प्रदेश की भाजपा सरकार एक के बाद एक यू-टर्न फैसले लेकर जनभावनाओं के साथ खिलवाड़ कर रही है। मुख्यमंत्री नायब सैनी राज्य में रोड नेटवर्क को मजबूत करने की बजाय उसे कमजोर करने में लगे हुए है। उक्त बातें हरियाणा के पूर्व उपमुख्यमंत्री दुष्यंत चौटाला ने कही।
दुष्यंत चौटाला ने सरकार द्वारा कैथल-जींद-हांसी फोरलेन प्रस्ताव को रद्द करने पर कड़ी आपत्ति जताई और कहा कि कई जिलों के लोगों की मांग को देखते हुए पूर्व गठबंधन सरकार में इस योजना को सिरे चढ़ाने के लिए काम किया गया था, लेकिन सरकार ने फोरलेन बनाने की बजाय पुरानी सड़क की ही मरम्मत की घोषणा करके जनता के साथ धोखा किया है।
राज्य सरकार द्वारा फोरलेन बनाने के लिए पहल की थी
पूर्व डिप्टी सीएम दुष्यंत चौटाला ने कहा कि सात वर्ष पहले केंद्रीय परिवहन मंत्री नितिन गडकरी ने कैथल-जींद-हांसी सड़क को फोरलेन बनाने की घोषणा की थी, लेकिन इसके बाद एनएचएआइ ने इस प्रोजेक्ट को रद्द कर दिया था।
दुष्यंत चौटाला ने कहा कि पूर्व गठबंधन सरकार में लोक निर्माण मंत्री होने के नाते खुद उन्होंने क्षेत्र के लोगों की मांग को देखते हुए इसे राज्य सरकार द्वारा फोरलेन बनाने के लिए पहल की थी। उन्होंने कहा कि इस फोरलेन प्रोजेक्ट को राज्य सरकार के अंडर लिया गया था और प्रोजेक्ट की डीपीआर के लिए टेंडर प्रक्रिया और बजट का प्रावधान करने की दिशा में सकारात्मक कदम उठाए गए थे।
फोरलेन बनाना प्रस्तावित किया गया था, ताकि करीब 100 गांवों को सीधा लाभ मिले
पूर्व उपमुख्यमंत्री दुष्यंत चौटाला ने कहा कि पूर्व गठबंधन सरकार में कैथल के तितरम मोड़ से जींद वाया हांसी तक जाने वाली सड़क को फोरलेन बनाना प्रस्तावित किया गया था, ताकि फोरलेन बनने से क्षेत्र के करीब 100 गांवों के लोगों को सीधा लाभ मिले। उन्होंने कहा कि इस सड़क के फोरलेन बनने से हांसी, भिवानी, जींद, कैथल के मुसाफिरों को चंडीगढ़ आने-जाने के लिए सुगम रास्ता मिलता।
यहां आए दिन हो रहे सड़क हादसे
दुष्यंत चौटाला ने कहा कि इस तंग सड़क के कारण मजबूरन स्थानीय लोगों को नरवाना होकर सफर करना पड़ रहा है और इसमें लोगों की समय की बर्बादी के साथ-साथ यहां आए दिन सड़क हादसे हो रहे हैं। दुष्यंत चौटाला ने कहा कि कैथल-जींद-हांसी मार्ग को फोरलेन करने से कैथल, कलायत, उचाना, जींद, नारनौंद और हांसी विधानसभा क्षेत्रों के लोगों को बड़ी राहत मिलेगी और राज्य सरकार को इसकी अहमियत देखते हुए तुरंत सकारात्मक कार्रवाई करनी चाहिए।
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