भारतीय कुश्ती जगत में एक बार फिर तूफान आ गया है। ओलंपिक पदक विजेता और देश के स्टार पहलवान बजरंग पुनिया ने नेशनल एंटी-डोपिंग एजेंसी (नाडा) पर गंभीर आरोप लगाए हैं। पुनिया का कहना है कि नाडा उन्हें कुश्ती छोड़वाना चाहता है और इसलिए उनके खिलाफ साजिश रच रहा है।
सोनीपत से मिली जानकारी के अनुसार, बजरंग पुनिया ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स (पूर्व में ट्विटर) पर एक पोस्ट के माध्यम से अपनी भड़ास निकाली। उन्होंने लिखा, "नाडा ने मेरे द्वारा दिए गए सभी तथ्यों को नजरअंदाज करते हुए मुझे फिर से निलंबित कर दिया है। यह स्पष्ट रूप से दर्शाता है कि वे नहीं चाहते कि मैं किसी भी कीमत पर कुश्ती जारी रखूं।"
यह मामला 10 मार्च को हुए ओलंपिक गेम्स के एशियन क्वालिफायर्स के नेशनल ट्रायल्स से जुड़ा है। उस दिन नाडा ने बजरंग से डोपिंग टेस्ट के लिए सैंपल मांगा था, जिसे देने से पुनिया ने इनकार कर दिया था। इसके बाद नाडा ने पुनिया को निलंबित कर दिया और उन्हें नोटिस जारी किया, जिसका जवाब 11 जुलाई तक मांगा गया है।
पुनिया ने आरोप लगाया कि नाडा अपने ही नियमों का उल्लंघन कर रहा है। उन्होंने कहा, "नाडा के पास मेरे सवालों का कोई जवाब नहीं है और वे अपनी गलतियों की जिम्मेदारी नहीं लेना चाहते। वे सिर्फ अपने बचाव के लिए एथलीट को परेशान करना चाहते हैं।"
इस मामले में यह ध्यान देने योग्य है कि यह पहली बार नहीं है जब नाडा ने पुनिया को निलंबित किया है। इससे पहले 5 मई को भी उन्हें निलंबित किया गया था, लेकिन तब एंटी डोपिंग डिसिप्लिनरी पैनल ने 3 हफ्ते बाद ही उनका निलंबन रद्द कर दिया था। उस समय यह पाया गया था कि पुनिया को नियमानुसार नोटिस जारी नहीं किया गया था।
पुनिया ने नाडा पर सवालों से भागने का भी आरोप लगाया है। उन्होंने पूछा, "नाडा किट के बारे में मेरे सवालों का जवाब क्यों नहीं देता?" यह सवाल डोपिंग टेस्ट के लिए इस्तेमाल होने वाली किट की विश्वसनीयता पर सवाल उठाता है।
इस पूरे विवाद के बीच पुनिया ने अपने दृढ़ संकल्प को दोहराया है। उन्होंने कहा, "अगर नाडा अपने अहंकार के लिए पहलवानों के धैर्य और अपने अधिकारों के लिए खड़े होने के दृढ़ संकल्प को चुनौती देना चाहता है, तो उसे ऐसा करने दो। पहलवान यहीं हैं और अंत तक लड़ेंगे।" यह विवाद भारतीय खेल जगत में एक बड़ी बहस छेड़ सकता है। एक तरफ जहां नाडा का कहना है कि वह सिर्फ अपना काम कर रहा है और खेल को स्वच्छ रखने की कोशिश कर रहा है, वहीं दूसरी ओर पुनिया जैसे दिग्गज खिलाड़ी का आरोप है कि उन्हें निशाना बनाया जा रहा है।
यह देखना दिलचस्प होगा कि आने वाले दिनों में यह मामला किस दिशा में मोड़ लेता है। क्या नाडा पुनिया के सवालों का जवाब देगा? क्या पुनिया अपने आरोपों के समर्थन में कोई ठोस सबूत पेश करेंगे? या फिर यह विवाद भी कई अन्य विवादों की तरह समय के साथ ठंडा पड़ जाएगा? इन सवालों के जवाब आने वाले दिनों में मिलेंगे, लेकिन एक बात तय है कि भारतीय कुश्ती का यह संकट जल्द खत्म होने वाला नहीं है।
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