पेरिस ओलंपिक 2024 में 50 किलोग्राम फ्रीस्टाइल कुश्ती वर्ग में विनेश फोगाट के डिस्क्वालिफाई होने के बाद हरियाणा सरकार ने एक बड़ा फैसला लिया है। मुख्यमंत्री नायब सैनी ने घोषणा की है कि विनेश फोगाट को रजत पदक विजेता के समान सम्मान दिया जाएगा।
सरकार का फैसला:
मुख्यमंत्री सैनी ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर लिखा, "हमारी हरियाणा की बहादुर बेटी विनेश फोगाट ने शानदार प्रदर्शन करते हुए ओलंपिक के फाइनल में प्रवेश किया है। किसी भी कारण से वह ओलंपिक का फाइनल नहीं खेल पाई हो, लेकिन वह हम सभी के लिए चैंपियन है।" उन्होंने आगे कहा, "हमारी सरकार ने फैसला किया है कि विनेश फोगाट का पदक विजेता की तरह स्वागत और सम्मान किया जाएगा। हरियाणा सरकार ओलंपिक रजत पदक विजेता को जो सम्मान, इनाम और सुविधाएं देती है, वे सभी विनेश फोगाट को भी कृतज्ञतापूर्वक दी जाएंगी।"
आर्थिक सहायता और नौकरी:
हरियाणा सरकार की घोषणा के अनुसार, विनेश फोगाट को 4 करोड़ रुपये की नकद राशि और एक सरकारी नौकरी दी जाएगी। यह वही राशि है जो सरकार पेरिस ओलंपिक में रजत पदक जीतने वाले खिलाड़ियों को देने की घोषणा कर चुकी थी।
LPU का समर्थन:
पंजाब की लवली प्रोफेशनल यूनिवर्सिटी (LPU) ने भी विनेश फोगाट को 25 लाख रुपये देने का ऐलान किया है। LPU के संस्थापक और राज्यसभा सांसद अशोक कुमार मित्तल ने कहा, "हमारे लिए विनेश अभी भी पदक विजेता हैं। उनकी यात्रा के दौरान उनके समर्पण और कौशल को मान्यता मिलनी चाहिए।"
परिवार और समर्थकों की प्रतिक्रिया:
विनेश फोगाट के ताऊ महावीर फोगाट ने सरकार के इस फैसले का स्वागत किया। उन्होंने कहा, "यह मुख्यमंत्री की अच्छी पहल है। उन्होंने इस तथ्य को स्वीकार किया है कि विनेश को सिल्वर मेडल मिला है। यह एक अच्छा कदम है और मैं इसका समर्थन करता हूं।" विनेश की चचेरी बहन और भाजपा नेता बबीता फोगाट ने भी इस फैसले की सराहना की। उन्होंने कहा, "यह स्वागत योग्य कदम है। हरियाणा की बेटी विनेश फोगाट की मेहनत, धैर्य और देश के लिए लड़ने का जो जज्बा है, वह इस तरह का सम्मान डिजर्व करती है।"
विनेश फोगाट का प्रदर्शन:
विनेश फोगाट पेरिस ओलंपिक में कुश्ती के 50 किलो भार वर्ग में गोल्ड मेडल के लिए फाइनल मैच में पहुंची थीं, लेकिन ओवरवेट की वजह से उन्हें डिस्क्वालिफाई कर दिया गया। इसके बाद उन्हें डिहाइड्रेशन के कारण अस्पताल में भी भर्ती करना पड़ा था।
हरियाणा सरकार का यह फैसला न केवल विनेश फोगाट के लिए, बल्कि अन्य खिलाड़ियों के लिए भी प्रोत्साहन का काम करेगा। यह दर्शाता है कि सरकार खिलाड़ियों के प्रयासों और समर्पण को महत्व देती है, चाहे परिणाम कुछ भी हो। इस तरह के समर्थन से भविष्य में और अधिक युवा खेलों की ओर आकर्षित होंगे और देश के लिए अपना सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन करने के लिए प्रेरित होंगे।