पूर्व केंद्रीय मंत्री एवं सिरसा से लोकसभा सांसद कुमारी सैलजा ने प्रदेश के शहरी इलाकों में पदयात्रा निकालने का फैसला लिया है। यात्रा जुलाई महीने के अंतिम सप्ताह में शुरू होगी। इसके जरिए कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे व विपक्ष के नेता राहुल गांधी का संदेश हर शहरी मतदाता तक पहुंचाया जाएगा। साथ ही भाजपा के 10 साल के कुशासन के बारे लोगों को विस्तार से बताया जाएगा। पद यात्रा का मुख्य लक्ष्य कांग्रेस को शहरी विधानसभा क्षेत्रों में भाजपा के मुकाबले मजबूत करते हुए निर्णायक बढ़त दिलाना है।
नई रणनीति के तहत शहरी विधानसभा क्षेत्रों पर फोकस करने की जरूरत
लोकसभा चुनाव के परिणाम का अध्ययन करने पर पता चलता है कि भाजपा ने प्रदेश के जिन 44 विधानसभा क्षेत्रों में बढ़त बनाई, उनमें से अधिकतर शहरी हैं। विधानसभा चुनाव बिल्कुल सिर पर हैं और ऐसे में कांग्रेस को शहरी विधानसभा क्षेत्रों पर एक नई रणनीति के तहत फोकस करने की जरूरत है। इसलिए कुमारी सैलजा ने पार्टी को मजबूती प्रदान करने के लिए शहरी इलाकों में पदयात्रा करने का फैसला लिया है।
जुलाई महीने के अंतिम सप्ताह में पद यात्रा शुरू करने की प्लानिंग
पदयात्रा की पुष्टि करते हुए कुमारी सैलजा ने बताया कि जुलाई महीने के अंतिम सप्ताह में पद यात्रा शुरू करने की प्लानिंग तैयार की जा रही है। जल्द ही तारीख की घोषणा के साथ ही पार्टी कार्यकर्ताओं को मीडिया के माध्यम से यात्रा का रूट जारी कर दिया जाएगा। इस पदयात्रा को लेकर कुछ अहम जिम्मेदारियां भी कार्यकर्ताओं को सौंपी जानी हैं। इसके लिए कार्यकर्ता मीटिंग बुलाई जाएगी।
लोगों ने भाजपा को आधे पर समेट दिया
कुमारी सैलजा ने कहा कि राहुल गांधी ने देश के इतिहास में सबसे बड़ी यात्राएं की। आम जनमानस की लड़ाई लड़ने के लिए उन्होंने कन्याकुमारी से कश्मीर और मणिपुर से महाराष्ट्र तक की यात्रा की। देश के हर वर्ग के आदमी से बात की, उनकी पीड़ा जानी और उन तक कांग्रेस के संदेश को पहुंचाया। उनकी प्रेरणा से ही जनवरी-फरवरी महीने में प्रदेश में कांग्रेस संदेश यात्रा निकाली गई। जिसका परिणाम लोकसभा चुनाव में साफ नजर आया। लोगों ने भाजपा को आधे पर समेट दिया।
कांग्रेस इतनी कमजोर नहीं, जितनी भाजपा दिखाने की कर रही कोशिश
कुमारी सैलजा ने कहा कि शहरी इलाकों में पार्टी इतनी कमजोर नहीं है, जितनी भाजपाई दिखाने की कोशिश करते हैं। कांग्रेस के पास शहरों में आज भी कार्यकर्ताओं की फौज है। इन्हें एकजुट करते हुए इनमें नई ऊर्जा भरने की जरूरत है। उन तक राहुल-खड़गे का संदेश पहुंचाने की जरूरत है। शहरी कार्यकर्ता का मनोबल बढ़ने पर कांग्रेस को तीन चौथाई बहुमत से प्रदेश की सत्ता हासिल करने से कोई नहीं रोक सकता। इसलिए इस पद यात्रा का मुख्य फोकस शहरी विधानसभा क्षेत्र रहेंगे।
हर दूसरा परिवार पीपीपी के जंजाल में उलझा
कुमारी सैलजा ने कहा कि शहरी इलाकों में समस्याओं के अंबार हैं। हर तीसरा परिवार प्रॉपर्टी आईडी के भंवर में फंसा है। हर दूसरा परिवार पीपीपी के जंजाल में उलझा है। दुकानदार, व्यापारी रंगदारी मांगने की घटनाओं से खौफ में हैं। जीएसटी ने छोटे दुकानदार का व्यापार चौपट कर दिया है। एक भी शहर ऐसा नहीं है, जिसमें सीवरेज सिस्टम, पेयजल व्यवस्था ठीक हों। पदयात्रा के जरिए इन्हें भाजपा के 10 साल के कार्यकाल के दौरान लिए गए जन विरोधी फैसलों से अवगत कराया जाएगा।
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