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हरियाणा के "इस जिले" में नाबालिग बच्चियों के गायब होने का "आंकड़ा चिंताजनक"

हरियाणा के "इस जिले" में नाबालिग बच्चियों के गायब होने का "आंकड़ा चिंताजनक"

समाजसेविका की आरटीआई से हुआ खुलासा, औसतन 30 से ज़्यादा नाबालिग बच्चियां हो रही हर महीने गायब

प्रतीकात्मक तस्वीर

पानीपत जिले के लिए ये बेहद चिंता का विषय है कि यहां नाबालिग बच्चियों और बच्चों के मामले लगातार बढ़ रहे हैं। पानीपत की समाजसेविका द्वारा लगाई गई आरटीआई से खुलासे ने नाबालिग और बालिग बच्चियों और महिलाओं के आंकड़े ने हिला कर रख दिया है।

जिस आंकड़े पर पानीपत की प्रसिद्ध समाज सेविका सविता आर्य ने गंभीर चिंता व्यक्त की है और साथ ही मानव तस्करी की आशंका भी जाहिर की है। इतना ही नहीं पूरे मामले को लेकर 12 साल की किशोरी के साथ चार दिन तक हुए रेप के मामले के वकील मनीष शर्मा और डीएसपी हेडक्वार्टर सतीश वत्स ने भी गंभीर चिंता व्यक्त की है और लोगों से अपील करते हुए खुद इस मामले को लेकर जागरूक होने की अपील भी की है।

ये है गायब होने का आंकड़ा (18 साल से कम)

महीना                  गायब होने की संख्या 

जनवरी  2024               73

फरवरी  2024               76

मार्च  2024                   75

अप्रैल  2024                 83

मई  2024                    91

जून 2024                    76

जुलाई 2024                 75

अगस्त  2024               75

कुल                            624

मां-बाप की भी जिम्मेदारी 

हाल ही में सनौली थाना क्षेत्र के अंतर्गत किशोरी से एक ऐसा दुष्कर्म का मामला सामने आया है। जिसमें आरोपी किशोरी से अपने कैंटर में लगातार चार दिन उसके साथ दरिंदगी करता रहा उसकी अस्मत से खेलता रहा उसका रेप करता रहा।। वहीं बीते दिनों गायब हुई 4 साल की बच्ची को गन्नौर से बरामद किया गया। लगातार बच्चियों के गायब होने और उनके साथ होने वाली दरिंदगी व आपराधिक घटनाएं लगातार पानीपत में बढ़ती जा रही है। 

जिसको लेकर हमने डीएसपी सतीश वत्स से पूरे मामले को लेकर बात की। उन्होंने कहा कि इन मामलों में हमारा जागरूक होना जरूरी है वही मां-बाप की भी जिम्मेदारी बनती है कि वह अपने बच्चों का ध्यान रखें। वहीं 12 साल की बच्ची के साथ कैंटर चालक द्वारा किए गए रेप मामले में उन्होंने कहा। रेप करने वाले आरोपी को पकड़ लिया है और वह अब सलाखों के पीछे है। हमारी पूरी कोशिश होगी कि उसको कठोर सजा मिले और नाबालिग लड़की को न्याय मिल सके। 

कहीं यह मानव तस्करी का मामला तो नहीं ?

नारी तू नारायणी उत्थान समिति के अध्यक्ष सविता आर्य ने जानकारी देते हुए बताया कि मैंने पहले भी आईटीआई के माध्यम से जानकारी ली थी कि कितनी बच्चियों गायब हो रही है। कितनी बच्ची वापस आती है। बहुत सी ऐसी बच्चियों भी हैं जो आज तक नहीं मिली। 

वहीं उनका यह भी कहना था कि मैं पुलिस प्रशासन से ही अपील भी करूंगी इस बात की भी जांच की जाए कि कहीं यह मानव तस्करी का मामला तो नहीं जिस तरीके से लड़कियां गायब हो रही है, वह अपने आप में चौंकाने वाला है। उनका भी कहना था कि इस तरीके की घटनाओं के लिए हम सभी को जागरूकता की बहुत आवश्यकता है। हम सभी को मिलजुल कर इस पर काम करना होगा। 

समाज का जागरूक होना भी ज़रूरी

छोटी बच्चियों के केस लड़ रहे एडवोकेट मनीष शर्मा का कहना था कि यह घटना लगातार बढ़ता कहीं ना कहीं लोगों में जागरूकता की कमी है। जिस तरीके से बीते दिनों एक 12 वर्ष की बच्ची को एक कैंटर चालक चार दिन तक अपनी गाड़ी मैं उसको घूमता रहा और उसकी अस्मत लूटता रहा। अगर समाज जागरूक होता तो उससे पूछा भी जा सकता था कि आखिर यह बच्ची कौन है कहां से आई है।

लेकिन हम इस विषय पर ध्यान नहीं देते इसलिए हमें अपने आसपास ऐसे लोगों पर नजर रखने की भी आवश्यकता है बच्चियों को जागरूक करने की भी आवश्यकता है ताकि वह ऐसे आदमखोर भेड़िए का शिकार न बन सके। बच्चियों के साथ इस तरीके की घटना पूरे परिवार को तोड़ कर रख देती है इसलिए ऐसे केसों का जल्दी निपटारा होना चाहिए। और दोषियों को कड़ी से कड़ी सजा मिलनी चाहिए।

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