क्षेत्रों में पहुंच चुके हैं। वे आयोग की आंख और कान की तरह काम करते हैं ताकि पूरी सतर्कता बरती जा सके। इसके अलावा, कुछ राज्यों में विशेष पर्यवेक्षकों को भी तैनात किया गया है।
8. मतदाताओं को किसी भी तरह के प्रलोभन से सख्ती से और तेजी से निपटने के लिए कुल 2707 उड़न दस्ते, 2799 स्थैतिक निगरानी दल, 1080 निगरानी दल और 560 वीडियो देखने वाले दल चौबीसों घंटे निगरानी कर रहे हैं।
9. शराब, ड्रग्स, नकदी और मुफ्त उपहारों के किसी भी अवैध प्रवाह पर कड़ी नजर रखने के लिए कुल 201 अंतर्राष्ट्रीय सीमा चौकियों और 906 अंतर-राज्यीय सीमा चौकियों पर निगरानी रखी जा रही है। समुद्री और हवाई मार्गों पर कड़ी निगरानी रखी गई है।
10. मतदान केन्द्रों पर पानी, शेड, शौचालय, रैंप, स्वयंसेवकों, व्हीलचेयर और बिजली जैसी न्यूनतम सुविधाएं उपलब्ध कराने की व्यवस्था की गई है ताकि बुजुर्ग और दिव्यांगजनों सहित प्रत्येक मतदाता आसानी से अपना वोट डाल सके।
11. सभी पंजीकृत मतदाताओं को मतदाता सूचना पर्चियां वितरित की गई हैं। ये पर्चियां सुविधा के उपाय के रूप में काम आती हैं और आयोग की ओर से मतदान करने के लिए आमंत्रण के रूप में भी काम आती हैं। लेकिन मतदान के लिए इनका होना ज़रूरी नहीं है।
12. मतदाता इस लिंक https://electoralsearch.eci.gov.in/ के माध्यम से अपने मतदान केन्द्र का विवरण और मतदान तिथि देख सकते हैं।
13. आयोग ने मतदान केन्द्रों पर पहचान सत्यापन के लिए मतदाता पहचान पत्र (EPIC) के अलावा 12 वैकल्पिक दस्तावेज भी प्रदान किए हैं। यदि कोई मतदाता का नाम मतदाता सूची में पंजीकृत है, तो इनमें से कोई भी दस्तावेज दिखाकर मतदान किया जा सकता है। वैकल्पिक पहचान दस्तावेजों के लिए ECI के आदेश का लिंक: https://tinyurl.com/43thfhm9
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