भविष्य मालिका 16वीं सदी में संत अच्युतानंद दास और कुछ अन्य संतों ने लिखी थी। भविष्य मालिका में कलियुग के अंत से पहले कई भविष्यवाणियां की गई हैं। जैसे, भविष्य मालिका की एक भविष्यवाणी है कि 2030 से पहले यानी 2022-2029 के बीच पृथ्वी पर एक ऐसी भयंकर घटना घटेगी, जिसके बाद धरती पर 7 दिनों तक अंधेरा छा जाएगा। आइए, जानते हैं भविष्य मालिका की कलियुग के अंत से जुड़ीं भविष्यवाणियां।
भविष्यवाणियां : जो कलयुग की चरम सीमा की तरफ करती हैं इशारा
16वीं शताब्दी में, संत अच्युतानंददास ने ‘भविष्य मालिका’ लिखी थी, जिसमें कलयुग के अंत और दुनिया के विनाश की भविष्यवाणियां की गई थीं। भविष्य मालिका में भारत के बारे में भी कई भविष्य वाणियां की गई हैं। आपको जानकर हैरानी होगी कि भविष्य मालिका में लिखी जगन्नाथ मंदिर से जुड़ीं कई भविष्यवाणियां सच हो चुकी हैं। जैसे, त्रिदेव के वस्त्रों का जलना और प्राचीन पेड़ का गिरना आदि। जगन्नाथ पुरी मंदिर की भविष्यवाणियों के अलावा और भी ऐसी भविष्यवाणियां हैं, जो कलयुग की चरम सीमा की तरफ इशारा करती हैं।
तीसरा विश्वयुद्ध, प्राकृतिक आपदाएं, गृहयुद्ध बढ़ेंगे
भविष्य मालिका में लिखा गया है कि दुनिया में धीरे-धीरे तनाव फैल जाएगा। तनाव इस तरह से बढ़ जाएगा कि दुनिया के कई देशों में गृहयुद्ध बढ़ते जाएंगे। एक तरफ प्राकृतिक आपदा मानवजाति को बेहाल करेगी, तो दूसरी तरफ गृहयुद्ध बढ़ते जाएंगे। दुनिया में तीसरे विश्वयुद्ध का आगाज होगा, जिसमें लोग कीट-पंतगों की तरफ मरेंगे और विश्व की आबादी केवल 64 करोड़ रह जाएगी।
आसमान में निकलेंगे दो सूरज
भविष्य मालिका में भविष्यवाणी की गई है कि आसमान में दो सूरज निकलने का आभास होगा, जो एक संकेत होगा कि कलियुग अपनी चरम सीमा की तरफ बढ़ रहा है। आपको जानकर हैरानी होगी कि कुछ वर्ष पहले कोलंबिया के एक गांव में दो सूर्य निकलने का नजारा देखने को मिला था।
हालांकि, इस घटना को लेकर काफी विवाद भी हुआ था कि आखिर कोलंबिया में निकला दूसरा सूरज क्या था? कई लोगों का कहना था कि यह एक आकाशीय पिंड या फिर धूमकेतु। वहीं, भविष्य मालिका में लिखी भविष्यवाणी के अनुसार सूर्य की भांति चमकने वाला पिंड बंगाल की खाड़ी में गिरेगा, जिससे ओडिशा जलमग्न हो जाएगा।
तीन चरणों से गुजरेगी धरती
भविष्य मालिका में इस बात का उल्लेख किया गया है कि धरती 3 चरणों से होकर गुजरेगी। पहला चरण कलयुग का अंत का होगा। दूसरा चरण धरती के महाविनाश का होगा और तीसरा चरण एक नए युग का होगा, जिससे कि धरती पर एक नया युग आरम्भ होगा।
बदल जाएगी धरती की धुरी
भविष्य मालिका में इस बात का उल्लेख भी किया गया है कि धरती पर एक-साथ अलग-अलग जगहों पर बड़े भूकंप आएंगे, जिससे कि धरती की धुरी बदलने लग जाएगी और धरती ऐसी नजर नहीं आएगी, जैसे आज नजर आती है।
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