मनोहर लाल खट्टर की राजनीतिक यात्रा काफी रोमांचक और संघर्षपूर्ण रही है। गरीब किसान परिवार से आने वाले खट्टर अपने सपनों को पूरा नहीं कर पाए और उन्हें दिल्ली में एक दुकानदार बनना पड़ा। लेकिन उनके भीतर की राजनीतिक चाहत और संघर्ष करने की क्षमता ने उन्हें ऊंचाइयों तक पहुंचा दिया। आज वह प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के करीबी सहयोगियों में से एक हैं और मोदी सरकार के तीसरे कार्यकाल में केंद्रीय मंत्री बन गए हैं।
गरीबी के कारण डॉक्टर नहीं बन पाए
मूलरूप से रोहतक जिले के निंदाना गांव से आने वाले मनोहर लाल खट्टर 5 भाइयों में सबसे बड़े थे। उनके पिता चाहते थे कि वह पढ़ाई के साथ-साथ खेती में भी हाथ बटाएं। गरीबी के कारण खट्टर की डॉक्टर बनने की इच्छा पूरी नहीं हो पाई और उन्हें स्कूली पढ़ाई के बाद दिल्ली जाना पड़ा।
दिल्ली में दुकानदार बनकर किया जीवनयापन
दिल्ली यूनिवर्सिटी से ग्रेजुएशन करने के बाद, खट्टर ने दिल्ली के सदर बाजार में एक दुकान खोल ली। इसी दौरान वह आरएसएस से जुड़ गए और प्रचारक के तौर पर काम किया। 1994 में उन्होंने भाजपा ज्वाइन कर ली।
मोदी के साथ मिलकर संगठन में किया काम
1990 के दशक में जब नरेंद्र मोदी भाजपा के हरियाणा मामलों के प्रभारी थे, उस समय खट्टर उनके संपर्क में आए। दोनों ने संगठन में साथ मिलकर काम किया और यहीं से उनकी दोस्ती शुरू हुई। बाद में खट्टर ने 20 साल संगठन में काम किया।
2014 में बने हरियाणा के सीएम
2014 के विधानसभा चुनाव में पहली बार करनाल सीट से जीतकर विधायक बने खट्टर को हरियाणा का मुख्यमंत्री बना दिया गया। इस तरह 18 साल बाद किसी गैर-जाट नेता को सीएम की कुर्सी मिली। 2019 में भी खट्टर की ही अगुवाई में भाजपा ने चुनाव लड़ा और गठबंधन के जरिए राज्य में फिर सरकार बनाई।
लगातार तीन चुनावों में विजयी, सीएम से केंद्रीय मंत्री बने
भाजपा नेतृत्व ने 2024 के लोकसभा चुनाव की घोषणा से महज 4 दिन पहले, मनोहर लाल खट्टर को हरियाणा के मुख्यमंत्री पद से हटा दिया और नायब सैनी को नया मुख्यमंत्री बनाया गया।
मनोहर लाल खट्टर ने अपने पूरे राजनीतिक करियर में कुल 3 चुनाव लड़े और सभी में विजयी रहे। उन्होंने 2014 के विधानसभा चुनाव में पहली बार करनाल सीट से मैदान में कूदा और जीत हासिल की। इस जीत के बाद ही उन्हें अचानक हरियाणा का मुख्यमंत्री बना दिया गया।
2019 के विधानसभा चुनाव में भी खट्टर ने करनाल सीट से ही चुनाव लड़ा और एक बार फिर जीत दर्ज की। 2024 के लोकसभा चुनाव में भाजपा ने उन्हें करनाल लोकसभा सीट से उतारा, जहां उन्होंने कांग्रेस उम्मीदवार दिव्यांशु बुद्धिराजा को 2 लाख से अधिक वोटों के अंतर से हराया और सांसद बने। अब मनोहर लाल खट्टर मोदी सरकार के तीसरे कार्यकाल में केंद्रीय मंत्री बन गए हैं।
पैतृक संपत्ति सरकार को दान की
मनोहर लाल ने अपने पैतृक गांव में प्रॉपर्टी को सरकार को दान कर दिया था। वह अपने घर-परिवार से ज्यादा संपर्क नहीं रखते, लेकिन हरियाणा के सीएम, सांसद और अब केंद्रीय मंत्री बनने पर उनके गांव में जश्न मनाया गया।
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