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हिसार एयरपोर्ट से जल्द शुरू होंगी उड़ानें, केंद्र सरकार ने दिए 1811 करोड़ रुपए

हिसार एयरपोर्ट से जल्द शुरू होंगी उड़ानें, केंद्र सरकार ने दिए 1811 करोड़ रुपए

नागरिक उड्डयन मंत्री डॉ. कमल गुप्ता ने बताया कि महाराजा अग्रसेन एयरपोर्ट हिसार के निकट 2988 एकड़ जमीन पर इंटीग्रेटेड मार्केटिंग क्लस्टर तैयार होगा, 1300 एकड़ जमीन पर वर्ल्ड पोर्ट, ड्राई पोर्ट और मेगा कार्गो पोर्ट स्थापित किया जाएगा

प्रतीकात्मक तस्वीर

केंद्र सरकार ने हरियाणा के हिसार के महाराजा अग्रसेन हवाई अड्डे से अगले महीने उड़ानें संचालित करने की तैयारी के बीच 1811 करोड़ रुपए को और विकसित करने के लिए दिए हैं। नागरिक उड्डयन मंत्री डॉ. कमल गुप्ता ने बताया कि महाराजा अग्रसेन एयरपोर्ट हिसार के निकट 2988 एकड़ जमीन पर इंटीग्रेटेड मार्केटिंग क्लस्टर तैयार होगा। उल्लेखनीय है कि महाराजा अग्रसेन एयरपोर्ट हिसार को लेकर प्रदेशवासियों में काफी उत्साह है और जल्द ही यहां से हवाई उड़ान शुरू हो जाएगी। 

1300 एकड़ जमीन पर ये पोर्ट होंगे तैयार : कमल गुप्ता

डॉ. कमल गुप्ता ने बताया कि इनमें से 1300 एकड़ जमीन पर वर्ल्ड पोर्ट, ड्राई पोर्ट और मेगा कार्गो पोर्ट स्थापित किया जाएगा। इंटीग्रेटेड मार्केटिंग क्लस्टर विशुद्ध रूप से डिफेंस और एयरोस्पेस केंद्रित होगा। इसमें विश्व की बड़ी कंपनियों को उद्योग स्थापित करने के लिए आमंत्रित किया जाएगा।

हिसार एयरपोर्ट का 7200 एकड़ जमीन पर चल रहा है निर्माण कार्य

आपको जानकारी दे दें कि हिसार एयरपोर्ट का निर्माण कार्य 7200 एकड़ जमीन पर चल रहा है। एनआईसीडीसी ने औद्योगिक विकास के लिए हरियाणा सरकार द्वारा दिया गया प्रस्ताव स्वीकार कर लिया है। एनआईसीडीसी की तरफ से हरियाणा सरकार को केंद्र सरकार की इक्विटी के तौर पर 1811 करोड़ रुपए दिए गए हैं। 

इतना ही नहीं, अमेरिका की ट्रेड एंड डेवलपमेंट एजेंसी इंटीग्रेटेड एविएशन हब बनाने के लिए तकनीकी और आर्थिक सहायता देगी। इसके परिणाम स्वरूप अंतरराष्ट्रीय मार्केट में महाराजा अग्रसेन एयरपोर्ट की अलग पहचान बनेगी। हिसार एयरपोर्ट के लिए अगले 30 वर्ष की कार्य योजना तैयार कर ली गई है। 

एयरपोर्ट पर ये होंगी सुविधाएं 

महाराजा अग्रसेन एयरपोर्ट के प्रोटोकॉल अधिकारी सत्यपाल आर्य ने बताया कि उक्त एयरपोर्ट पर 10,000 फीट की हवाई पट्टी, रात्रि सुविधा के लिए कैट आई, हवाई जहाजों के ट्रैफिक कंट्रोल के लिए बनी एटीसी टावर की बिल्डिंग, जीएससी एरिया, पीटीटी, जहाज खड़े होने की जगह एप्रन, लिंक टैक्सी, फ्यूल रूम, बेसिक स्पिट पैरामीटर रोड और बरसाती ड्रोन बनाने का कार्य पूरा हो चुका है। इतना ही नहीं, पुराने टर्मिनल को विस्तारित करके 150 लोगों की क्षमता का बना दिया गया है।

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