विदेश की धरती पर 4 से 7 जुलाई तक बड़े ही भव्य तरीके से अंतरराष्ट्रीय गीता महोत्सव मनाया जाएगा। विदेशों में गीता की अलख जगाने वाले गीता मनीषी स्वामी ज्ञानानंद महाराज ने जानकरी देते हुए बताया कि इंग्लैंड के शहर लीसेस्टर में 4 जुलाई से 7 जुलाई तक अंतर्राष्ट्रीय गीता महोत्सव मनाया जाएगा, जिसे लेकर वहां के लोगों में बेहद उत्साह है।
गीता मनीषी स्वामी ज्ञानानंद महाराज ने बताया कि इंग्लैंड के शहर लीसेस्टर में वहां के मेयर और पुलिस अधिकारियों सहित तमाम वरिष्ठ अधिकारियों को श्रीमद् भागवत गीता भी बांटी जाएगी। उल्लेखनीय है कि स्वामी ज्ञानानंद या जिन्हें स्वामी ज्ञानानंद जी महाराज के नाम से बेहतर जाना जाता है, एक भारतीय महामंडलेश्वर संत हैं जो भगवद गीता पर अपने शोध और एक प्रसिद्ध गीता वक्ता के लिए जाने जाते हैं।
कनाडा में भी मचेगी गीता की धूम
इस कार्यक्रम के बाद अंतर्राष्ट्रीय गीता महोत्सव के उपरांत कनाडा में भी एक सप्ताह तक गीता प्रवास कार्यक्रम की धूम देखी जाएगी। उन्होंने बताया कि भागवत गीता के प्रति देश के साथ-साथ विदेश में भी लोगों में जागरूकता बढ़ी है। उन्होंने कहा कि लोगों को भी लगने लगा है कि वास्तविक समाधान हमें भागवत गीता से मिल सकता है। जो युद्ध के हालात बन रहे हैं उसका समाधान भी भगवत गीता के अंदर है।
जानिए और कहां -कहां से मिला अंतर्राष्ट्रीय गीता महोत्सव मनाने का न्योता
जानकारी के अनुसार मॉरीशस यूके इंग्लैंड कनाडा सहित कई कंट्री में अंतर्राष्ट्रीय गीता महोत्सव मनाया जा चुका है। वहीं अमेरिका केन्या फ्रांस इंडोनेशिया नेपाल से भी अंतर्राष्ट्रीय गीता महोत्सव मनाने का न्योता मिला है कि वहां पर भी अंतरराष्ट्रीय स्तर पर गीता महोत्सव मनाया जाए। वहां पर भी अंतरराष्ट्रीय स्तर पर जल्द गीता महोत्सव मनाया जाए जिसका प्रारूप तैयार हो रहा है।
हर वर्ष कुरुक्षेत्र 18 दिनों तक चलता है अंतर्राष्ट्रीय गीता महोत्सव
ग़ौरतलब है कि अंतर्राष्ट्रीय गीता महोत्सव मुख्य रूप से हरियाणा के कुरुक्षेत्र में मनाया जाता है। त्यौहार का स्थान इस आयोजन की पवित्रता को और बढ़ा देता है। कुरुक्षेत्र वह भूमि है जहां भगवान कृष्ण ने अर्जुन को दिव्य गीत ‘भगवद् गीता’ सुनाई थी। यह स्थान इसलिए भी महत्वपूर्ण है क्योंकि प्रसिद्ध ऋषि मनु ने यहीं मनुस्मृति लिखी थी। और यह महोत्सव 18 दिनों तक चलता है। साथ ही कुरुक्षेत्र में यह महोत्सव बड़ी ही धूमधाम से मनाया जाता है।
जानें स्वामी ज्ञानानंद महाराज के बारे में
स्वामी ज्ञानानंद या जिन्हें स्वामी ज्ञानानंद महाराज के नाम से बेहतर जाना जाता है, एक भारतीय महामंडलेश्वर संत हैं जो भगवद गीता पर अपने शोध और एक प्रसिद्ध गीता वक्ता के लिए जाने जाते हैं। उन्होंने गीता की व्याख्या की है और दुनिया भर में कई पेशेवरों को प्रेरित किया है। वह एक हिंदू दार्शनिक और एक सामाजिक कार्यकर्ता भी हैं। वह वैष्णव धर्म का पालन करने वाले एक संगठन के संस्थापक हैं जिसे "श्री कृष्ण कृपा सेवा समिति" कहा जाता है।
गीता प्रचार में स्वामी ज्ञानानंद महाराज का असाधारण योगदान
उन्होंने भगवद गीता को बढ़ावा देने के लिए "GIEO GITA" नामक एक और संगठन की भी स्थापना की है, इसलिए उन्हें गीता मनीषी स्वामी ज्ञानानंद महाराज के नाम से भी जाना जाता है। उन्होंने राजनीति विज्ञान में एम.ए. किया है, बाद में वे अपने गुरुदेव स्वामी गीतानंद के अनुयायी शिष्य बन गए, जहां से उन्होंने गीता की दार्शनिक व्याख्या प्राप्त की।
एक प्रसिद्ध, विख्यात और सम्मानित गुरु, स्वामी ज्ञानानंद को उनके असाधारण योगदान के लिए बहुत पसंद किया जाता है। गीता का प्रसार करने और एक स्वतंत्र विश्व बनाने की इच्छा के साथ, स्वामी जी ने हमेशा अपनी प्रबुद्ध दृष्टि के माध्यम से दुनिया को अपनी सेवा प्रदान की है।
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