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मंत्रिमंडल में शामिल होने के लिए नवनियुक्त विधायकों की "गणेश परिक्रमा'' शुरू

मंत्रिमंडल में शामिल होने के लिए नवनियुक्त विधायकों की "गणेश परिक्रमा'' शुरू

हरियाणा सरकार का शपथ ग्रहण समारोह 17 अक्टूबर 2024 प्रातः 10:00 बजे दशहरा ग्राउंड सेक्टर 5 पंचकूला में आयोजित किया जाएगा

प्रतीकात्मक तस्वीर

हरियाणा में भाजपा की लगातार तीसरी बार जीत के बाद अब सबकी निगाहें नई सरकार और मंत्रिमंडल के गठन पर टिकी हुई हैं और पार्टी के आधिकारिक सूत्रों के मुताबिक 17 अक्टूबर 2024 प्रातः 10:00 बजे दशहरा ग्राउंड सेक्टर 5 पंचकूला में हरियाणा सरकार का शपथ ग्रहण समारोह आयोजित किया जाएगा, जिसमें प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी समेत दिग्गज नेता एवं अन्य राज्यों के मुख्यमंत्री उपस्थित रहेंगे।

वहीं संभावना जताई जा रही है की हरियाणा सरकार में मुख्यमंत्री सहित कुल 14 मंत्री हो सकते हैं। इसका मतलब है कि भाजपा को 12 नए चेहरों की तलाश करनी होगी, क्योंकि केवल एक अनिल विज ही वो सीनियर नेता हैं, जिन्होंने अपनी सीट बरकरार रखी है। ऐसे अनिल विज को मंत्री पद मिल सकता है। 

जातियों को ध्यान में रखकर करेगी कैबिनेट का गठन

भाजपा जाटों, ब्राह्मणों, पंजाबी और दलितों सहित राज्य की विभिन्न जातियों को ध्यान में रखकर कैबिनेट का गठन करेगी। जातिगत समीकरणों और समुदायों की मांगों को संतुलित करते हुए सरकार बनाना कोई आसान काम नहीं है। लेकिन भाजपा ने हाल के दिनों में सफलतापूर्वक किया है। हरियाणा में भाजपा के पास अब दलित समुदाय से नौ विधायक हैं, आठ पंजाबी मूल के, सात ब्राह्मण और जाटों और यादवों में से प्रत्येक के छह विधायक हैं। पार्टी के पास गुर्जर, राजपूत, वैश्य और एक ओबीसी नेता भी हैं। मंत्रिमंडल में शामिल होने के लिए नवनियुक्त विधायकों ने पार्टी हाईकमान के यहां गणेश परिक्रमा शुरू कर दी हैं। 

मनोहर लाल से मुलाकात करने को दे रहे अधिक तरजीह

कार्यवाहक मुख्यमंत्री नायब सिंह के दिल्ली में इस मुद्दे पर प्रधानमंत्री समेत अन्यों से मुलाकात के दौरान की गई बैठकों के बाद से वह चंडीगढ़ लौट आए हैं और प्रस्तावित पंचकुला के सेक्टर 5 स्थित परेड मैदान में संभावित शपथ ग्रहण समारोह की स्थिति का भी जायजा लिया हैं। केन्द्रीय मंत्री व विधानसभा चुनाव प्रभारी धर्मेन्द्र प्रधान के आवास पर भी कार्यवाहक मुख्यमंत्री शपथ ग्रहण समारोह और मंत्री मण्डल के चेहरों को लेकर चर्चा होने की बात भी जमकर वायरल हो रही हैं।

जबकि, मंत्री पद की दौड़ में शामिल अधिकांश नव नियुक्त विधायक पूर्व मुख्यमंत्री व केंद्रीय मंत्री मनोहर लाल से मुलाकात करने को अधिक तरजीह दे रहे हैं। उनका मानना है कि लाभ पद के लिए वह काफी मददगार साबित हो चुके हैं। अपुष्ट सूत्रों से पता चला है कि भाजपा के नव निर्वाचित दर्जनों विधायक उनसे मुलाकात कर चुके हैं। श्रुति चौधरी, शक्ति रानी शर्मा, आरती राव सिंह भी मंत्री पद की दावेदारी पेश कर रही हैं। 

जातिय आधार व नए चेहरों की भी भागीदारी के कयास

माना जा रहा है कि मुख्यमंत्री समेत 14 मंत्री शुरुआत में शपथ ले सकते हैं। जबकि, 14 वीं विधानसभा के 8 मंत्री चुनाव हार चुके हैं और 3 मंत्रियों के टिकट काट दिए गए हैं, जबकि 2 मंत्री ही 15वीं विधानसभा में पहुंच सके हैं। ऐसे में जातिय व नए चेहरों की भी भागीदारी के लिए कयास लगाए जा रहे हैं। सूबे के अंतिम छोर का मुस्लिम बाहुल्य जिला नूंह (मेवात) से पार्टी का बेशक कोई विधायक नहीं बन सका हैं, लेकिन वारिस के तौर पर पार्टी हाईकमान जिला की आधी समझी जा रही सोहना सीट से लगातार हैट्रिक बनाने वाले भाजपा विधायक को लाभ पद की सौगात से नवाजा जा सकता हैं। 

विज को नजरअंदाज कर दिया, तो पार्टी के लिए खड़ी हो सकती है परेशानी  

भाजपा के पास नौ दलित विधायक हैं, जिनमें से दो सबसे आगे हैं। एक हैं छह बार के विधायक कृष्ण लाल पंवार और दूसरे हैं दो बार के विधायक कृष्णा बेदी। पंजाबी मूल के आठ लोगों में सात बार के विधायक और पूर्व गृह मंत्री अनिल विज हैं, जो मार्च में मुख्यमंत्री नहीं बनाए जाने के बाद नाराज हो गए थे। यह तत्कालीन मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर द्वारा लोकसभा सीट के लिए नामांकन दाखिल करने के बाद इस्तीफा देने के बाद हुआ था। अम्बाला कैंट सीट लगातार तीसरी बार जीतने वाले विज को फिर से नजरअंदाज कर दिया गया, तो यह पार्टी के लिए थोड़ी परेशानी खड़ी कर सकता है। 

किस जाति से कौन बन सकता है मंत्री

जाट : महिपाल ढांडा, कृष्णा गहलावत, सुनील सांगवान

वैश्य : विपुल गोयल, घनश्याम सर्राफ 

ब्राह्मण : रामकुमार गौतम, अरविंद शर्मा, मूलचंद शर्मा

ओबीसी : आरती राव, लक्ष्मण यादव और रणबीर गंगवा 

दलित : एससी A से कृष्ण बेदी, एससी B से कृष्णपाल पंवार 

पंजाबी : विनोद भयाणा, अनिल विज, कृष्ण मिड्ढा

रोड : हरविंद्र कल्याण  

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